LIVE: देहरादून में ईको टास्क फोर्स को उपलब्ध कराये जा रहे बोलेरो वाहन एवं मोटरसाईकिलों का फ्लैग ऑफ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम*
https://youtube.com/live/zcYR1SO9lQc?feature=share
आगे पढ़ें
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को गढ़ी कैंट, देहरादून में उत्तराखंड बागवानी विभाग के माध्यम से इको टास्क फोर्स को उपलब्ध कराए गये बोलेरो वाहनों एवं मोटरसाइकिलो का फ्लैग ऑफ किया। इस दौरान 02 बोलेरो पिकअप और 10 मोटरसाइकिलें ईको टास्क फोर्स को सौंपी गई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि भविष्य में हॉर्टिकल्चर विभाग ईको टास्क फोर्स को 6 पॉलीहाउस बनाकर देगा, जिसमें चार पॉलीहाउस परियोजना क्षेत्रों तथा दो पॉलीहाउस बटालियन मुख्यालय में स्थापित किये जायेंगे। लोक निर्माण विभाग से दोनों परियोजना क्षेत्रों में मानसून आने से पूर्व बरसात के पानी के संरक्षण हेतु 120 दिनों के लिए दो जे.सी.बी. प्रदान की जायेंगी। ईको टास्क फोर्स के सहिया, कस्याली तथा बटालियन मुख्यालय में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जल भण्डारण हेतु 50 हजार लीटर की क्षमता की टंकियों का निर्माण कराया जायेगा। ईको टास्क फोर्स की 10 नर्सरियों में सिंचाई प्रणाली की स्थापना की जाएगी। उत्तराखण्ड अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (यूआरडीए) द्वारा देहरादून, सहिया तथा कस्याली परियोजना स्थलों में 100 किलोवाट के सौर पैनल का प्रावधान किया जाएगा। सभी सरकारी विभागों में प्राप्त होने वाले ईको टास्क फोर्स के प्रस्तावों को पूरी प्राथमिकता दी जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिस उद्देश्य के लिए इको टास्क फोर्स की स्थापना की गई थी, उस उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह टीम निरंतर प्रयासरत है। 127 ईको टास्क फोर्स प्रदेश की प्रथम पर्यावरण यूनिट है, जिसकी स्थापना 01 दिसम्बर 1982 में गढवाल रायफल्स रेजिमेण्ट सेन्टर लैन्सडाउन में हुयी थी। उन्होंने कहा कि 127 इको टास्क फोर्स नें स्थापना के बाद से गढ़वाल क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में लगातार अच्छा कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 40 वर्षो में 127 ईको टास्क फोर्स ने उत्तराखण्ड राज्य के 1200 से अधिक भूतपूर्व सैनिकों को यूनिट में भर्ती करके टिहरी, चमोली, देहरादून, तथा सीमान्त क्षेत्रों माणा तथा मलारी में लगभग 20,698 हैक्टेयर भूमि पर करीब 1 करोड 98 लाख पौधों का रोपण किया, यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को 127 और 130 ईको टास्क फोर्स की चार वित्त पोषित कम्पनियों के लिये पाँच साल एफ. ई. के विस्तार की सहमति देने के लिये आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है। ईको टास्क फोर्स का भी इसके लिए निरंतर सहयोग मिल रहा है। उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिये सरकार संकल्प नये उत्तराखण्ड के साथ आगे बढ़ रही है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इको टास्क फोर्स द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्तराखण्ड में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। वृक्षारोपण के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न गतिविधियां इनके द्वारा राज्य में की जा रही हैं।
इस अवसर पर जी.ओ.सी उत्तराखण्ड सब एरिया मेजर जनरल संजीव खत्री, कर्नल रोहित श्रीवास्तव, हीरो मोटोकॉर्प के प्लांट हेड यशपाल सरदाना एवं ईको टास्क फोर्स के सदस्य उपस्थित थे।
आगे पढ़ें
रुद्रप्रयाग, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग विगत सायं को भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग आवागमन हेतु बंद हो गया था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। भैंरों ग्लेशियर से बर्फ हटाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जबकि कुबेर ग्लेशियर पर बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है जो कि पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों के लिए ही यात्रा मार्ग खोल दिया गया था किन्तु 2 बजकर 25 मिनट पर भैरों ग्लेशियर पर दुबारा ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग आवाजाही हेतु पूर्णतः बंद हो गया है l
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं जिस स्थान पर हैं उसी स्थान पर सुरक्षित रहें l उन्होंने यह भी कहा कि जो यात्री हैली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं वो हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैं l उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एन डी आर एफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें l
आगे पढ़ें,
रुद्रप्रयाग l
जन सेवाओं से जुड़े मामलों में ऑनलाईन प्रक्रियाओं को आसान बनाने पर ध्यान दिया जाए। लोगों को एक ही प्लेटफॉर्म पर पर सभी सुविधाएं आसानी से मिले, इसके लिए जन सुविधा से जुड़े सभी विभागों को एक अम्ब्रेला में लाया जाए। सेवा के अधिकार में अधिक से अधिक सेवाएं जोड़ी जाएं। तकनीक का विकास जिस तेजी से हो रहा है, सेवाओं का लाभ आम जनमानस को तेजी से मिले, इसके लिए उनको जागरूक भी किया जाए। ऑनलाईन प्रक्रियाओं के तहत जो भी सेवाएं दी जा रही हैं, इन सेवाओं का व्यापक स्तर पर आम जन तक प्रसार भी किया जाए। राज्य में युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले, रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में सभी विभागों को तेजी से कार्य करने होंगे। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उच्च शिक्षा एवं तकनीकि शिक्षा विभाग को समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उच्च शिक्षा के साथ-साथ युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। हमें युवाओं को रोजगार परक शिक्षा की दिशा में आगे ले जाने के लिए तेजी से कार्य करना है। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आईटीडीए एवं उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
आईटीडीए की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सेवा के अधिकार में और जन सेवाओं को जोड़ा जाए। लोगों को घर बैठे ही अधिकांश सेवाओं का लाभ आसानी से एक ही प्लेटफार्म से मिल जाए, इस दिशा में कार्य किया जाए। राज्य के जिन क्षेत्रों में मोबाईल कनेक्टिविटी की अभी भी समस्या है, उनका जल्द समाधान हो, इस दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। विभिन्न सरकारी योजनाओं का आम जन को पूरा लाभ मिले, इसके लिए ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए कि लोगों को उनकी पात्रता के अनुसार एक क्लिक पर सारी जानकारी उपलब्ध हो सके। विभागों द्वारा भविष्य की आवश्यकताओं को देखकर दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जाएं।
उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भारत सरकार द्वारा सहायतित योजनाओं में तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अनेक संभावनाएं हैं, युवाओं को कौशल विकास के साथ ही अधिक से अधिक रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने पर ध्यान दिया जाए। राज्य में अधिक से अधिक औद्योगिक गतिविधियां हों, बाहर से निवेशक आयें, इस दिशा में तेजी से प्रयास करना हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न विभागों के जो बड़े प्रोजक्ट तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं, उनकी जल्द समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भूमि का सही तरीके से उपयोग हो, इसके लिए जो भी कार्य किये जाएं, वे मास्टर प्लान के तहत ही हों। उन्होंने कहा कि मसूरी एवं नैनीताल में पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। हमें ऐसी व्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा कि पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को अधिक जाम की स्थिति से न गुजरना पड़े।
बैठक में जानकारी दी गई कि अपणि सरकार पोर्टल के माध्यम से 485 सेवाएं लोगों तक पहुचाई जा रही है। जिसमें से 265 सेवाएं सेवा के अधिकार में ली गई है। सेवा के अधिकार में और सेवाओं को जोड़ने के लिए कार्य किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आय के संसाधन बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए कनेक्टिविटी, डिजिटल साक्षरता एवं कौशल विकास की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। उद्योग विभाग द्वारा स्वरोजगार की योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। स्वरोजगार की ओर लोगों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। एमसएमई के तहत भी अनेक कार्य किये जा रहे हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, प्रो. दुर्गेश पंत महानिदेशक यूकॉस्ट, अपर सचिव विजय कुमार जोगदाण्डे, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, निदेशक आई.टी.डी.ए श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, अपर सचिव नवनीत पाण्डे, मनोज पंत एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
आगे पढ़ें
मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरुवार को सचिवालय में राज्य स्तर पर निराश्रित गौवंश के रहने के लिए गौशालाओं की उचित व्यवस्था के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने शहरों में निराश्रित गौवंश के लिए गौशालाओं के निर्माण किए जाने हेतु जिलाधिकारियों को भूमि चिन्हित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि योजना से पूरे प्रदेश को अच्छादित करना है। उन्होंने विशेषकर चारधाम यात्रा मार्ग में आने वाले शहरों में घूम रहे गौवंशों को गौशालाओं में रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग, नगर निगम और पशुपालन विभाग इस सम्बन्ध में अपने अपने निर्धारित कार्य करें, ताकि किसी प्रकार का संशय न हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि गौशालाओं का संचालन एनजीओ के माध्यम से कराया जाए। उन्होंने सभी नगर निगमों और नगर पालिकाओं में जानवरों को उठाने के लिए हाइड्रोलिक वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कहा कि इससे जानवरों को लिफ्ट करने में घायल होने से बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी, नगर निगम, नगर पालिकाएं और नगर पंचायतें इस कार्य के लिए एनजीओ सहित भूमि की तलाश शुरू करें।
मुख्य सचिव ने कहा कि गौशालाओं के लिए भूमि लीज पर दिए जाने का अधिकार जिलाधिकारियों को दिया जाएगा। पुरानी गौशालाओं के विस्तारीकरण और नई गौशालाओं के निर्माण के लिए जिलाधिकारी निर्णय ले सकेंगे। जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि नगर निगम, नगर पालिकाएं एवं नगर पंचायतें पूरी तरह से आच्छादित हो गई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान जहां बायो गैस बनाई जा सकती है, उन स्थानों में बायो गैस योजनाएं शुरू की जाएं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री नितेश झा, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम एवं अपर सचिव शहरी विकास श्री नवनीत पाण्डेय सहित अन्य उच्चाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
आगे पढ़ें
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध द्वारा विश्व को दिखाये गये प्रेम, अहिंसा एवं करुणा के मार्ग का अनुसरण करने पर ही मानवता का कल्याण संभव है। उनके संदेश सम्पूर्ण मानवता के लिए अमूल्य निधि भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में महात्मा बुद्ध के बताये मार्ग पर चलकर विश्व में शांति एवं सद्भाव का वातावरण सृजित किया जा सकता है। मानव मात्र के लिए उनके संदेश सदैव ही प्रासंगिक बने रहेंगे।
आगे पढ़ें
यूथ-20 कंन्सल्टेशन का एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को हुआ आगाज।
देश और दुनिया के विभिन्न प्रतिनिधि विचारों का मंथन कर युवाओं को एक नई दिशा करेंगे प्रदान ।
यूथ-20 कंन्सल्टेशन का एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को आगाज हो गया। दो दिनों तक चलने वाले इस वाई-20 सम्मेलन में देश और दुनिया के विभिन्न डेलिगेट्स विचारों का मंथन कर युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। समिट के पहले दिन होलिस्टिक हेल्थ काॅन्कलेव कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्तियों ने अपने विचार रखे। कॉन्क्लेव में उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों से पहंुचे युवा प्रतिनिधियों सहित देश विदेश के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इससे पूर्व देश-विदेश से पंहुचे डेलिगेट्स ने योगा अभ्यास कर इस सत्र में प्रतिभाग किया।
इस दौरान देश में एक समग्र तकनीक-आधारित स्वास्थ्य देखभाल पर्यावरण तंत्र के निर्माण के मार्ग पर आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के तरीकों पर चर्चा की गयी।
समिट का उद्घाटन करते हुए एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो0 मीनू सिंह ने कहा कि इस समिट से देश और दुनिया भर के युवाओं को स्वास्थ्य क्षेत्र में स्वयं को सुदृढ़ करने का अवसर मिला है। इससे युवाओं को होलिस्टिक हेल्थ के प्रति अनुभव हासिल होगा। साथ ही अपने विचारों को आदान-प्रदान करने का अवसर भी मिलेगा। उन्होंने जापान, जर्मनी, ंिसंगापुर, यूके और यूएसए सहित देश भर के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागियों का स्वागत कर जी-20 के तहत यूथ-20 समिट के आयोजन करवाने हेतु देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी का विजन बताया और इसे देश वासियों के लिए गौरव की बात बतायी।
मुख्य अतिथि राज्य की महिला कल्याण, बाल विकास और युवा व खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि इस समिट से वैश्विक स्तर पर भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की भावना फलीभूत हो सकेगी। उन्होंने कहा वैश्विक स्तर पर भारत की आबादी 16 प्रतिशत है। उन्होंने युवाओं को प्रेरणा देते हुए आह्वान किया वह योगा का निरन्तर अभ्यास कर खेलों के प्रति अपनी एकाग्रता बढ़ाएं। ताकि देश के युवा प्रत्येक क्षेत्र में मजबूत होकर देश को विकसित करने में अपना योगदान दे सकें।
रामकृष्ण मिशन अस्पताल हरिद्वार के चिकित्सा अधीक्षक स्वामी दयादिपानन्द महाराज ने विश्व के युवाओं को न केवल शारीरिक तौर से अपितु मानसिक तौर से भी स्वस्थ रहने की जरूरत बतायी। उदाहरण देते हुए उन्होंने जीवन के लिए 4 स्तम्भ महत्वपूर्ण बताए। कहा कि सही ज्ञान, सही सोच, सही जीवन शैली और उपयुक्त खान-पान के सिद्धान्त को जीवन में अपनाने की बात कही। कहा कि यह मेथेड जीवन को स्वस्थ रखने का मूल मन्त्र है। उन्होंने अष्टांग योगा और प्रैक्टिकल वेदान्ता पर भी प्रकाश डाला।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द महाराज ने युवाओं को जंग फूड से बचने की सलाह देते हुए ईट राईट, ईट लाईट का सरल सिद्धान्त को अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास में वहां के युवा वर्ग का सर्वाधिक योगदान रहता है। इसलिए जरूरी है कि मेडिकेशन के बजाय वह मेडिटेशन पर ज्यादा ध्यान दें।
निदेशक युवा व खेल विभाग उत्तराखण्ड जितेन्द्र कुमार ने युवाओं को उर्जा का स्रोत बताते हुए कहा कि युवा वर्ग यदि अपनी सम्पूर्ण शक्ति को केन्द्रित कर दे तो वह असम्भव को सम्भव बना सकती हैं। सत्र का संचालन एम्स ऋषिकेश के इंटर्न डाॅ0 ओशिन पुरी ने किया।
दूसरे सत्र में मार्डन मेडिसिन व अल्टरनेटिव मेडिसिन एवं योगा विषय पर एम्स ऋषिकेश और वीर सिंह गढ़वाली मेडिकल काॅलेज श्रीनगर गढ़वाल के युवा छात्रों के बीच डिबेट का आयोजन किया गया। जिसमें दोनांे पक्षों ने मार्डन और अल्टरनेटिव मेडिसिन पर गहनता से चर्चा की। इसका निष्कर्ष निकला कि इलाज की दोनों पद्धतियां अपने-अपने रूप में उपयोगी हैं और इन दोनों का इस्तेमाल करने से ज्यादा लाभ मिल सकेगा।
जापान की एजविल काॅरपोरेशन के सीईओ श्री कियोहीरो यामामोटो ने युवाओं को घर के अन्दर के वातावरण का स्वास्थ्य पर असर विषय पर विचार रखे। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का 90 प्रतिशत से अधिक समय अपने घर के भीतर ही बीतता है। इस कारण घर के भीतर के वातावरण का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। जिसके अन्त्र्गतम घर में पर्याप्त प्रकाश, स्वच्छ हवा, संतुलित तापमान का होना जरूरी है। यह वातावरण ही उस घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य को निर्धारित करता है। घर के भीतर के खराब वातावरण के दुष्प्रभाव की वजह से व्यक्ति बीमार होता है। इसलिए आवासीय परिसरों में स्मार्ट बिल्डिंग तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए।
समिट में नेशनल मेडिकल कांउन्सिल के अध्यक्ष प्रो0 बी0एन0 गंगाधर, पीजीआईईएमआर चण्डीगढ़ के पूर्व निदेशक प्रो0 के0के0 तलवार, एम्स मंगलागिरी के निदेशक प्रो0 मुकेश त्रिपाठी, उपनिदेशक प्रशासन एम्स ले0 कर्नल ए0आर0 मुखर्जी, डीन एकेडेमिक्स प्रो0 जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 संजीव कुमार मित्तल सहित संस्थान के विभिन्न विभागों के संकायगणों सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
अन्य कार्यक्रमों में …..
1-
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान में बृहस्पतिवार को दो दिवसीय यूथ 20 कन्सल्टेशन इवेन्ट विधिवत शुरू हो गया। जिसके तहत प्रातःकालीन सत्र में योगा सेशन आयोजित किया गया, जिसमें योग विशेषज्ञों ने प्रतिभागियोंध्साधकों को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया।
एम्स ऑडिटोरियम में बृहस्पतिवार को पहले सत्र में प्रतिभागियों को योग की विभिन्न विधाओं से रूबरू कराया गया। योग सत्र में लगभग 50 देशी-विदेशी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर फिनलैंड की योग मर्मज्ञ मैडम हैडी ने युवाओं को संदेश दिया कि योग मनुष्य को आध्यात्म व परमात्मा से जोड़ने में कई तरह से मदद करता है। उन्होंने बताया कि योग हमें भौतिकवाद से आध्यात्म की ओर ले जाता है।
योगाचार्य हैडी ने बताया कि नियमित योगक्रियाएं हमें बेहतर स्वास्थ्य व दीर्घ जीवन प्रदान करती हैं । उन्होंने बताया कि योग एक आधात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर,मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। इस दौरान उन्होंने साधकों को विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास कराया। प्रतिभागियों ने कपालभाती, अनुलोम-विलोम, सूर्यनमस्कार, उत्तमासन, भुजंगासन, सुप्तासन आदि योगाभ्यास किया।
योग सत्र में एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने विशेष रूप से प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने योग सत्र में देश-विदेश से आए साधकों के साथ विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास भी किया। सत्र में एम्स आयुष विभाग के योगा इंस्ट्रक्टर दीपचंद जोशी, संदीप भंडारी, अमित भारद्वाज, बीना ने भी सहयोग किया। इस अवसर पर डॉ. वंदना ढींगरा, डॉ. प्रखर शर्मा, डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. पंकज शर्मा, डॉ. विनोद, डॉ. पूजा भदौरिया, डॉ. आशीष जैन, डॉ. राज राजेश्वरी आदि मौजूद थे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय यूथ 20 कन्सल्टेशन इवेन्ट के तहत प्रथम दिवस युवाओं को नशावृत्ति से दूर रखने के उद्देश्य से एडिक्शन मैनेजमेंट का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञ ने युवाओं को नशा छोड़ने व जीवन की मुख्य धारा से जुड़ने की युक्ति बताई। इस सत्र में 50 से अधिक देसी-विदेशी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
एम्स के आयुष भवन में यूथ-20 इवेंट्स के अंर्तगत आयोजित एडिक्शन मैनेजमेंट सत्र में जर्मनी की विशेषज्ञ जीवा हैमण्ड ने अपने व्याख्यान में प्रतिभागी युवाओं को जीवन में किसी भी तरह के व्यस्न से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने नशे की लत से ग्रसित युवाओं को इससे बचाव के उपाय भी सुझाए। इसके लिए उन्होंने ‘‘12 स्टेप्स रिकवरी एंड भक्ति योगा‘‘(भक्ति योग के माध्यम से नशा छोड़ने के 12 चरण) बताए। अपने निजी जीवन पर बोलते हुए जीवा हैमण्ड ने बताया कि वह स्वयं 26 वर्ष की युवावस्था में नशे की लत से ग्रसित हो गई थी। उन्हें किसी व्यक्ति ने ‘‘12 स्टेप्स रिकवरी एंड भक्ति योगा‘‘ को अपनाने के लिए प्रेरित किया। जिसके बाद उन्हें नशावृत्ति से छुटकारा मिल गया। इसके बाद से वह हमेशा के लिए इस संस्था से जुड़ गई और अन्य युवाओं को इस तरह के व्यस्नों से दूर रखने के लिए इस संस्था से जुड़ने की मुहिम में जुट गई। जीवा हैमण्ड ने प्रतिभागियों से अपील की कि उनके परिवार, सम्पर्क में अथवा आसपास के समाज में यदि कोई व्यक्ति किसी भी तरह के व्यस्न से ग्रस्त हो तो उन्हें ‘‘12 स्टेप्स रिकवरी एंड भक्ति योगा‘‘ का सूत्र अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि इसमें पहली स्थिति में हम अपनी लत के सामने शक्तिहीन व असहाय महसूस करते हैं ऐसे में हमें उस परमशक्ति में विश्वास रखते हुए अपने को नैतिकतौर पर सर्वशक्तिमान को सौंपते हैं ,जिससे हममें एक नई आध्यात्मिक जागृति आएगी। उन्होंने बताया कि इससे हम स्वयं समय के साथ-साथ अन्य नशा ग्रसित युवाओं को नशावृत्ति छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. मृदुल धर आदि फैकल्टी सदस्य मौजूद थे।
आगे पढ़ें
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने गुरूवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री द्वारा जनपद चम्पावत में मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के लिए की गई घोषणाओं की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सभी घोषणाओं के लिए समयसीमा निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घोषणा के लिए क्रमबद्ध तरीके से कार्य पूर्ण होने की तिथि निर्धारित की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी घोषणाओं का साप्ताहिक अनुश्रवण किया जाए, ताकि घोषणाएं समय से पूर्ण हो सके। जो घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं अथवा चल रही हैं, उनकी अद्यतन जानकारी सीएम घोषणा पोर्टल पर अवश्य अपलोड की जाए। उन्होंने कहा कि जिन विभागों द्वारा घोषणाओं के प्रस्ताव अभी तक नहीं भेजे गए हैं, वे विभाग प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराएं।
बैठक के दौरान बताया गया कि मुख्यमंत्री द्वारा चम्पावत विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 132 घोषणाएं की गयी थी। जिनमें से 46 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, 71 घोषणाओं पर कार्य गतिमान है एवं 15 घोषणाएं अपूर्ण हैं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, नितेश कुमार झा, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम, रविनाथ रमन, हरिचन्द्र सेमवाल, डॉ. आर. राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।