जोशमठ;बदरीनाथ धाम की यात्रा में जाने वाले यात्रियों के लिए पर्यटन स्थल के लिए ग्राम गौंख जोशीमठ में प्रकृति का आनंद लीजिए। घूमने वाले लोगों के लिए यह चार घन्टे का आनंद ले ने के लिए है।यह गाँव राष्ट्रीय राज मार्ग से डेढ़ किमी दूर है गाँव मे सभी प्रकार की नगदी फसलों का उत्पादन होता था परंतु अब जंगली जानवरों की ओर से नुकसान पहुंचा जा रहा है। जिससे पलायन करने के लिए लोग मजबूर हो गए हैं ।यह गावँ प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है ।स्वास्थ्य के लिए सुंदर बाताबरण है बिजेन्द्र सिंह बिष्ट छेत्र के विकास के लिए अपने विद्यार्थि जीवन से आगे रहे बर्तमान में श्री बद्रीनाथ मंदिर समिति के कर्मचारियों के पूर्व अध्यक्ष मंदिर की सेवा में कार्य कर रहे हैं उन्होंने गावँ गावँ में जाकर वहां के विकास के लिए अपनी जिज्ञासा रखते हुए वहां की जनता का दर्द को दूर करने के लिए सरीक होने के लिए प्रयास रत हैं।उन्होंने जनकारी देकर गांव के विकास को दृष्टिगत रखते हुए बताया कि गावँ आलू,राजमा,गोभी, ककड़ी चौलाई आदि फसलों से अब जीवन यापन करना जंगली जानवरों के कारण कठिन होरहा है।इसके सुंदर प्राकृतिक संसाधनों को देखकर यहाँ पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाय।बिष्ट का कहना है कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए घूमने के इछुक यात्रियों को प्रशासन इन स्थानों से 4,5 घन्टे में ,रूबरू भीड़ के दबाव को देखते हुए करा कर रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जासकता है ।यह अति उत्तम बिचार स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए सार्थक सिद्ध होगा।हमारी संस्कृति को इन प्रयासों से बढ़वा मिलेगा ।ओर देश सुरक्षा की इनर लाइन को मजबूती प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिया है।हमारी पत्र परिवार की ओर से शुभकामनाएं हैं।ज्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि रोजगार के साथ साथ देेेश की सुरक्षा की इनर लाइन मजबूत करने का प्रयास सफल हों।