मुख्यमंत्री ने किया चमोली के गोचर एवं मेले एवं  पिथौरागढ़ में जौलजीबी मेला का उद्घाटन

Pahado Ki Goonj

अब  देश के पत्रकारों का महा कुम्भ 6 जनवरी 2024 को आरम्भ होगा

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गोवर्धन पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में गायों की पूजा की। पूजा के दौरान उन्‍होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की।

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 *LIVE: चमोली में 71वाँ राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेला-2023 में प्रतिभाग*

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शासन के द्वारा सिलक्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन के अध्ययन एवं कारणों की जांच के लिए निदेशक उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र की अध्यक्षता में गठित समिति में शामिल विशेषज्ञों ने स्थल का निरीक्षण कर जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच समिति में शामिल विशेषज्ञों का यह दल बीते दिन ही घटनास्थल पर पहुँच गया था। दल के द्वारा सुरंग एवं इसके ऊपर की पहाड़ी का सर्वेक्षण किया जा रहा है। विशेषज्ञों के इस दल यूएसडीएमए देहरादून के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार, वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. खइंग शिंग ल्युरई, जीएसआई के वैज्ञानिक सुनील कुमार यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक सीबीआरआई रुड़की कौशिल पंडित, उपनिदेशक भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग जी.डी प्रसाद और भूवैज्ञानिक यूएसडीएमए देहरादून तनड्रिला सरकार शामिल हैं।

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मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास टनल में फंसे श्रमिकों के बारे में अधिकारियों से निरंतर जानकारी ले रहे हैं।

राहत एवं बचाव के कार्यों में लगी एजेंसियों से भी मुख्यमंत्री हर पल की अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मौके पर तैनात जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं वहां पर कार्य कर रही एजेंसियों से निरन्तर समन्वय बनाकर रखें, राहत सामग्री की किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ने पर, शीघ्र उपलब्ध कराई जाए।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन द्वारा सिल्क्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन के अध्ययन एवं कारणों की जांच के लिए निदेशक उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र की अध्यक्षता में गठित समिति में शामिल विशेषज्ञों ने स्थल का निरीक्षण कर जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। राहत एवं बचाव के कार्य तेजी से चल रहे हैं।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव  अभिनव कुमार, सचिव  आर. मीनाक्षी सुंदरम,  शैलेश बगोली,  विनय शंकर पाण्डेय, एडीजी  ए.पी. अंशुमन, सूचना महानिदेशक  बंशीधर तिवारी एवं अपर सचिव  जे.सी. काण्डपाल उपस्थित थे।

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 जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप निर्माणाधीन लगभग 4531 मी0 लम्बी सुरंग जिसका कि सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मी० तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मी0 निर्माण हो चुका है, में दिनांक 12 नवम्बर, 2023 की प्रातः 08:45 पर सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिरने के कारण 40 व्यक्ति फँस गये थे। कार्यदायी संस्था एन एच. आई.डी. सी. एल. द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार फँसे हुये व्यक्तियों में से 02 उत्तराखण्ड के 01 हिमाचल, 04 बिहार के 03 पश्चिम बंगाल के 08 उत्तर प्रदेश के, 05 उड़ीसा के, 15 झारखण्ड के एवं 02 असम के हैं।


सुरंग के अंदर कम्प्रेशर के माध्यम से निरन्तरता में ऑक्सीजन प्रवाहित की जा रही है और दबाव युक्त हवा के साथ भोजन सामग्री के छोटे-छोटे पैकेट भी फंसे हुये व्यक्तियों तक पहुँचाये जा रहे हैं। फँसे हुये व्यक्तियों के साथ वॉकी-टॉकी के माध्यम से बातचीत की जा रही है और प्राप्त सूचना के अनुसार सभी व्यक्ति सुरक्षित हैं।

सम्बन्धित विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर एन.एच.ए.आई., आर. बी. एन.एल., एन. एच.सी.एल., एल एण्ड टी, टी.एच.डी.सी., बी.आर.ओ. एवं एन.एच.आई.डी.सी.एल. के स्तर से उपलब्ध करवाये गये तकनीकी एवं अन्य उपकरणों व संसाधनों के द्वारा सुरंग के अन्दर आये मलबे को युद्ध स्तर पर हटाये जाने का कार्य किया जा रहा है तथा साथ-साथ सुरंग की दीवार पर शॉर्ट क्रीटिंग का कार्य भी किया जा रहा है। इसके साथ ही उपस्थित विशेषज्ञों के परामर्श पर फँसे हुये मजदूरों तक पहुँचने के लिये मलबा हटाकर सेटरिंग प्लेट लगा कर उन्हें निकालने के लिये सुरक्षित मार्ग (ESCAPE PASSAGE) तैयार किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं, परन्तु सुरंग के ऊपरी भाग से आ रहे मलबे के कारण इस कार्य में बाधा पहुँच रही है।

फँसे हुये व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिये विशेषज्ञों के द्वारा 900 मि.मी. के MS Steel Pipe को मलबे के आर-पार स्थापित किये जाने का परामर्श दिया गया है। वांछित संख्या में MS Steel Pipe घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं, जिन्हें सुरंग के अंदर स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है और साथ ही MS Steel Pipes की स्थापना हेतु सिंचाई विभाग के 05 विशेषज्ञ अभियन्ताओं के दल भी देहरादून से घटनास्थल पर पहुंच गया है।

आर.बी.एन.एल. द्वारा भेजी गई आर०ओ०सी० मशीन घटना स्थल पर पहुंच चुकी है।

घटनास्थल पर स्टेजिंग एरिया बनाया गया है, जहाँ पर वॉर्टिकल ड्रिल मशीन, हॉरिजोण्टल ड्रिल मशीन व शॉर्टक्रीट मशीन उपलब्ध हैं, साथ ही सुरंग के बाहर 03 पोकलैण्ड, 02 जेसीबी, 06 ट्रक, 01 हाईड्रा, 02 लोडर तैनात हैं तथा सुरंग के अन्दर 04 पोकलैण्ड, 03 शॉर्टक्रीटिंग मशीन 02 बूमर, 02 हाईड्रा व 02 ट्रक कार्य कर रहे हैं।

खोज-बचाव कार्यों हेतु पुलिस, एन.डी.आर.एफ., एस. डी. आर. एफ., आई.टी.बी.पी., सीमा सड़क संगठन, स्वास्थ्य विभाग व त्वरित कार्यवाही दल के सदस्यों सहित कुल 160 राहतकर्मी घटनास्थल पर तैनात किये गये हैं।

त्वरित कार्यवाही के दृष्टिगत घटनास्थल से 05 कि.मी. की दूरी पर स्थापना के पास अस्थायी हेलीपेड का निर्माण किया गया है तथा चिन्यालीसौड़ हैलीपेड को भी राहत कार्यों हेतु चिह्नित किया गया है।

सुरंग में फँसे हुये व्यक्तियों के परिजनों की सुविधा तथा उनकी आशकाओं के निवारण एवं उन्हें स्थिति की सही जानकारी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जनपद प्रशासन के द्वारा इस घटना विशेष के लिये हेल्पलाइन की व्यवस्था की गयी है ( 01374-222722, 222126, 7500337269 जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र व 7455991223, 7818066867- सिल्क्यारा में स्थापित स्थलीय परिचालन केन्द्र) ।

सुरंग से व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के उपरान्त उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करवाये जाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की टीमें विशेषज्ञ व उचित औषधि उपकरण, एम्बुलेंस सहित टनल गेट पर तैनात की गयी है। किसी भी विपरीत परिस्थिति में कार्यवाही हेतु निकटवर्ती जनपदों के चिकित्सालयों के साथ ही एम्स ऋषिकेश को हाई एलर्ट पर रखा गया है तथा ऑक्सीजन की निर्वाध आपूर्ति हेतु पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेण्डरों का भण्डारण किया गया है।

जिलाधिकारी उत्तरकाशी मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, डुण्डा / बडकोट. एन.एच.आई.डी.सी.एल. के मुख्य प्रबन्धक एवं राजस्व टीम मौके पर मौजूद है।

इस घटना के कारणों की जाँच एवं तद् संबंधित आख्या तैयार कर उपलब्ध करवाये जाने हेतु निदेशक, उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केन्द्र की अध्यक्षता में गठित तकनीकी समिति जिसमें वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग, भूगर्भ एवं खनिकर्म इकाई तथा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के विशेषज्ञ सम्मिलित हैं, के द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया जा रहा है।

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  1. *LIVE: पिथौरागढ़ में जौलजीबी मेला-2023 का उद्घाटन कार्यक्रम में प्रतिभाग*

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*मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने किया मेले का उद्घाटन।*

*गौचर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत करने की घोषणा।*

*मेले में पारम्परिक पहाड़ी संस्कृति से सजा पांडाल बना आकर्षण का केन्द्र।*

*गौचर मेले के पहले दिन ईष्ट रावल देवता की पूजा के साथ स्कूली बच्चों ने निकाली प्रभात फेरी।*

गौचर में 71वॉं राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का शानदार आगाज हो गया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गौचर मेले का विधिवत उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों एवं फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गौचर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उच्चीकरण करने की घोषणा भी की।

गौचर मेले में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हमारे जीवन में इंद्रधनुषी रंगों की तरह हैं और जीवन में ताजगी और उत्साह भर देते हैं। प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने- बाने को बुनने में बहुत मदद की और लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण हमारे राज्य का एक प्रसिद्ध राजकीय मेला है। उन्होंने मेले को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी, रोपवे कनेक्टिविटी, हवाई कनेक्टिविटी सहित ऊर्जा एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में विशेष कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन का निर्माण तथा निर्माणाधीन रोपवे परियोजनाएं इस बात का उदाहरण हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का ‘‘विकल्प रहित संकल्प‘‘ के साथ कार्य किये जा रहे हैं। इस संकल्प के कुछ पड़ाव हमने पार कर लिए हैं पर अभी बहुत काम करना बाकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने, प्रदेश की महिलाओं के लिये 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून और सख्त नकल विरोधी कानून लागू करने का काम किया है। राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए प्रदेश और प्रदेश का हित सर्वोपरि हैं। प्रदेश में किसी भी वर्ग का अहित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को देश का एक ‘श्रेष्ठ राज्य‘ बनाने के लिए सभी के सहयोग और मार्गदर्शन करते रहने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजपाल सिंह बिष्ट को गोविन्द प्रसाद नौटियाल पत्रकार सम्मान और “विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान, उत्तराखण्ड“ को पंडित महेशानन्द नौटियाल शिक्षा और साहित्य प्रसार सम्मान से सम्मानित भी किया।

क्षेत्रीय विधायक  अनिल नौटियाल एवं मेला उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू बिष्ट ने गौचर मेले का शुभारंभ करने पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया और मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए समस्याओं के निदान के लिए मांग पत्र भी दिया।

गौचर मेले में पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद प्रातः स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। मेलाध्यक्ष/जिलाधिकारी हिमांशु खुराना द्वारा झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली गई। गौचर मेला मुख्य द्वार से चटवापीपल पुल तक एवं वापसी उसी रूट से होते हुए मुख्य मेला द्वार तक क्रास कण्ट्री दौड़ का आयोजन किया गया। खेल मैदान में बालक एवं बालिकाओं की दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या पर रात्रि को प्रसिद्ध जागर गायिका श्रीमती बसंती बिष्ट द्वारा लोकगीत, नृत्य और जागर के साथ ही गायक जितेंद्र तुमक्याल और श्वेता मेहरा द्वारा कुमांऊनी नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। गौचर मेले में पारम्परिक पहाडी संस्कृति से सजा पांडाल मेलार्थियों के बीच खासे आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।

मेले के उद्घाटन के अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष  महेन्द्र भट्ट, सांसद  अजय टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक  अनिल नौटियाल, थराली विधायक  भूपाल राम टम्टा, रुद्रप्रयाग विधायक  भरत चौधरी, राज्य मंत्री  रमेश गडिया, पूर्व विधायक श्रीमती मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख/मेला उपाध्यक्ष श्रीमती चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष/मेला उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू बिष्ट, कर्णप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती दमयंती रतूड़ी, जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष  हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक सुश्री रेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, मेलाधिकारी  संतोष कुमार पांडेय, कोषाध्यक्ष  सुरेंद्र सिंह देव आदि सहित बडी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे।

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प्रगति मैदान में चल रहे भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड पैवेलियन हॉल नं-5 में कर रहा प्रतिभाग
आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 42वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड पैवेलियन हॉल नं-5 पर प्रतिभाग किया जा रहा है।
उत्तराखण्ड पैवेलियन के निदेशक  प्रदीप नेगी मे बताया कि राज्य के पैवेलियन में कुल 36 स्टॉल लगे हैं, जिसमें जनपद हरिद्वार, देहरादून, पौढ़ी गढ़वाल, चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली एवं टिहरी जनपद के शिल्पियों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन हेतु स्टॉल लगाये गये है। पैवेलियन में सरकारी विभागों की ओर से पर्यटन, खादी बोर्ड, एवं औद्योगिक बोर्ड द्वारा प्रतिभाग गया है तथा उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्ताशिल्प विकास परिषद् के अधीन हिमाद्रि का भी स्टॉल लगा है।
पैवेलियन में उत्तराखण्ड राज्य के माह दिसम्बर, 2023 में प्रस्तावित उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट(UKGIS)-2023 पर भी फोकस किया गया है। उत्तराखण्ड पैवेलियन में अल्मोड़ा की प्रसिद्व बाल मिठाई, चम्पावत लोहाघाट की लोहे की कढ़ाई, हरिद्वार की लोही शॉल, चम्पावत के उलन के कपडें़ ऋषिकेश के स्टोन एवं उत्तराखण्ड की दालें मुख्य आर्कषण का केन्द्र बनी हुई है।
इस वर्ष भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम ‘‘वसुधैव कुटुंबकम(United by Trade)’’ है। मेले में फोक्स राज्यों में दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर और झारखंड व पार्टनर राज्यों में बिहार और केरल के रूप में प्रतिभाग कर रहा है।

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*मुख्यमंत्री ने किया जौलजीबी मेले का शुभारम्भ*

*भारत और नेपाल की साझी संस्कृति का प्रतीक है जौलजीवी मेला*

*मुख्यमंत्री ने जौलजीबी मेले के लिये की रुपए 10 लाख दिए जाने की घोषणा*

*जौलजीबी मेले के अवसर पर केएमवीएन द्वारा काली नदी पर युवाओं हेतु आयोजित राफिं्टग प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया*

*प्रधानमंत्री की पिथौरागढ़ की यात्रा से इस क्षेत्र को मिली नई पहचान – मुख्यमंत्री*

*मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का भी शुभारंभ कर, सभी स्टालों का किया निरीक्षण*

*मुख्यमंत्री ने दी बच्चों को बाल दिवस की बधाई, चॉकलेट देकर दिया आशीर्वाद*

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को काली एवं गोरी नदी के संगम पर आयोजित 110 वर्ष पुराने जौलजीबी मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलजीबी मेला भारत, नेपाल व तिब्बत के मध्य आपसी सौहार्द, व्यापारिक, सास्कृतिक व परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य करता है। यह मेला धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में बहुत महत्व रखता है। यह मेला भारत एवं नेपाल देश के बीच संस्कृति, सभ्यता के साथ-साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि वे बचपन से ही यहां के रीति-रिवाज और संस्कृति को देखते आ रहे हैं तथा इस मेले से उन्हें बहुत लगाव रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौलजीबी मेले हेतु रुपए 10 लाख दिए जाने की घोषणा की तथा केएमवीएन द्वारा काली नदी पर युवाओं हेतु आयोजित राफिं्टग प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ कर सभी स्टालों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चाकलेट देकर बच्चों को बाल दिवस की बधाई दी तथा उन्हें आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सांस्कृतिक मेला हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य भी कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी देश के सीमान्त गांवों के विकास के प्रति बहुत गंभीर है, इसका सीधा उदाहरण विगत दिनों उनके द्वारा आदि कैलाश व गुंजी की यात्रा है, जिससे आज पूरा विश्व इस क्षेत्र को जानने लगा है, यहां की यात्रा के उपरांत स्वयं प्रधानमंत्री जी द्वारा ट्वीट कर पवित्र आदि कैलाश की सुंदरता, धार्मिक महत्ता का वर्णन किया गया, जिससे अब यहां आवाजाही लगातार बढ़ रही है। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी इसके बाद इसे लेकर ट्वीट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में यह पूरा क्षेत्र आवागमन का बहुत बड़ा केंद्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के गांवों का सतत विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के इस सीमान्त क्षेत्र के विकास के लिए काली नदी पर डबल लेन मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिससे भारत और नेपाल देश के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का भी निर्माण व चौड़ीकरण किया जा रहा है, इससे व्यापार बढ़ेगा तथा क्षेत्र का विकास होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा संचालित करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और बहुत जल्द हवाई सेवा शुरू करने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एयरक्राफ्ट खड़ा है। पायलट के लिए 100 घंटे की फ्लाइंग आवश्यक होती है, इस प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यहां मेडिकल कॉलेज भी बनने जा रहा है। जो सब आज यहां हो रहा है, वो पहले किसी ने सोचा भी नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम समर्पित भाव से दिन-रात कार्य कर रहे हैं, और जब तक अपने ‘‘विकल्प रहित संकल्प‘‘ को पूरा नहीं कर लेते तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे, आराम से नहीं बैठेंगे।

इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा ,अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, ब्लॉक प्रमुख धारचूला धन सिंह धामी, डीडीहाट बबीता चुफाल, कनालीछीना सुनीता कन्याल नगर पालिका अध्यक्ष धारचूला राजेश्वरी देवी, डीडीहाट कमला चुफाल, सदस्य जिला पंचायत गंगोत्री दताल, जिलाधिकारी रीना जोशी, एस.पी. लोकेश्वर सिंह, नेपाल के दारचूला जिले की प्रमुख जिलाधिकारी किरन जोशी, सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, दोनों देशों के नागरिक संस्कृति कर्मी आदि उपस्थित रहे।

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बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नडा से  मुख्यमंत्री ने मुलाकात 

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