मानसिक दिव्यांग भाईयों के यौन शोषण का आरोपी शिक्षक गिरफ्तार
देहरादून। कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत बंजारावाला में स्थित विशेष बच्चों(मानसिक दिव्यांग) के एक बोर्डिंग स्कूल में दो सगे भाइयों के साथ यौन शोषण के आरोप में एक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दिव्यांग बच्चों की मां की शिकायत के आधार आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
मुरादाबाद निवासी महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके दो बेटे जिसमें एक की उम्र 13 साल और दूसरे की उम्र 9 साल है, दोनों मानसिक दिव्यांग हैं। महिला ने अप्रैल में गूगल के माध्यम से देहरादून की पटेल नगर क्षेत्र में विशेष बच्चों के लिए नया बोर्डिंग स्कूल खोलने की जानकारी मिली थी। इस पर महिला मई के पहले सप्ताह देहरादून पहुंची. स्कूल देखने के बाद प्रबंधन से बात की थी।
स्कूल प्रबंधन की ओर से दावा किया गया था कि बच्चों के रहन-सहन और पठन-पाठन की प्रतिदिन की फोटो और वीडियो भेजी जाएगी। ऐसे में महिला ने अपने दोनों बच्चों का दाखिला स्कूल में कर दिया। एक बच्चे की फीस प्रतिमाह 20 हजार रुपए बताई। बच्चों का दाखिला कराने के बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों की दो-चार ही वीडियो और फोटो भेजी गई। इसके बाद उनसे संपर्क करना बंद कर दिया। 16 मई में महिला दोबारा देहरादून आई। जब वह स्कूल पहुंची तो बच्चों से उसे मिलने नहीं दिया गया। जिसके बद वह वापस चली गई।
महिला शुक्रवार को दोबारा देहरादून पहुंची। जिसके बाद वह बच्चों से मिलने की जिद पर अड़ गई। उसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उन्हें बच्चों से मिलने की मंजूरी दी। जब महिला ने अपने बच्चों से अकेले में बात की तो दोनों रोने लगे। बच्चों ने बताया कि एक शिक्षक लोहे की रोड से उनकी पिटाई करता है। पेट में लात मारता है। बच्चों ने बताया कि शिक्षक ने कई बार दोनों को सिगरेट से दागा और यौन शोषण किया। बच्चों की बात सुनकर महिला के होश उड़ गये। उसने विरोध जताया लेकिन स्कूल प्रबंधन से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जिस पर महिला ने पुलिस को शिकायत दी।
कोतवाली पटेल नगर प्रभारी चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ खिलाफ पॉक्सो अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी को शनिवार देर शाम को गिरफ्तार लिया गया है। अब आगे की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
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दोस्तोे संग नहाने गए युवक की नदी में डूबने से मौत
हल्द्वानी। दोस्तों के साथ ज्योलीकोट स्थित नदी में नहाने गए एक युवक पानी में डूबकर मौत हो गयी। सूचना पाकर एसडीआरएफ ने रात सर्च ऑपरेशन के बाद शव बरामद किया है। मृतक युवक हल्द्वानी का रहने वाला है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक बीती देर रात्रि को पुलिस स्टेशन ज्योलीकोट के माध्यम से एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि ज्योलीकोट में एक युवक नदी में डूब गया है। सूचना मिलते ही नैनीताल एसडीआरएफ टीम उप निरीक्षक मनोज रावत के नेतृत्व में रेस्क्यू उपकरणों के साथ टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। घटना हल्द्वानी नैनीताल स्थल रोड ज्योलीकोट से लगभग दो से तीन किलोमीटर नीचे स्थित एक तालाब में हुई थी, जहां युवक डूब गया था। एसडीआरएफ टीम ने विषम परिस्थितियों के बावजूद मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन प्रारंभ किया। टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद सर्चिंग के दौरान तालाब से युवक जीवन रावत पुत्र तेज सिंह रावत, उम्र 21 वर्ष निवासी बच्चीनगर हल्द्वानी का शव बरामद किया। बताया जा रहा है कि युवक दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने गया था, जहां नहाने के दौरान हादसा हुआ। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।आगे पढ़े
देहरादून। कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत बंजारावाला में स्थित विशेष बच्चों(मानसिक दिव्यांग) के एक बोर्डिंग स्कूल में दो सगे भाइयों के साथ यौन शोषण के आरोप में एक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दिव्यांग बच्चों की मां की शिकायत के आधार आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
मुरादाबाद निवासी महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके दो बेटे जिसमें एक की उम्र 13 साल और दूसरे की उम्र 9 साल है, दोनों मानसिक दिव्यांग हैं। महिला ने अप्रैल में गूगल के माध्यम से देहरादून की पटेल नगर क्षेत्र में विशेष बच्चों के लिए नया बोर्डिंग स्कूल खोलने की जानकारी मिली थी। इस पर महिला मई के पहले सप्ताह देहरादून पहुंची. स्कूल देखने के बाद प्रबंधन से बात की थी।
स्कूल प्रबंधन की ओर से दावा किया गया था कि बच्चों के रहन-सहन और पठन-पाठन की प्रतिदिन की फोटो और वीडियो भेजी जाएगी। ऐसे में महिला ने अपने दोनों बच्चों का दाखिला स्कूल में कर दिया। एक बच्चे की फीस प्रतिमाह 20 हजार रुपए बताई। बच्चों का दाखिला कराने के बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों की दो-चार ही वीडियो और फोटो भेजी गई। इसके बाद उनसे संपर्क करना बंद कर दिया। 16 मई में महिला दोबारा देहरादून आई। जब वह स्कूल पहुंची तो बच्चों से उसे मिलने नहीं दिया गया। जिसके बद वह वापस चली गई।
महिला शुक्रवार को दोबारा देहरादून पहुंची। जिसके बाद वह बच्चों से मिलने की जिद पर अड़ गई। उसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उन्हें बच्चों से मिलने की मंजूरी दी। जब महिला ने अपने बच्चों से अकेले में बात की तो दोनों रोने लगे। बच्चों ने बताया कि एक शिक्षक लोहे की रोड से उनकी पिटाई करता है। पेट में लात मारता है। बच्चों ने बताया कि शिक्षक ने कई बार दोनों को सिगरेट से दागा और यौन शोषण किया। बच्चों की बात सुनकर महिला के होश उड़ गये। उसने विरोध जताया लेकिन स्कूल प्रबंधन से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जिस पर महिला ने पुलिस को शिकायत दी।
कोतवाली पटेल नगर प्रभारी चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ खिलाफ पॉक्सो अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी को शनिवार देर शाम को गिरफ्तार लिया गया है। अब आगे की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
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दोस्तोे संग नहाने गए युवक की नदी में डूबने से मौत
हल्द्वानी। दोस्तों के साथ ज्योलीकोट स्थित नदी में नहाने गए एक युवक पानी में डूबकर मौत हो गयी। सूचना पाकर एसडीआरएफ ने रात सर्च ऑपरेशन के बाद शव बरामद किया है। मृतक युवक हल्द्वानी का रहने वाला है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक बीती देर रात्रि को पुलिस स्टेशन ज्योलीकोट के माध्यम से एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि ज्योलीकोट में एक युवक नदी में डूब गया है। सूचना मिलते ही नैनीताल एसडीआरएफ टीम उप निरीक्षक मनोज रावत के नेतृत्व में रेस्क्यू उपकरणों के साथ टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। घटना हल्द्वानी नैनीताल स्थल रोड ज्योलीकोट से लगभग दो से तीन किलोमीटर नीचे स्थित एक तालाब में हुई थी, जहां युवक डूब गया था। एसडीआरएफ टीम ने विषम परिस्थितियों के बावजूद मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन प्रारंभ किया। टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद सर्चिंग के दौरान तालाब से युवक जीवन रावत पुत्र तेज सिंह रावत, उम्र 21 वर्ष निवासी बच्चीनगर हल्द्वानी का शव बरामद किया। बताया जा रहा है कि युवक दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने गया था, जहां नहाने के दौरान हादसा हुआ। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।आगे पढ़े
पर्यटकों के लिए खुले प्राकृतिक स्वर्ग फूलों की घाटी के द्वार

चमोली। चमोली जनपद में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को रविवार की सुबह पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। पहले दिन प्राकृतिक स्वर्ग का दीदार करने कुल 49 पर्यटक पहंुचे।
हर साल जून से अक्टूबर तक खुलने वाली यह घाटी अपने रंग-बिरंगे फूलों और शांत वातावरण के कारण देश-विदेश के सैलानियों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहती है। घाटी के मुख्य द्वार पर वन विभाग की टीम ने पर्यटकों का पारंपरिक तरीके से गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर विभाग ने पर्यटकों को घाटी की जैव विविधता, नियमों और सुरक्षा से जुड़ी जानकारी भी दी। विभाग की मानें तो अब तक जून महीने में कुल 62 सैलानियों ने पंजीकरण करवा लिया है, जो आने वाले दिनों में संख्या बढ़ने का संकेत है। फूलों की घाटी में 300 से अधिक प्रकार की देसी और विदेशी फूलों की प्रजातियां पाई जाती है। इनमें ब्रह्मकमल, ब्लू पोपी, प्रिमुला, कोबरा लिली और कई दुर्लभ प्रजातियां शामिल है। यह घाटी वर्ष 2005 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध की गई थी और इसे संरक्षित जैव विविधता के लिए वैश्विक मान्यता प्राप्त है। प्रकृति प्रेमियों, ट्रैकिंग के शौकीनों और फोटोग्राफरों के लिए यह घाटी एक स्वर्ग समान है. वन विभाग ने पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए प्रतिदिन सीमित संख्या में पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति देने की व्यवस्था की है। इस वर्ष भी उम्मीद की जा रही है कि हजारों पर्यटक इस अद्वितीय घाटी में पहुंचकर प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताएंगे और इसे एक अविस्मरणीय अनुभव के रूप में संजो कर ले जाएंगे।
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