दिव्यांगों की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है :- स्वामी चिदानंद सरस्वती
उत्तरकाशी। नौगांव । रिपोर्ट (मदन पैन्यूली)
उत्तरकाशी जनपद के विकासखंड नौगांव के तुनाल्का नौगांव में परमार्थ विजय दिव्यांग पब्लिक स्कूल मैं पधारे परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि दिव्यांगों की सेवा ही सबसे बड़ी दिव्य सेवा है ।
आपको बताते चलें की परमार्थ विजय दिव्यांग पब्लिक स्कूल एक साल पहले तक केंद्र सरकार मदद करती थी, लेकिन उसके बाद कोई सहारा नही रहा तो ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज इन दिव्यांगों के लिए सहारा बने।
स्कूल के प्रबंधक विजय लक्ष्मी जोशी और उनके पति वीरेंद्र जोशी दिव्यांग बच्चों को अपना जिगर का टुकड़ा मानते हैं। दिव्यांग बच्चों का सहारा हैं । शुक्रवार को परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज अपनी पूरी टीम के साथ तुनाल्का नौगांव विजय दिव्यांग छात्रावास पब्लिक स्कूल पहुँचे जहाँ उन्होंने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात कर दिव्यांग बच्चों व अन्य दिव्यांगों को जरूरी उपकरण वितरित किये। उन्होंने उत्तराखंड के दिव्यांगों के लिए कार्य करने और परमार्थ विजय दिव्यांग स्कूल को गोद लेते हुए सभी जिम्मेदारी उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि “गंगा स्पर्श अभियान” की भाँति यमुना माँ की स्वच्छता व निर्मलता के लिए अभियान चलाने का आह्वान किया। परमार्थ से साध्वी माता सरस्वती ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों और पर्यावरण की देखभाल की आवश्यकता हैं । उन्होंने यमुनोत्री धाम के पैदल रास्ते मे पड़े कचरे पर चिंता जताई । तथा गंगा एवं यमुना के उद्गम स्थलों को पवित्रता के साथ-साथ स्वच्छ बनाए रखने की भी सभी से अपील की ।
परमार्थ विजय दिव्यांग पब्लिक स्कूल की संस्थापक श्रीमती विजय लक्ष्मी ने परमार्थ निकेतन के परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं उनकी टीम के सभी सदस्यों का आभार जताया। कार्यक्रम में आयकर डिपटी कमीशनर,राकेश गुप्ता, कबुल सिंह पवार, संत केशव गिरी महाराज, सुरेंद्र रावत, बड़कोट थाना निरीक्षक संतोष कुँवर,यस आई दीप्ति जगवाण, सहित स्कूल के अध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।