आगे पढ़ें स्थानीय लोगों का जल निगम के खिलाफ धरना
ंहल्द्वानी। वार्ड-11 के आनंदपुरी फेज-वन में सडक बदहाली के लिए जल निगम को जिम्मेदार ठहराते हुए लोग भडक गए और उन्होंने नगर निगम नेता प्रतिपक्ष व पार्षद रवि जोशी के नेतृत्व में प्रदर्शन कर धरना दिया। दो साल से सडक की सुध न लेने पर शुक्रवार को वार्डवासियों के सब्र का बांध टूट गया। पार्षद रवि ने बताया कि बीते दो साल पहले से जल निगम वार्ड में सीवर लाइन बिछा रहा है, इसके चलते आनन्दपुरी में सडकें क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दी है कि अगर हफ्तेभर में सडक का काम शुरू नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन करने वालों में लता पांडे, नंदी जोशी, गीता पंत, नीलम पांडे, पीयूष गोयल, सुनीता देओल, कोमल कश्यप, प्रिंस गोयल, हेमा लोहनी, रेखा तिवारी,जानकी उप्रेती, अलका रस्तोगी, सुनीता देवल आदि शामिल थे।
आगे पढ़ें धर्मांतरण कानून के तहत पहला मुकदमा दर्ज
रुद्रपुर। जनपद में धर्मांतरण का पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। मामला कोतवाली बाजपुर क्षेत्र का है। यह कार्रवाई एसएसपी के आदेश पर हुई। एसएसपी ने विवेचक को गहनता से जांच करने के आदेश दिए हैं। पुलिस के मुताबिक पीडि़ता की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि समर नामक लडके ने अपने को हिंदू बताते हुए उसके साथ दोस्ती की तथा बाद में उसके साथ शादी कर ली। पीडि़ता के मुताबिक कुछ समय बाद उसे पता चला कि वह लडका मुस्लिम है, किंतु उसके द्वारा उसे बताया गया कि वह कभी भी उसे मुस्लिम बनने के लिए नहीं कहेगा तथा उसको अपना धर्म के अनुसार पूजा-प्रार्थना आदि करने की आजादी होगी द्य आरोप है कि विगत दिनों उसके पति व परिजन उससे धर्म परिवर्तन करने व मांस आदि खाने के लिए दबाव बनाया, विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई। पीडि़ता की तहरीर के आधार पर थाना बाजपुर में धर्मांतरण कानून और अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। एसएसपी डॉ मंजुनाथ टीसी ने प्रभावी रूप से विवेचना किए जाने ने लिए प्रभारी थाना बाजपुर व विवेचक को निर्देशित किया।
आगे पढ़ें हटाए जाएंगे सभी अवैध मजारः धामी
राज्य में 1 हजार से अधिक मजार चिन्हित
सभी विभाग कर रहे हैं सर्वे का काम
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि अवैध रूप से किए गए कब्जों के खिलाफ उनकी सरकार की कार्यवाही जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हम धार्मिक तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते हैं। वन विभाग या राज्य सरकार द्वारा नजूल भूमि पर अवैध रूप से किए गए सभी प्रकार के कब्जों को हटाने का काम जारी रहेगा। चाहे वह किसी भी धर्म के हो।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि राज्य की मूल संस्कृति को बिगाड़ने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी। उनका कहना है कि वन विभाग व सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर किए गए कब्जों के चिन्हीकरण का काम किया जा रहा है। सभी विभागों द्वारा चाहे वह वन विभाग हो या राज्य संपत्ति विभाग, नगर निगम हो या निकाय सभी विभागों को अवैध कब्जे चिन्हीकरण के काम के लिए कहा गया है तथा सर्वे का काम जारी है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि पिछले 1 साल में राज्य में 102 अवैध मजारों को हटाने का काम किया गया है। राज्य के तमाम विभागों द्वारा किए गए सर्वे में बड़े पैमाने पर अवैध मजारों के निर्माण का खुलासा हुआ है। अब तक राज्य में 1हजार से भी अधिक मजार चिन्हित किए जा चुके हैं खास बात यह है कि सैयद बाबा के नाम से राज्य में आधा दर्जन से अधिक मजारे हैं। जिस पर सवाल उठाया जा रहा है कि किसी एक पीर के नाम से एक से अधिक मजारे कैसे हो सकती है। माना जा रहा है कि एक समुदाय विशेष द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत राज्य में मजार जिहाद का अभियान चलाया जा रहा है। इंतजामियां कमेटी द्वारा मजारों के लिए फ्रेंचाइजी बांटे जाने का काम करने की बात भी सामने आई है। खास बात यह है कि कार्बेट टाइगर रिजर्व जैसे प्रतिबंधित क्षेत्रों में जहां बिना परमिशन के किसी को घुसने तक की इजाजत नहीं होती है उसकी कई रेंजों में भी मजारे होने की बात सामने आई है। राज्य के कुछ वन क्षेत्र में कुछ मजारे 1980 से भी पहले की बनी है जबकि कुछ मजारे अलग राज्य बनने के बाद बनाई गई हैं।
मुख्यमंत्री धामी द्वारा एक साल पहले राज्य में जनसंख्या असंतुलन की बात कहते हुए राज्य की संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश किए जाने की बात कही गई थी। जिसके बाद अवैध मजारों की आड़ में राज्य में घुसपैठ के मुद्दे ने तूल पकड़ा जिस पर सीएम ने संज्ञान लेते हुए विभागों को सर्वे के आदेश दिए गए थे।
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नॉनवेज रेस्त्रां व ढाबों को अब लिखना होगा मांस झटका है या हलाल’
हिंदू सिख समुदाय की शिकायत पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने लिखा उत्तराखंड सरकार को पत्र
देहरादून। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यो की तरह अब उत्तराखंड में भी मांसाहारी व्यंजन परोसने वाले रेस्त्रां और भोजनालयों को अपने यहां एक पोस्टर लगाकर लिखना होगा कि हम झटका मांस परोस रहे है या फिर हलाल, इस आशय के निर्देश उत्तराखंड सरकार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से मिले एक पत्र के बाद जारी कर दिये गए है।
उत्तराखंड सिख कॉर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह सहोता ने राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग को एक पत्र लिख कर यह निवेदन किया था कि उत्तराखण्ड में जहां जहां भी रेस्त्रां भोजनालय में मांस के व्यंजन परोसे जाते है वहां स्पष्ट लिखा होना चाहिए कि यहां हलाल मीट है अथवा झटका। स. सहोता ने कहा था कि सिख हिंदू धर्म के लोग हलाल मांस का सेवन नहीं करते है। उनका कहना था कि दिल्ली पंजाब और अन्य राज्यो में ऐसा बोर्ड लिखा जाता है अथवा मेन्यू में इस बात का स्पष्ट उल्लेख होता है।
स. सहोता के पत्र के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष स.इकबाल सिंह लालपुरा ने उत्तराखंड शासन को इस आशय का पत्र जारी करते हुए निर्देशित किया है कि वह राज्य में इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराये।
वहीं मामले में सिख कॉर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह सहोता का कहना है कि 18 जनवरी 2023 को पत्र जारी होने के बाद भी सरकार की तरफ से उस पर अब तक कोई कारवाई नही हुई है। जिस पर हम लोगों द्वारा अपर प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात की गयी थी, उन्होंने बताया कि उक्त पत्र के विषय के अनुपालन के संदर्भ में हमने डीजीपी, जिलों के एसएसपी को लिख दिया है। स. सहोता का कहना है कि यह विषय फूड सप्लाई यानी खाघ विभाग से जुड़ा हुआ है, लिहाजा फूड लाइसेंस बनवाने और खाघ पदार्थों की जांच आदि करने वाले विभाग को ही इस मामले में जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
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माकपा ने त्यूनी अग्निकांड पर जताया दुख,
देहरादून। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बीते दिन त्यूनी अग्नि कांड में मारे गये बच्चों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट करते हुए घायलों एवं पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पार्टी ने जिला प्रशासन एवं सरकार से पीड़ित परिवारों को समुचित सहायता मुहैया कराने की मांग की है। पार्टी ने दूरस्थ क्षेत्रों में अग्नि से सुरक्षा हेतु समुचित व्यवस्था किये जाने का भी अनुरोध किया है ।बैठक में जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित,अनंत आकाश, लेखराज, कमरूद्दीन, कृष्ण गुनियाल, शम्भूप्रसाद ममगाई व माला गुरूंग आदि ने विचार व्यक्त किये।
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गंगा में नहाने गया युवक डूबा,तलाश जारी
ऋषिकेश। तीर्थनगरी स्थित मुनिकी रेती के नीमबीच घाट पर अपने दोस्त के साथ गंगा में नहा रहा दिल्ली निवासी एक युवक डूब गया। उसके दोस्त को बचा लिया गया। गंगा में लापता युवक दिल्ली में ट्रैवल एजेंट का काम करता है। दो दिन पूर्व वह अपने अन्य साथियों के साथ अलोहा होटल में आकर ठहरा था। जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम युवक को गंगा में तलाश रही है। पुलिस के मुताबिक अमरजीत (27 वर्ष) पुत्र जसवीर सिंह निवासी प्लाट नंबर 37, सरिता विहार, पाकेट-के जसोला नई दिल्ली शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे पांडव पत्थर नीम बीच के पास गंगा नदी में अपने अन्य साथी मनोज कुमार पुत्र सोनपाल निवासी जसराना हाथरस उत्तर प्रदेश के साथ नहाते समय गंगा की तेज धार में आकर डूब गया।
मनोज कुमार को मौके पर रेस्क्यू कर लिया गया। थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि अमरजीत दिल्ली में ट्रैवल एजेंट का काम करता है। वह अपने अन्य दोस्तों के साथ बीते बुधवार को अलोहा होटल में आकर ठहरा था।
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फायर ब्रिगेड प्रभारी समेत 4 दमकल कर्मी निलंबित
देहरादून। गुरुवार शाम को जिला मुख्यालय से 180 किलोमीटर दूर सीमांत तहसील के गेट बाजार त्यूणी के पास लकड़ी व पत्थर से निर्मित तीन मंजिला मकान में भीषण आग लगने से कमरे के अंदर फंसी चार बालिकाओं की मौत को लेकर डीजीपी ने जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले फायर ब्रिगेड प्रभारी समेत 4 दमकल कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डीआइजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर ने कहा घटना से जुड़े पहलुओं की जांच पड़ताल में त्यूणी में तैनात फायर कर्मियों की लापरवाही सामने आई है।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने घटना की जांच पुलिस उपमहानिरीक फायर निवेदिता कुकरेती को सौंपी है। घटना की जांच प्राथमिकता के आधार पर 03 दिवस के भीतर संपादित कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की कमी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने अग्निशमन विभाग के लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
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आइटीबीपी अकामदीः पीओपी में 55 अधिकारी हुए पास आउट
मसूरी। आइटीबीपी अकादमी मसूरी में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। शुक्रवार को आयोजित पीओपी में एडीजी वेस्टर्न फ्रंटियर मनोज रावत ने परेड की सलामी ली। पीओपी में 55 अधिकारी पास आउट हुए, जिसमें से 12 महिलाएं हैं।
पास आउट अधिकारियों में राजस्थान से 16, केरल से 7, पंजाब से 5, हरियाणा और आंध्र प्रदेश से 4-4, यूपी, तमिलनाडु, तेलंगाना से 3-3, कर्नाटक से 2, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, बिहार, ओडिशा, असम, त्रिपुरा और मणिपुर से 1-, अधिकारी हैं। कमांडेंट शोभन सिंह राणा ने पास आउट होने वाले अधिकारियों को शपथ दिलाई। एसीध्एमओ चंद्रशेखर दास को बेस्ट इन इंडोर ओरल राउंड बेस्ट ट्रेनी तथा एसीध्एमओ पुनीत भगत बेस्ट आउट डोर ट्रेनी के रूप में सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि एडीजी मनोज रावत ने पास आउट हुए अधिकारियों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए आइटीबीपी बल की स्थापना से लेकर उपलब्धियों से अवगत करवाया और उनसे अपेक्षा की कि वह अपने उत्कृष्ठ सेवाओं से बाल परंपरा कायम रखंगे। डिप्टी डायरेक्टर डीआइजी अजयपाल सिंह ने धन्यवाद प्रेषित किया। आइटीबीपी पाइप बैंड द्वारा मधुर धुनें प्रस्तुत कीं। आइटीबीपी कराटे टीम ने मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन किया।
इस मौके पर बल के जनसंपर्क अधिकारी धर्मेंद्र भंडारी, मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता, सेनि आइजी बीएसएफ मनोरंजन त्रिपाठी, बीजेपी के सतीश ढौंडियाल, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी आदि उपस्थित थे।
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त्यूणी अग्निकांडः प्रीतम सिंह सैकड़ों लोगों के साथ धरने में बैठे
सीएम धामी ने की मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने की घोषण
लापरवाही पर नायब तहसीलदार निलंबित
देहरादून। सरकारी तंत्र और तहसील स्तर पर आपदा प्रबंधन के इंतजाम अपर्याप्त होने से नाराज पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह शुक्रवार क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के साथ त्यूणी-चकराता हाईवे पर गेट बाजार त्यूणी के तिराए में सड़क पर धरने में बैठ गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन पर आपदा के समय लापरवाही व उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री पुष्घ्कर सिंह धामी द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। वहीं जिलाधिकारी द्वारा राहत बचाव कार्यों में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को निलंबित किया तथा अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को लाइन हाजिर किया गया है। जिलाधिकारी सोनिका ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उनको ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी की निगरानी में मृतक बालिकाओं के शव को खोजने हेतु एसडीआरएफ व अन्य टीमों द्वारा रेस्क्यू जारी है।
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फोटो डी 2
त्यूणी अग्निकांडःदो मासूमों के शव बरामद,दो की तलाश जारी
देहरादून। गुरूवार की शाम मकान में लगी आग में चार मासूम जिन्दा जल गए थे। इनमें से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं और दो शवों की तलाश जारी है। आग लगने की वजह मकान के अगले हिस्से में खोले गए ढाबे में गैस रिसाव होना बताया जा रहा है। इस दर्दनाक हादसे में जाक्टा निवासी दंपति की एक पुत्री और तीन अन्य बालिकाएं इनके रिश्तेदारों की बताई जा रही है।
लकड़ी व पत्थर से निर्मित तीन मंजिला मकान में भीषण आग लगने से कमरे के अंदर फंसी चार बालिकाओं में से दो के शव एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर बरामद कर लिए। जबकि दो अन्य बालिकाओं के शव तलाशने को सर्च अभियान चल रहा है।
इधर शुक्रवार सुबह चॉपर से पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह अपने गृह क्षेत्र त्यूणी पहुंचे। विधायक प्रीतम सिंह ने घटनास्थल के पास मौजूद गमगीन परिजनों से मुलाकात कर इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुख जताया।
आगे पढ़ें चार मासूम जिंदा जले,शुक्रवार सुबह डीएम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
हादसे के मजिस्ट्रियल जांन के आदेश
देहरादून। आग लगने से चार मासूमों के जिंदा जलने के बाद शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी घटना स्थल के निरीक्षण के लिए पहुंची। इस दौरान उन्होंने घटनाक्रम के विषय में विस्तार से जानकारी ली।
जिलाधिकारी सोनिका, डीआईजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय समेत कई अधिकारी त्यूणी पहुंचे और घटनास्थल का मौका मायन किया।जिलाधिकारी सोनिका ने कहा मकान में आग लगने के सही कारणों की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद ही घटना की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को फौरी तौर पर कपड़े व अन्य सामान उपलब्ध कराया गया है।
आगजनी की घटना से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इस दौरान एसडीएम चकराता, एसडीएम ऋषिकेश, एसडीएम देहरादून सदर, सीओ विकासनगर, सीओ ऋषिकेश समेत कई तहसीलों के अधिकारी त्यूणी में मौजूद रहे।
त्यूनी में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी सूरतराम जोशी का लकड़ी का चार मंजिला घर सड़क के किनारे स्थित है। इसमें मकान मालिक के साथ ही पांच परिवार किराये पर रहते हैं। बृहस्पतिवार शाम को घर के अंदर किराये पर रहने वाले पांच बच्चे, दो पुरुष और एक महिला थी। घटनाक्रम के अनुसार करीब चार बजे किराये पर रहने वाले विक्की की पत्नी कुसुम किचन में रसोई गैस सिलिंडर बदल रही थीं। इसी दौरान अचानक सिलिंडर ने आग पकड़ ली। हड़बड़ाहट में कुसुम ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग ने लकड़ी से बने मकान को चपेट में लेना शुरू कर दिया।किराये पर रहने वाले अन्य परिवारों के सदस्यों के शोर मचाया तो आसपास के ग्रामीण पहुंच गए। उधर, सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाना शुरू किया। लेकिन, वाहन में पानी कम होने के कारण वह दस मिनट में ही खत्म हो गया। आग विकराल हुई तो घर में रखे चार सिलिंडर एक के बाद एक धमाके के साथ फटे। जब तक फायर बिग्रेड की टीम पानी लेकर वापस आई, आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था।इससे अंदर मौजूद चार बच्चों की मौत हो गई। वहीं, विक्की चैहान, भगत, कुसुम और स्वाती (15) झुलस गए। गनीमत रही कि वे किसी तरह बाहर निकल आए। इनमें कुसुम की हालत गंभीर देख हायर सेंटर रेफर किया गया है। उधर, डीएम देहरादून के कहने पर उत्तरकाशी के डीएम ने एक अग्निशमन वाहन मोरी से भेजा। एक वाहन हिमाचल प्रदेश के जुबल से भी बुला लिया गया। लेकिन, तब तक मकान राख हो चुका था।