कुमाऊंनी कवि और साहित्यकार मथुरा दत्त मठपाल का निधन

Pahado Ki Goonj

रामनगर। कुमाऊंनी कवि, साहित्यकार मथुरा दत्त मठपाल का आज सुबह निधन हो गया है। उनके बेटे नवेन्दु मठपाल ने बताया है कि आज सुबह  10 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया।
29 जून 1941 को अल्मोड़ा जिले के नौला भिकियासैण में जन्मे मथुरा दत्त मठपाल ने शिक्षाविभाग से सेवानिवृति के उपरांत पंपापुरी स्थित आवास से वर्ष 2000 में श्दुदबोलिश् नाम से कुमाऊंनी पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया। दुदबोलि के 24 त्रैमासिक (64 पृष्ठ) अंक निकालने के बाद 2006 में इसे वार्षिक (340 पृष्ठ) किया गया।
जिनमें लोक कथा, लोक साहित्य, कविता, हास्य, कहानी, निबंध, नाटक, अनुवाद, मुहावरे, शब्दावली व यात्रा वृतांत आदि को जगह दी जाती है। डाॅ. रमेश शाह, शेखर जोशी, ताराचंद्र त्रिपाठी, गोपाल भटट, पूरन जोशी, डाॅ. प्रयाग जोशी सरीखे 50 कवि व लेखक श्दुदबोलिश् से जुड़े हैं। मथुरा दत्त मठपाल के स्वयं रचित पांच काव्य संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। आजादी से पहले व बाद में भी कुमाऊंनी भाषा में सार्थक लेखन होने के साथ ही अनेक पत्रिकाएं प्रकाशित भी हुईं।

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