हरिद्वार। लोहडी व मकर सक्रांन्ति स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग ने रणनीति बनाकर पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश दिये कि डयूटी के दौरान लापरवाहीं बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
आज यहां पुलिस अधीक्षक नगर (नोडल अधिकारी मेला) स्वतंत्र कुमार सिंह द्वारा अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में लोहड़ीध् मकर सक्रांन्ति स्नान पर्व हेतु नियुक्त फोर्स को ब्रीफ किया गया। उन्होंने कहा कि स्थानीय अभिसूचना ईकाई के अधिकारी गुप्त रूप से पूरे मेला क्षेत्र में कड़ी नजर रखेंगे लाभप्रद सूचना से उच्च अधिकारियों को तत्काल अवगत कराएंगे, प्रत्येक जोन अधिकारी अन्य अधिकारीगण के साथ मिलकर क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों से समन्वय व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे। इस मेले को सकुशल संपादन करने में सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को आपसी समन्वय बनाते हुए निर्विघ्न संपन्न करना है। ड्यूटी पर नाम मात्र का खड़ा नहीं होना है हमें जिम्मेदारियां का निर्वहन करना है तथा जो असुविधा हो रही है उसका समाधान ढूंढ कर व्यवस्था को दुरुस्त बनाना है। आवश्यक कार्य को छोड़कर किसी भी दशा में अनावश्यक बात विचार या मोबाइल का प्रयोग नहीं करना है छोटी सी लापरवाही कभीकृकभी बड़ा रूप ले लेती है जिस हेतु हमें अपने प्वाइंटों पर सतर्क रहना है। विगत स्नानों में देखा गया कि लोहड़ीध् मकरसक्रांन्ति स्नान पर अचानक से भीड़ बढ़ जाती हैं जिससे हमें पहले से ही छोटी बड़ी सभी तैयारी करके रहना है। प्रत्येक जोनल अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में वैकल्पिक मार्गों का भीड़ बढ़ने की दशा में उपयोग कर जनसंख्या के दबाव को नियंत्रित करेंगे। प्रत्येक प्वाईंट पर नियुक्त पुलिसकर्मी का अपना विशेष महत्व है। थोड़ी सी भी लापरवाही से कोई भी समस्या उत्पन्न हो सकती है, इसलिए सभी लोग अपनी अपनी जिम्मेदारियों का दृढ़ता एवं संयम के हाथ निर्वहन करेंगे। मनसा देवी, चंडी देवी में ड्यूटी प्रभारी यह सुनिश्चित करेगे की श्रद्धालुगण कतार में ही आगे बढ़ें। भीड़ का दबाव बढ़ने पर तत्काल कंट्रोल रूम को जानकारी देने के साथ व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखेंगे। महिला घाट पर नियुक्त महिला कर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। जिस स्थान पर अधिक भीड़ की संभावनाएं रहती हैं क्योंकि प्रत्येक महिला एवं उसके परिजन उसी के आसपास रहते हैं। किसी को स्नान के लिए बहुत अधिक समय नहीं दिया जाए। महिला घाट से श्रद्धालुओं को लगातार बाहर निकलते हुए उनके गंतव्य को भेजा जाए। स्नान के दौरान प्रत्येक कर्मी को सही समय पर अपने ड्यूटी प्वाईंट पर आकर मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है। स्नान के दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं के डूबने की संभावनाएं बनी रहती हैं, घाटों पर नियुाक्त जल पुलिस की टीमें लगातार मौजूद व सतर्क रहें जिससे कि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
पीसीएस अधिकारियों के तबादले
शैलेश नेगी ऋषिकेश के नये नगर आयुक्त
देहरादून। उत्तराखंड सरकार द्वारा शनिवार को 9 पीपीएस अधिकारियों के तबादले आदेश जारी कर दिए गए हैं।
आज जिन अधिकारियों को इधर-उधर किया गया है उनमें किशन सिंह नेगी को विशेष भूमि अधप्ति अधिकारी पद से हटकर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी देहरादून की जिम्मेदारी सौंपी गई है तथा उनकी जगह स्मृता परमार को विशेष भूमि अधप्ति अधिकारी बनाया गया है।स्मृता परमार अब तक उपसचिव उत्तराखंड सूचना आयोग की जिम्मेदारी निभा रही थी।
वहीं मुक्ता मिश्रा को संयुक्त निदेशक शहरी विकास के अलावा उप निर्वाचन अधिकारी कार्यालय मुख्य निर्वाचन अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। राहुल कुमार गोयल को नगर आयुक्त ऋषिकेश के पद से हटा दिया गया है। उन्हें गढ़वाल मंडल आयुक्त से अटैच कर दिया गया है। तथा उनकी जगह टिहरी के डिप्टी कलेक्टर शैलेश सिंह नेगी को ऋषिकेश नगर निगम आयुक्त बना दिया गया है।
चतर सिंह को डिप्टी कलेक्टर उत्तरकाशी के पद से हटाकर अब पौड़ी का डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है। वही युक्ता मिश्रा को डिप्टी कलेक्टर देहरादून से हटाकर पौड़ी भेजा गया है। अबरार अहमद को पौड़ी से हटकर डिप्टी कलेक्टर चमोली बनाया गया है। नवंाजिश खालिक को डिप्टी कलेक्टर पौड़ी से हटाकर डिप्टी कलेक्टर उत्तरकाशी तैनात किया गया है।
कार खाई में गिरीए चार घायल
नैनीताल। शनिवार की सुबह एक टैक्सी खाई में जा गिरी। हालांकि टैक्सी 20 मीटर गहरी खाई में गिरकर एक बिजली के पोल से जा टिकी जिससे कार सवार चार लोग सुरक्षित बच सके। चारों सामान्य घायल बताए जा रहे है।
मिली जानकारी के अनुसार मल्लीताल के सात नंबर क्षेत्र स्थित अल्मा कॉटेज में एक टैक्सी अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि हादसे के समय 33 वर्षीय मदनए 40 वर्षीय केशवए 31 वर्षीय उमेश व एक अन्य कार में मौजूद थे। जैसे ही चालक ने वाहन को स्टार्ट किया तो वो अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। गनीमत रही कि कार 20 मीटर नीचे जाकर एक बिजली के पोल पर टिक गई। अगर कार पोल पर नहीं रुकती तो बहुत गहरी खाई में गिरती और न जाने कितना बड़ा नुकसान हो जाता। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के समय कार में चार लोग सवार थे। कार को गिरता देख सभी स्थानीय लोग मदद को पहुंचे और घायलों को कार से बाहर निकाला। इसके बाद चारों घायलों को नजदीकी सड़क तक ले जाया गया और दूसरी कार में बैठाकर स्थानीय बीण्डीण्पाण्डे अस्पताल भेज दिया गया। चिकित्सको का कहना है कि कार हादसे के घायलों को लाया गया थाए जिसमें दो की हालत स्थिर है और दो का उपचार चल रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य कर्मचारियों को दी महंगाई भत्ते की सौगात
-प्रदेश के सरकारी कार्मिकों और पेंशनर्स का बढ़ा 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की सौगात दी गई है। प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को मौजूदा महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत बढ़ोतरी करते हुए अब 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही प्रदेश के पेंशनधारकों को भी चार प्रतिशत बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री की सहमति के बाद शासन द्वारा इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। शासनादेश में कहा गया है कि उक्त कार्मिकों को 01 जुलाई, 2023 से दिनांक 31 दिसम्बर, 2023 तक के पुनरीक्षित मंहगाई भत्ते के अवशेष (एरियर) का भुगतान नकद किया जायेगा। 01 जनवरी, 2024 से मंहगाई भत्ते का भुगतान नियमित वेतन के साथ किया जायेगा परन्तु अंशदायी पेंशन योजना से आच्छादित कार्मिकों के पेंशन अंशदान नियोक्ता के अंश के साथ नई पेंशन योजना से सम्बन्धित खाते में जमा की जायेगी तथा शेष धनराशि नकद भुगतान की जायेगी।
उक्त वर्णित शतों एवं पूर्व में वर्णित शर्तों / प्रतिबन्धों के अधीन उपरोक्तानुसार स्वीकृत मंहगाई भत्ता उत्तराखण्ड राज्य के अधीन कार्यरत अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को भी अनुमन्य होगा।
पूजा के कठोर नियम,चमोली के चार गांव में लग जाता है कफ्र्यू
े चमोली। जिले के सलूड और उर्गम गांवों में ऐसी पूजा होती है, जिसके नियम काफी कठोर होते हैं। इस दौरान गांव का कोई भी व्यक्ति गांव से बाहर कदम नहीं रख सकता है। न ही कोई बाहर का व्यक्ति गांव में घुस सकता है। इस पूजा को उबेद उखेल कहा जाता है, जो काफी कठोर नियमों के तहत होती है।
उत्तराखंड के चार गांवों में अचानक लॉकडाउन लगा दिया गया। इन गांवों का कोई भी व्यक्ति न तो गांव की सीमा से बाहर जा सकेगा और न ही बाहर से कोई इन गांवों में प्रवेश कर सकेगा। दरअसल, देवभूमि उत्तराखंड में देवताओं की पूजा करने के लिए हर गांव और क्षेत्र के अपने-अपने अनुष्ठान और रिवाज हैं। ऐसा ही एक रिवाज सीमांत जिले चमोली की उर्गम घाटी के चार गांवों में खुशहाली, अच्छी फसल और सेहत के लिए अनुष्ठान चल रहा है।
प्रत्येक 60 साल में होने वाली यह पूजा चार दिन तक चलेगी। पूजा-अर्चना निर्विघ्न चले, इसलिए गांवों की सीमाओं पर पूजित चावल व अन्य अनाज से मंत्रों के जरिए लक्ष्मण रेखा खींच दी गई है। जितने दिन तक पूजा-अर्चना होगी, उतने दिन तक इन गांवों का कोई भी व्यक्ति न तो गांव की सीमा से बाहर जा सकेगा और न ही बाहर से कोई इन गांवों में प्रवेश कर सकेगा।
उर्गम घाटी के डुंग्री, बरोसी और जोशीमठ क्षेत्र के सलूड़ और डुंग्रा गांव के लोग इन दिनों भूमियाल देवता के मंदिर में पूजा अर्चना में मग्न हैं। 10 जनवरी को अपराह्न दो बजे से गांव के भूमियाल देवता के मंदिर में उबेद (मंत्रों से गांव की घेरबाड़) कार्यक्रम शुरू हुआ। पूजा शुरू होने से पहले चारों गांवों की सीमाओं का मंत्रों से बंधन कर दिया गया।
नागा संन्यासियों का जत्था अयोध्या के लिए रवाना
हरिद्वार। 22 जनवरी को अयोध्या में श्री रामलला के अभिषेक के लिए जूना अखाड़े के नागा संन्यासियों का जत्था उत्तराखंड के समस्त तीर्थो के पवित्र जल कलशों के साथ हर की पैड़ी पर मां गंगा तथा दक्ष प्रजापति पर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर अयोध्या के लिए रवाना हो गया।
शनिवार की सुबह जय श्री राम, हर हर महादेव के जय घोष के साथ नागा संन्यासी आनंद भैरव व हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी माया देवी की पूजा अर्चना कर अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय सचिव श्री महंत महेश पुरी, मुख्य पुजारी श्रीमंहत सुरेशानंद सरस्वती के नेतृत्व में नागा संन्यासियों का जत्था हर की पैड़ी पहुंचा। जहां मां गंगा की पूजा अर्चना कर दुग्ध अभिषेक कर पवित्र गंगाजल से कलश भरा। इसके साथ ही उत्तराखंड के समस्त तीर्थों से लाये जल से पूरित कलश का भी पूजन किया गया। यहां से पवित्र कलशों को लेकर नागा सन्यासी दक्षेश्वर महादेव मंदिर कनखल पहुंचे तथा भगवान शिव का अभिषेक कर अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की निर्विघ्न संपन्न होने की प्रार्थना की।
कोहरे के चलते जनजीवन प्रभावित
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में भी ठंड प्रकोप जारी है। शीतलहर और घने कोहरे की वजह से जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आसमानों में दिन-भर बादलों का डेरा रहता है। शनिवार को भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली, दिन भर आसमानों में बादल छाए रहे।
हरिद्वार में ठंड का असर अब यातायात व्यवस्थाओं पर भी पड़ने लगा है। भारी ठंड के चलते सड़कों पर भी आवाजाही बेहद कम हो रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों की संख्या भी बेहद कम रही, जिसके चलते यात्रियों और स्नानार्थियों से गुलजार रहने वाली हर की पौड़ी और अन्य घाटों पर सन्नाटा छाया रहा। लोग ठंड के बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे है।
विदेश महिला निकली कोरोना पाॅजिटिव,होटल में किया क्वारंटीन
ऋषिकेश। तीर्थनगरी के तपोवन क्षेत्र के एक होटल में ठहरी विदेशी महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। महिला को होटल में ही क्वारंटीन किया गया है। वहीं प्रशासन ने होटल प्रबंधन को नई बुकिंग लेने से भी मना किया है।
जानकारी के अनुसार आठ जनवरी को आस्ट्रेलिया से एक महिला अपनी मां के साथ तपोवन क्षेत्र में योग प्रशिक्षण के लिए आई थी। वह यहां गंगा किनारे स्थित शहर के एक होटल में ठहरी थी। बताया जा रहा है कि महिला ने शहर के किसी निजी लैब में अपनी कोरोना जांच कराई थी। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी सूचना होटल प्रबंधन ने प्रशासन व एलआईयू को दी। प्रशासन ने महिला को होटल में ही क्वारंटीन कर दिया। वहीं महिला के संपर्क में आए करीब 70.80 लोगों की भी कोरोना जांच की है।
स्वास्थ्यः लगातार बढ़ रहे इन्फ्लुएंजा-ए के मामले
देहरादून। जिले में इन्फ्लुएंजा-ए के मरीज लगातार पॉजिटिव आ रहे हैं। इन मरीजों में इन्फ्लुएंजा-ए के सब-टाइप की जांच की जा रही है तो अधिकतर मरीजों की एच1एन1 रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। जो स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करता है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एच1एन1 संक्रमण को सीजनल इन्फ्लुएंजा की श्रेणी में रखा है। यह संक्रमण किसी पशु से नहीं व्यक्ति में फैलता है। यह मनुष्य से मनुष्य में फैलने वाला संक्रमण है। यह संक्रमण खांसी-जुकाम जैसे संक्रमण की तरह फैलता है। इस वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है। सामान्य सावधानियां बरतने पर इससे बचा जा सकता है।
बारिश न होने से पहंुच रहा फसलों को नुकसान
देहरादून। पूरे प्रदेश में कंपा देने वाली सूखी सर्दी से लोग परेशान हैं। इससे फल और फसलों को भी भारी नुकसान पहंुच रहा है।
पहाड़ के लोग खासतौर पर देहरादून वासी आजकल कोहरे में लिपटे अपने शहर को देखकर हैरान है उनका कहना है कि दून में तो ऐसा कभी नहीं होता था अब उन्हें चटक धूप देखने को नहीं मिल रही है कोहरे की लहर जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी और ठंडी हवाएं जो हाड कंपा दे दिन में इस तरह का मौसम दून में कभी नहीं होता था। बारिश या फिर रात की सर्दी और दिन की धूप के आदी लोगों को दूून का मौसम अत्यधिक खल रहा है लोग दिन में अलाव का सहारा लेने पर मजबूर है। वहीं सड़कों पर वाहनों को दिन में भी लाइट जला कर चलना पड़ रहा है। पहाड़ पर बर्फबारी न होने तथा बारिश न होने के कारण फसलें 25 से 30 फीसदी चैपट हो चुकी है वहीं मैदानी क्षेत्रों में पाले और कोहरे से लगभग 50 फीसदी फैसले खराब होने का अनुमान है। रात और दिन के तापमान के अंतर ने लोगों को कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर दी हैं।वहीं पहाड़ पर हो रही कम बर्फबारी के कारण गर्मियों में पेयजल संकट की संभावनाएं बढ़ा दी है। मौसम की यह विसंगति मौसम विज्ञानियों को भी हैरत में डाले हुए हैं। अगर आने वाले दिनों में बारिश नहीं होती है तो यह सर्दी और अधिक परेशान कर सकती है। राज्य में इस सर्दी के सीजन में 75 फीसदी बारिश कम हुई है जो बीते 16 सालों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।