देहरादून। तीर्थनगरी पुलिस ने बैंक से पैसा निकालकर जा रहे लोगों को रूपयों के बदले कागज की गड्डी देकर ठगने वाल े गिरोह के छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक कागज की गड्डी, एक ब्रेजा कार व 69 हजार रूपये नगद बरामद कर लिये। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ऋषिकेश में रोहित राजभर पुत्र सूरज राजभर निवासी चंद्रभागा के द्वारा मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह अमरीक सिंह की दुकान में काम करता है। आज उसके मालिक अमरीक सिंह के द्वारा 73 हजार रूपये पंजाब नेशनल बैंक में जमा करने हेतु दिए गए जिन्हें जमा करने वह पंजाब नेशनल बैंक देहरादून रोड ऋषिकेश गया परंतु बैंक के अंदर कुछ अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा उसको अपनी बातों में लेकर उससे 34 हजार रूपये ठग लिए गए। जिसके बाद उसने उन्हें बाहर आकर तलाश किया तो कहीं दिखाई नहीं दिए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा एक पुलिस टीम बनाकर निम्नलिखित दिशा निर्देश दिए। जिस पर सांय को सूचना के आधार पर बैंक में ठगी करने वाले 06 शातिर लोग ठगी करने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली कागज की 01 गड्डी व नकद 69 हजार रूपये के साथ घटना में प्रयुक्त ब्रेजा कार के साथ देहरादून रोड फ्लाईओवर के पास से के पास से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम पिंटू पुत्र रामनाथ राम निवासी लक्ष्मी नगर अक्षरधाम दिल्ली, सत्य प्रकाश पुत्र लालाराम निवासी ग्राम सिरसौल पटृी थाना बिल्सी बदायूं, सोनू पुत्र राजाराम निवासी मकान वेस्ट कमल विहार थाना करावल नगर दिल्ली, अंसार पुत्र अब्दुल अंसार उर्फ गफ्फार निवासी कर्बला थाना दक्षिण जिला फिरोजाबाद, पंकज कुमार पुत्र छतु साहू निवासी हर्ष विहार टू चेतना पब्लिक विघालय थाना साहिबाबाद गाजियाबाद, ऋषि पाल सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी वेस्ट कमल विहार डी थाना करावल नगर दिल्ली बताया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह लोग बैंक के अंदर ऐसे व्यक्ति का चयन करते हैं जोकि छोटा लड़का या बुजुर्ग हो। उसके बाद वह उसे लालच देते हैं कि वह कहीं से पैसा चोरी करके लाए हैं। यदि वह उनको अपने खुले हुए पैसे दे दे तो वह उसे बंधे हुए कुछ एक्स्ट्रा पैसे दे सकते हैं। कभी-कभी वह खुले पैसे लेकर बंधे हुए पैसे देने का बहाना बना कर भी कागज की गड्डी थमा कर वहां से निकल जाते हैं। वह पहले से कागज की 2कृ3 गड्डी को रुमाल में बांध कर रखते हैं, और उसके ऊपर एक नोट असली वाला लगा देते हैं। जिससे सामने वाले को यकीन हो जाए कि यह पैसों की गड्डी है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।