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देहरादून,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास दोस्त अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेहमान नवाजी के लिए ताजनगरी आतुर रही। यह अच्छी बात है कि महिमानों की आदर खातिर होनी चाहिए। पिछले बार मोदी जी के लिए नहीं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में ट्रंफ ने क्या कहा । भारत की जनता का भारत केलिए ट्रंफ के कहे शब्दों में क्या छिपाया गया है। जिस तरह का समझौता द्विपक्षीय संबंधों का होना था वह हुआ नहीं
अगले साल अमेरिका में चुनाव हैं वहाँ भारतीयों की वोट लेने के लिए भारत का दौर किया ।किया गया, यहाँ के जमा डॉलर रक्षा उपकरण खरीदने के नाम से ले गया।अमेरिका भारत का कितना बड़ा दोस्त हो सकता है वह 1971 में भारत वासियों को पता लग गया । वहाँ की सीनेट ने इस भारत यात्रा पर क्या कहा इस पर कोई मीडिया कुछ बहस करने के लिए नहीं बोल रहा है।पहाडोंकीगूँज की गूंज इस यात्रा को अमेरिका हित की यात्रा के रूप में देखरहा है।