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मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुरूषोत्तम ने कहा कि बद्रीनाथ और मंगलौर के उप निर्वाचन की तिथि घोषित की जा चुकी जानिए सभी समाचार

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मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम ने मीडिया सेंटर सचिवालय में उत्तराखण्ड की 2 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव के सम्बन्ध में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में उत्तराखण्ड राज्य की दो विधानसभा सीटों 04- बद्रीनाथ और 33-मंगलौर के लिए उप निर्वाचन की तिथि घोषित की जा चुकी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि विधानसभा सीट 04- बद्रीनाथ और 33-मंगलौर के विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 14 जून 2024(शुक्रवार) को अधिसूचना जारी की जायेगी। नामांकन भरने की अंतिम तिथि 21 जून 2024(शुक्रवार) है। 24 जून 2024(सोमवार) तक नामांकनों की जांच की जायेगी। जो प्रत्याशी नाम वापस लेना चाहेंगे, उनके लिए नाम वापसी की अंतिम तिथि 26 जून 2024(बुधवार) तक होगी। दोनों विधानसभा सीट पर 10 जुलाई 2024(बुधवार) को मतदान होगा और 13 जुलाई 2024(शनिवार) को मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि विधानसभा उप निर्वाचन के दृष्टिगत जनपद चमोली और जनपद हरिद्वार में आज से ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो चुकी है, जो 15 जुलाई 2024(सोमवार) तक रहेगी।

उत्तराखण्ड राज्य में विधानसभा उप निर्वाचन के लिए बद्रीनाथ विधान सभा सीट में 210 पोलिंग बूथ बनाये जायेंगे। बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर 01 लाख 02 हजार 145 मतदाता एवं 2566 सर्विस मतदाता है। मंगलौर विधानसभा सीट पर 132 पोलिंग बूथ बनाये जायेंगे। मंगलौर विधानसभा सीट पर 01 लाख 19 हजार 930 मतदाता और 255 सर्विस मतदाता हैं।

इस अवसर पर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुश्री मुक्ता मिश्रा और सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री मस्तू दास मौजूद थे।
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मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग से सडक दुर्घटनाओं के बाद हुए डेथ ऑडिट के फलस्वरूप उठाए गए सुधारात्मक कदमों (Corrective Measures ) की जानकारी मांगी*


*फेसलेस चालान सिस्टम को लागू किया जाए*

*ट्रैफिक सिगनल को एएनपीआर तथा आरएलवीडी सिस्टम से अपग्रेड किया जाएगा*

*दोपहिया वाहनो पर पीछे बैठने वालो के लिए हेलमेट पहनने एव फॉर वीकल में सभी के लिए सीट बेल्ट के नियम को सख्ती से लागू करवाने के निर्देश*

*ड्रोन, हाई टेक मोटर बाईक, कैमरों के साथ राडार स्पीड साइन बोर्ड, डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड, वेरिऐबल मेसेज डिस्पले बोर्ड लगाने व बॉडी वॉर्न कैमरो से हाईटेक की जा रही है राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था*

 

*सीएस श्रीमती राधा स्तूडी ने अधिकारियों को जीरो एक्सीडेट राज्य के विजन के साथ कार्य करने की सख्त हिदायत दी*

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने परिवहन विभाग से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के बाद हुए डेथ ऑडिट के फलस्वरूप उठाए गए सुधारात्मक कदमों (Corrective Measures ) की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने पूरी तरह से फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिए है। श्रीमती राधा रतूडी ने सम्पूर्ण राज्य सीमा एवं सभी मुख्य मार्गों पर एएनपीआर कैमरों के साथ ही शहरों में ड्रोन कैमरों से ट्रैफिक व्यवस्था की मॉनिटरिंग एवं चालान के निर्देश दिए हैं। सीएस ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में सप्ताह में एक दिन बच्चों को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्रैफिक सिगनल को एएनपीआर तथा आरएलवीडी सिस्टम से अपग्रेड करने के निर्देश दिए हैं।

सोमवार को सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबन्ध समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने के दृष्टिगत मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने दोपहिया वाहनों पर पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट पहनने एव फॉर वीकल में सभी के लिए सीट बेल्ट के नियम को सख्ती से लागू करवाने के निर्देश दिए हैं।

रोड सेफटी की आज की महत्वपूर्ण बैठक में राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था को हाईटेक एवं अपडेट करने के दृष्टिगत मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी 13 जिलों में ड्रोन सेवाओं की व्यवस्था, ट्रैफिक सिगनल को एएनपीआर तथा आरएलवीडी सिस्टम से इंटिग्रेट व अपडेट करने, हाई टेक मोटर बाईक, कैमरों के साथ राडार स्पीड साइन बोर्ड, डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड व वेरिएबल मेसेज डिस्पले बोर्ड लगाने, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों हेतु बॉडी वॉर्न कैमरा, एल्कोमीटर / ब्रीथ एनालाइजर, पोर्टेबल साउण्ड सिस्टम जैसे आधुनिकतम टेक्नॉलाजी सिस्टम को लागू करने की वित्तीय एवं सैद्धान्तिक स्वीकृति दी है।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने परिवहन एवं पुलिस विभाग को सड़क सुरक्षा एवं यातायात जागरूकता हेतु अधिकाधिक सोशल मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता को कार्य करने के निर्देश दिए है।

जीरो एक्सीडेंट राज्य के विजन के साथ कार्य करने की सख्त हिदायत देते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने लोक निर्माण विभाग को वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु सुरक्षात्मक कार्यों के तहत क्रैश बैरियर लगाने, रोड डेलीनेटर व कैट आई, ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य करने, पैरापिट एवं कॉशनरी साईन बोर्ड, रोड फर्नीचर रोड मार्किंग आदि कार्यों की वित्तीय एवं सैद्धान्तिक स्वीकृति दी।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने हिट एण्ड रन तथा गुड़ समेरिटन के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के मागों पर वैज्ञानिक तरीके से गति सीमा के निर्धारण की कार्ययोजना पर तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं ।

बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले वर्ष 67 गुड समेरिटन को 10 लाख की धनराशि आवंटित की गई है। वर्ष 2024-26 में गुड़ समेरिटन योजना हेतु 10 लाख की धनराशि प्रस्तावित है। विदित है कि गुड समेरिटन को प्रोत्साहित करने हेतु उत्तराखण्ड में Ministry of Road Transport and Highways, Government of India की Good Samaritan स्कीम को विभागीय स्तर पर लागू किया गया है, जिसमें Good Samaritan को नगद ईनाम और प्रशंसा पत्र दिया जाता है।”
उत्तराखण्ड राज्य में भी विभागीय Good Samaritans पुरस्कार योजना प्रारम्भ की गयी है, जिसके अन्तर्गत यदि कोई व्यक्ति निम्नलिखित कार्यों में से कोई कार्य करता है, तो उत्तराखण्ड पुलिस उसे नगद ईनाम और प्रशंसा पत्र प्रदान करेगी। सड़क दुर्घटना में किसी व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना। सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्ति/व्यक्तियों का राहत एवं बचाव कार्य कर समय से अस्पताल पहुँचाना। सड़क दुर्घटना में घायल / चोटिल व्यक्ति को एम्बुलेंस की उपलब्धता न होने की स्थिति में निजी वाहन से अस्पताल पहुँचाना।
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करना या रक्तदान का प्रचार-प्रसार कर सम्बन्धित ब्लड ग्रुप वाले रक्तदाता (क्वदवत) की व्यवस्था करना।
दुर्घटना में घायल व्यक्ति की आर्थिक रूप से सहायता करना आदि। सड़क दुर्घटना की रोकथाम के प्रयास में प्रभावी सहायता योगदान उपलब्ध कराना।

बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव श्री रमेश कुमार सुधांशु , सचिव श्री अरविन्द सिंह हयाकी, श्री वी षणमुगम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।आगे पढ़ें 
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सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने निवेश प्रस्तावों की ग्राउडिंग के साथ ही राज्य में लगने वाले नए उद्यमों हेतु पर्याप्त मात्रा में विद्युत आपूर्ति तथा जलापूर्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए*


*राज्य में लग रहे बायोफयूल उद्यमों से कच्चे माल के रूप में पिरूल के उपयोग के प्रस्ताव पर विचार करने के निर्देश*

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने ऊर्जा एवं सम्बन्धित विभागों को निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिंग के साथ ही राज्य में लगने वाले नए उद्यमों हेतु पर्याप्त मात्रा में विद्युत आपूर्ति तथा जलापूर्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने राज्य में लग रहे बायोफयूल उद्यमों से कच्चे माल के रूप में पिरूल के उपयोग के प्रस्ताव पर विचार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को समयबद्धता व लक्ष्य आधारित कार्यशैली अपनाते हुए सभी निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिंग को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में गत वर्ष आयोजित हुए उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में किये गए निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिग की समीक्षा की। आज की बैठक में उन्होंने मुख्यतः आवास, पर्यटन तथा ऊर्जा विभाग के तहत किए गए एमओयू की समीक्षा की।


बैठक में जानकारी दी गई कि आवास विभाग के तहत कुल किए गए 125 एमओयू में से 74 पर कार्य आरम्भ हो चुका है, इससे कुल 7429.85 करोड़ रूपये का निवेश आया है तथा 12318 रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। पर्यटन विभाग के तहत कुल 505 एमओयू में से 140 पर कार्य आरम्भ हो चुका है, जिससे 3816.22 करोड़ रूपये का निवेश आया है तथा 5047 रोजगार सृजित हुए हैं। ऊर्जा विभाग के तहत कुल 193 यूनिट की ग्राउडिंग हो चुकी है जिससे 28288 करोड़ का निवेश आया है तथा निर्माण कार्यों के दौरान 18119 रोजगार तथा संचालन के दौरान 4026 रोजगार सृजित हुए हैं। एरोमेटिक प्लान्टस के क्षेत्र में अभी तक कुल 32 यूनिट की ग्राउडिंग हुई है जिससे 133.4 करोड़ रूपये का निवेश प्राप्त हुआ है तथा 1052 रोजगार सृजित हुए हैं।

बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्री विनय शंकर पाण्डेय, श्री विनोद कुमार सुमन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।आगे पढ़ें  
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*उत्तराखंड में संक्रामक रोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एसओपी, स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को दिए कड़े दिशा निर्देश*

*राज्य में जिला स्तर पर रैपिड रिसपॉन्स टीम का गठन, अस्पतालों को व्यवस्थायें बनाने के निर्देश, स्वास्थ्य कर्मियों को जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश- डॉ आर राजेश कुमार*

राज्य में संक्रामक रोगों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एसओपी जारी कर दी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने एसओपी जारी करते हुए जल जनित रोगों की रोकथाम को लेकर अधिकारियों-कर्मचारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया गर्मियों के दौरान पेयजल से होने वाले संक्रामक रोगों के मामले अधिक सामने आते हैं Diarrhoea, Dysentery, Cholera, Viral Hepatitis, Typhoid इत्यादि के प्रसारण होने का खतरा बढ़ जाता है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि नगर निगम, नगर पालिका, पंचायती राज विभाग, ग्राम विकास समिति से समन्वय बनाते हुए स्वच्छता एवं साफ सफाई, जन जागरूकता इत्यादि की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

जिला स्तर पर रैपिड रिसपॉन्स टीम का गठन
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने क्षेत्र में जल जनित रोग की Clustring of Cases पाये जाने पर जनपद स्तरीय रैपिड रिसपॉन्स टीम (Rapid Response team) (एपिडिमियोलॉजिस्ट, चिकित्सक फिजिशियन/पीडियाट्रिसियन एवं माइकोबाइलैजिस्ट / पैथोलोजिस्ट) टीम द्वारा त्वरित उपचार, नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु त्वरित कार्यवाही की जाए। समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाइयों द्वारा जल जनित रोगों के रोगियों की सूचना अनिवार्य रूप से idsp-ihip पोर्टल पर दैनिक रूप से प्रविष्ट किया जाना सुनिश्चित की जाए। जनपद स्तर पर गठित रैपिड रिस्पांस टीम को अलर्ट मोर पर रहने के लिए निर्देशित किया जाए। जल जनित रोगों से संबंधित किसी भी प्रकार की क्लस्टरिंग रिपोर्ट होने की दशा में रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा त्वरित रूप से निरोधात्मक कार्रवाई की जाए।

अस्पतालों को व्यवस्थायें बनाने के निर्देश
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने समस्त चिकित्सा ईकाईयों में समुचित मात्रा में ओ०आर०एस०, आई०वी०पलूयूड्स, एन्टीबायोटिक्स, व अन्य औषाधियों एवं जल की गुणवत्ता की जाँच एवं विशंक्रमण हेतुं जनपद स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन टैबलेट्स, ओ०टी० सोल्यूशन एवं एच० 2 एस० (H₂S) स्ट्रिप्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।जनपद स्तर, ब्लॉक स्तर एवं ग्राम स्तर में पेय जल की गुणवत्ता जाँच एवं विसंक्रमण हेतु जल संस्थान विभाग से समन्वय बनाते हुए कार्यवाही की जाए।

जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य जनपद, ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से आम जनमानस में जल जनित रोगों से बचाव एवं रोकथाम संबंधित जन जागरूकता कार्रवाई (आईइसी) की जाए एवं हेंड बिल, पोस्टर एवं सामूहिक गोष्ठियों के माध्यम से जनमानस को निम्न स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करें।

संक्रामक रोगों से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा संक्रामक रोगों से बचने के लिए पानी उबाल कर पियें एवं ढक कर रखे। जल को साफ बर्तनो अयं उचित तरीके से भरें और दूषित जल का उपयोग न करें। ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करें एवं खाद्य पदार्थों को ढक कर रखें। शौच के पश्चात, भोजन करने व बनाने एवं खाने से पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोवें। शौचालयो का प्रयोग करें एवं शौचालयो को साफ रखें। नहाने के लिए केवल स्वच्छ जल का उपयोग करें।

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