जोशीमठ, जनपद चमोली जिले में मवेशियों पशुओं गाय, भैंस, बकरी पालन कर रहे स्थानीय लोगों ने कहा कि बीमारी के कारण मवेशी मर रहे है जिससे महामारी बिमारी फैलने के कारण हो सकते है ।
वहीं स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ जिला अधिकारी ने तत्काल जिला पशुचिकित्साधिकारी को उपचार करने के लिए निर्देशित किया ।
इस अवसर पर पशु पालन कास्तकार मनमोहन सिंह बिष्ट पैनखड़ी ने कहा विश्व प्रसिद्ध औली-गौरसों में बिमारी फैली हुई है अभी तक टीकाकरण अभियान नहीं चलाया गया है जब कि उत्तराखंड सरकार के उपचार करने के लिए निर्देश दिये है। वहीं आज जोशीमठ से जाकर जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना को इस संदर्भ में आप बिती बताया ।
स्थानीय शहरों में भी आवारा पशुओं को भी टिकाकरण नहीं लगा गया है, इस अवसर पर ज्ञापन में स्थानीय लोगों के हस्ताक्षर सुरजीत पवांर,रणजीत सिंह रावत,हीरा सिंह पवांर ग्राम प्रधान टंगणी देवेन्द्र नैथानी,राम प्रसाद,ओम प्रकाश डिमरी, चन्डी बहुगुणा, नरेंद्र सिंह रावत, सदस्य क्षेत्र पंचायत डुमक कल्गोट आदि है।
स्थानीय लोगों को अपने पशुओं को 250 ग्राम काली हल्दी पीस कर ,जीरा ,तेज पता, काली मिर्च, लोंग, अदरक पीस कर 7 दिन तक अज्ञात बीमारी में उपचार के लिए पिलाना चाहिए