उत्तराखंड सूबे में कोई भी सरकार रही हो सभी ने शिक्षा के बढ़ावा देने का दावा किया किन्तु इन दावों में कितनी सच्चाई है जिसको राजकीय विपिन शाह इंटर कालेज भटवाड़ी को देखकर लगाया जा सकता है ।
आपको बता दे कि राजकीय विपिन शाह इंटर कालेज भटवाड़ी की नींव वर्ष 1962 में रखी गयी थी ताकि क्षेत्र के दर्जनों गांवों में शिक्षा के प्रकाश को फैलाया जा सके किन्तु आज यह विद्यालय तमाम अब्यवस्थाओं के अलावा शिक्षकों की कमी से झुंज रहा है यहां पर सहायक प्रवक्ता तथा प्रवक्ताओं के पद वर्षो से खाली चल रहे हैं जिसमे हिंदी,विज्ञान,गृह विज्ञान,सस्कृत जैसे महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापकों की वर्षो से तैनाती नही हुई है वही प्रवक्ता वर्ग में भौतिक विज्ञान,रसायन विज्ञान,बणिज्य,संस्कृत जैसे महत्वपूर्ण विषयो के पदों पर वर्षो से तैनाती नही हुई है जिससे अंदाजा लगाना कठिन नही होगा कि इस विद्यालय में पठन पाठन की स्तिथि कैसी होंगी विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने बताया कि विद्यालय में 300 छात्र छात्राएं पढ़ते हैं और उन्होंने बताया कि पहले यह विद्यालय विभागीय मानकों के अनुसार सुगम श्रेणी में था और अब विभागीय मानकों में बदलाव के कारण दुर्गम विधालयो की श्रेणी में आ गया अब उन्हें उम्मीद है कि इस समय अध्यापको के तवादलो तथा नई नियुक्ति में यहां रिक्त पदों पर तैनाती होंगी उन्होंने स्वीकार किया कि अध्यापको की कमी के कारण ब्यवस्थाओ में काफी परेशानी होती है