अशान्ति फैलाने की घटना को सख्ती से लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त करवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलाधिकारी नैनीताल से निरंतर समन्वय बनाकर रखें । पैरामिलिट्री फोर्स ने संभाला मोर्चा
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम को अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। जिसके बाद प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए। इस दौरान छह लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी कानून और व्यवस्था ए.पी अंशुमान को प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण को हटाए जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले और क्षेत्र में अशान्ति फैलाने की घटना को सख्ती से लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त करवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलाधिकारी नैनीताल से निरंतर समन्वय बनाकर रखें ।
एसएसपी ने उपद्रव को बताया सुनियोजित साजिश
हल्दवानी। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने कहा कि ये उपद्रव बड़ी साजिश के तहत किया गया प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने पुलिस फोर्स पर लाइसेंसी हथियारों और अवैध असलहों से पहले फायरिंग शुरू कर दी। वनभूलपुरा धाने के एसओ और पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर जलाकर मारने की कोशिश की। इसके बाद जब उपद्रवी बेकाबू हो गए तो सीएम समेत उच्चाधिकारियों ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए। तब पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए गोली चलाई। पुलिस ने फिलहाल 2 लोगों की मौत की पुष्टि की है। 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी, पत्रकार और आम जनता घायल हुई है।
एसएसपी ने बताया कि उपद्रवी इतने आक्रामक थे कि उन्हें जो वाहन मिला उसे उन्होंने आग के हवाले कर दिया। 70 से ज्यादा वाहनों को फूंक दिया गया। उपद्रव को लीड करने और भड़काने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। बाकी उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई है।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जो हल्द्वानी बनभूलपुरा क्षेत्र में जहां ये घटनाक्रम हुआ वो नगर निगम की प्रॉपर्टी है। उसपर काफी लंबे समय से एंक्रोचमेंट (अतिक्रमण) है। हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर लगातार प्रशासन की ड्राइव चल रही है तो इस एरिया में भी 30 जनवरी नोटिस दिया गया था। जिसमें बताया गया था कि ये स्ट्रक्चर अवैध है, नगर निगम की जमीन पर बना है इसलिए इस स्ट्रक्चर को हटा लिया जाए नहीं तो नगर निगम द्वारा बलपूर्वक इसे हटाया जाएगा। 30 तारीख को नोटिस दिए जाने के बाद भी संबंधित लोगों ने स्ट्रक्चर को नहीं हटाया। उसके बाद तीन दिन बाद की एक डेट तय की गई।
गंगोत्री हाईवे के पास एक साथ दिखे दो गुलदार
उत्तरकाशी। जिले में आवासीय बस्ती के आसपास गुलदार की चहलकदमी दिखी। साथ ही, गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी के पास डुडु ढंगार नाम की जगह पर दो गुलदार एक साथ देखे गए। इसके बाद से क्षेत्र में लोगों में भय और चिंता की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय लोग वन विभाग ने गुलदार के आंतक से छुटकारे की मांग कर रहे है। स्थानीय लोगो का कहना है कि वन विभाग की इस मामले मंे जरा सी भी लापरवाही लोगों की जान आफत में डाल सकती है।
25 साल तक कोर्ट को गुमराह करने वाला हत्या आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर। 25 साल से कोर्ट को नाम और पता गलत बता कर गुमराह कर रहा आरोपी आखिरकर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
कोर्ट को नाम और पता गलत बता कर 25 साल से गुमराह कर रहे आरोपी को रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। समन जारी होने के बाद भी आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हो रहा था। जिसके बाद पुलिस जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने फिर आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने इस शातिर को जेल भेजने का आदेश दिया। कोर्ट को गुमराह करने के मामले वाले आरोपी की जांच में जब खुलासा हुआ तो पुलिस प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी वर्ष 1998 में थाना बहेड़ी जिला बरेली में रुद्रपुर से चोरी की गई।लाइसेंसी बंदूक के साथ गिरफ्तार हुआ था। आरोपी ने दो साथियों के साथ मिल कर बंदूक को चोरी करने के दौरान सरदार इंद्र सिंह की हत्या कर दी थी। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिस और न्यायालय से बचने के लिए अपना नाम फूलचंद उर्फ कल्लू पुत्र पाती राम निवासी ऊंचागांव, थाना शीशगढ़, जिला- बरेली, उप्र बताया था। कोर्ट द्वारा जारी किए गए समन में आरोपी हाजिर नहीं हुआ तो कोर्ट द्वारा पुलिस प्रशासन को आरोपी को कोर्ट में पेश करने के आदेश जारी किए गए। जब कोतवाली टीम पते पर पहुंची तो गांव में उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिला। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि वर्ष 1998 में हत्या के मामले में कल्लू उर्फ कल्याण राम उर्फ फूलचंद पुत्र नन्द राम निवासी उच्चा गांव रुस्तमनगर थाना शीशगढ़ जिला बरेली उप्र जेल गया था। जिसके बाद टीम द्वारा आरोपी को उसी के गांव से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
हल्द्वानी हिंसा के बाद दून पुलिस एलर्ट
लाठी व हेलमट के साथ 24 घंटे तैयार रहने के निर्देश
देहरादून। हल्द्वानी की घटना के बाद दून में भी पुलिस एलर्ट मोड पर दिखायी दी। एसएसपी ने सभी को लाठी व हेलमेट के साथ 24 घंटे तैयारी की दशा में रहने के निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस हल्द्वानी क्षेत्रान्तर्गत वनफूलपुरा में हुई पथराव व आगजनी की घटना के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा सभी थाना प्रभारियो को अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत सवेंदनशील स्थानो पर सुरक्षा के समुचित प्रबंध व सघन चेकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। साथ ही स्वयं रात्रि में संवेदनशील स्थानों का भ्रमण कर अधीनस्थ अधिकारियों को सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किए गए। इसके अतिरिक्त किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पुलिस कार्यालय में नियुक्त पुलिस बल को भी हाई एलर्ट मोड पर रखते हुए लाठी/डंडो व हेलमट के साथ 24 घंटे तैयारी के हालत में रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने एडीजी को बनभूलपुरा में कैम्प करने के निर्देश दिये
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी को वहां कैम्प करने के निर्देश दिये।
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी कानून और व्यवस्था ए.पी अंशुमान को प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण को हटाये जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशान्ति फैलाने की घटना को सख्ती से लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त करवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलाधिकारी नैनीताल से निरंतर समन्वय बनाकर रखें। उन्होंने एडीजी कानून व्यवस्था और जिलाधिकारी नैनीताल को घटना के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा आगजनी और पथराव करने वाले एककृएक दंगाई की पहचान कर उन पर करवाई की जाय। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त करवाई की जाय। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिवध् एडीजी अमित सिन्हा, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, अपर सचिव जे. सी कांडपाल उपस्थित थे।
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