आज 23जुलाय को राष्ट्रीय प्रसारण दिवस है। साल 1927मे तारीख 23जुलाय को Indian Broadcasting company की स्थापना हुई थी। साल 1930 मे सरकार ने इसे अपने नियंत्रण मे ले लिया और 1936 मे इसका नामकरण आंल इंडिया रेडियो कर दिया गया । साल 1956मे इसे *आकाशवाणी* नाम दिया गया। रेडियो को रखने के लिए पहले लाइसेंस लेना पड़ता था और उसकी सालाना फीस ₹5 नजदीकी पोस्ट आफिस मे जमा करनी होती थी। 15 रूपये तक फीस 1973-74 में होगई,
फि लिप्स , मर्फी, बुस कम्पनीयों के जैसे रेडियो ब्रैड घर पर होना status symbol माना जाता था। लोग रेडियो को गले मे टांक कर इधर-उधर जाया करते थे। शादिव्याह में रेडियो को लोग लेजाया करते थे। उस से एक प्रकार से मनोरंजन होता था बहरहाल आज समूचे भारत मे 23 भाषाओं मे 591रेडियो स्टेशन है जिनकी पंहुच 98% आबादी तक है। प्रधानमंत्री मोदी जी अपने *मन की बात* रेडियो से ही करते है..जिसके अभी तक 110 एपीसोड हो चुके है। आप सब को राष्ट्रीय प्रसारण दिवस की हार्दिक शुभकामनाए।