देहरादून,उत्तराखण्ड सरकार की प्रिंट मीडिया, विज्ञापन नीति के सम्बन्ध में भारतीय प्रेस परिषद की सब कमेटी के सदस्य दिनांक 29 जुलाई, 2024 से 01 अगस्त, 2024 तक उत्तराखण्ड भ्रमण पर देहरादून आ रहे हैं। उक्त सब कमेटी द्वारा दिनांक 30 जुलाई, 2024 को उत्तराखण्ड के स्टेक होल्डर्स के साथ मीडिया सेंटर सचिवालय परिसर, सुभाष रोड, देहरादून में प्रातः 11ः30 बजे से एक बैठक का आयोजन प्रस्तावित है। बैठक में उत्तराखण्ड सरकार की प्रिंट मीडिया, विज्ञापन नीति के संबंध में चर्चा की जानी प्रस्तावित है।
पत्रकार विचार कीजियेगा
श्रीबद्रीनाथ केदार नाथ मंदिर समिति के अस्थाई संविदा के उच्च हिमालय में 23 घंटे ड्यूटी देने वाले कर्मचारी जिनके विकास के नाम पर विना आवासीय सुविधा से जीवन भगवान की भगती समझ कर कर रहे है। उन रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों के लिए 50 करोड़ का कल्याण कोष बना कर उनको रिटायर्ड मेन्ट की जिंदगी में जीने के लिए 10,10 लाख रूपये दिए जाय। सभी पत्रकार बंधु उत्तराखंड की आस्था के प्रसिद्ध मनदिरो के गरीव 7000 हजार महीने पर गुलाम की जिंदगी जीने वालों के लिए अवश्य विचार कीजियेगा। अगले वर्षो में वहाँ 70 सेवक लोग रिटायर्ड होंगे। अध्यक्ष अजेंद्र अजय 85% धन में 50 करोड़ कल्याण कोष खर्चा दिखाते तो ठीक था।खर्चा नहीं कर बाबू के हिसाब से काम कर 10 करोड़ सरकार को देदीये। इस से पूर्व पहाड़ों की गूँज राष्ट्रीय पत्र ने 50 करोड़ का कल्याण कोष बना कर कर्मचारियों के हित में कहा अपने आप देहरादून ऐसी में रह कर सरकार की बात सुन रहे है अब देवस्थानम बोर्ड के समय दोबार कर्मचारियों के वेतन वा पूजा सामग्री देने के मुख्य मंत्री को ज्ञापन देकर वेतन दिलाया।विधि विधान से बद्रीनाथ मंदिर की पूजा करने के लिए 29 मई 2021 में अपने निवास लिखवार गांव प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल में धरने पर बैठना पड़ा। अपने कमियों को छिपाने की जगह बिना पिछले सरकारी व्यवस्था का अवलोकन कर प्राधिकरण का सुफुगा छोड़ रहे है। इस से लोगों के की राय अलग है।जबकि वहां जो नुक्सान मंदिर की सम्पति का हुआ उसका प्रतिकर लेने की कोई कार्यवाही नहीं कर दानियों की सम्पति का अपने विभाग की माप पुस्तिका के भुगतान से प्रतिकर लेकर उन रुपयों से रास्ते में धर्मशाला ये बनाकर यात्रियों को सुविधा देकर अरबो रूपये दान लिया जा सकता है उत्तराखंड के विकास में गुरुकुल विद्यालय, आयुर्वेद डाक्टर बनाने लोगों का स्वास्थ्य ठीक रखने रोजगार देने के लिए से समान शिक्षा देकर लोगों को रोजगार दिया जा सकता है वहां निशुल्क भोजन की बद्रीनाथ व्यवस्था होरही है वहां के लिए 35 Ac अप्लाय करने की ओ र समिति का ध्यान नहीं है जबकि राज्य एवं केंद्र में दब्बल इंजन की सरकार है। मंदिर की सम्पतियों की देखभाल बड़ी जुम्मेदारी है, इसके लिए कार्यवाही नहीं हो रही है इनकी तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। आप अपने विचार सुझाव,कमेंट अवश्य भेजेंने की कृपा कीजियेगा – जीत मणि पैन्यूली पूर्व संरक्षक बीके टीसी कर्मचारी संघ
उक्त बैठक में श्रम विभाग उत्तराखण्ड में पंजीकृत समस्त पत्रकार संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी, स्टेट प्रेस क्लब देहरादून एवं प्रेस क्लब देहरादून के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
हमसे पत्रकारों ने अपनी राय देते हुए कहा है क़ि जीतमणि पैन्यूली संयोजक उत्तराखंड पत्रकार संघठन समन्वय समिति 2013 में मा 0 विधायक गणो नेता प्रतिपक्ष,अध्यक्ष विधानसभा की संस्तुति का पत्र में स्पष्ट लिखा है कि विज्ञापन के बजट का 60 % प्रतिशत और 40% के अनुपात में छोटे साप्ताहिक समचार पत्र एवं पत्रिकाओं को दिया जाय परन्तु यहां के अधिकारीयों ने विभाग मुख्यमंत्री के पास रहते हुए समयाभाव के चलते लोकतंत्र के पैरवी करने वाले विधायक गणो को गोण मानते हुए नीति बनाई है। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के लिए की गईं संस्तुति पर बिचार करंगे तो दुबारा ऐसी बैठक करने की आवश्यकता कभी नहीं होंगी उत्तराखंड को बनाने वाले पत्रकार अपने को अपेक्षित नम्बर दो का नागरिक महसूस नहीं करंगे।