किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा राज्य के 79508 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है; सौरभ बहुगुणा मंत्री
देहरादून, भारत सरकार द्वारा संचालित किसान क्रेडिट कार्ड योजना पशुपालन और मत्स्य पालन गतिविधियों के लिए पात्र लाभार्थियों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करती है। पूर्व में किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग कृषि कार्यों से सम्बन्धित गतिविधियों हेतु किया जाता था, परन्तु वर्तमान में किसान क्रेडिट कार्ड योजना द्वारा पशुपालन एवं मत्स्य पालन से सम्बन्धित गतिविधियों हेतु लाभार्थियों को अल्पकालिक ऋण प्रदान किया जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लिए रू० 1.60 लाख तक किसी भी परिसम्पति को बंधक रखने की आवश्यकता नहीं है। बैंकों द्वारा निर्धारित अवधि में ऋण भुगतान करने पर किसानों से मात्र 04 प्रतिशत ब्याज ही लिया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत पशुपालकों को एक ए.टी.एम. कम क्रेडिट कार्ड प्राप्त होता है जिसका उपयोग पशुपालकों द्वारा नकदी निकालने के लिये किया जाता है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से पशुपालक पशुपालन से सम्बंधित तात्कालिक आवश्यकताओं से सम्बन्धित जैसे पशुओं हेतु चारा-दाना की व्यवस्था, दवा, उपचार एवं अन्य व्यवस्था आसानी से कर सकता है. और उसे इन कार्यों के लिए धन की व्यवस्था करने में परेशानी नहीं उठानी पड़ती है। इसके साथ ही उच्च ब्याज दरों में किसी साहूकार इत्यादि से धन लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। केसीसी के माध्यम से लिये गये ऋण को 12 माह में किस्तों द्वारा जमा किया जाता है। वार्षिक समीक्षा करें बाद हर साल किसान क्रेडिट कार्ड की अधिकतम सीमा बढ़ाई जा सकती है।
प्रदेश के मा० पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा जी के द्वारा किये गये अथक एवं विशेष प्रयासों से भारत सरकार द्वारा कुल वितरित किये गये के.सी.सी. की संख्या के आधार पर कुल आवंटित लक्ष्यों के सापेक्ष 77 प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति कर देश में प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। वर्तमान में राज्य के 79508 लाभार्थियों को इस योजना से लाभान्वित किया जा चुका है।
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*संस्कृति मंत्री महाराज ने किया उत्तरा समकालीन आर्ट गैलरी का औचक निरिक्षण*
*वॉल पेंटिंग, चित्रों व मॉडलों की साफ-सफाई ना होने पर किया आक्रोश जाहिर*
*आर्ट गैलरी की व्यवस्थाओं के लिए कमेटी बनाने के निर्देश*
देहरादून। प्रदेश के संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने संस्कृति विभाग द्वारा घंटाघर के समीप स्थित हेमवंती नंदन बहुगुणा कॉम्पलेक्स में पहुंचकर उत्तरा समकालीन आर्ट गैलरी का औचक निरिक्षण किया।
प्रदेश के संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, सिंचाई, लोक निर्माण, पंचायतीराज एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को संस्कृति विभाग द्वारा घंटाघर के समीप स्थित हेमवंती नंदन बहुगुणा कॉम्पलेक्स में उत्तरा समकालीन आर्ट गैलरी का औचक निरिक्षण कर वहां पर्याप्त स्टाफ न होने साथ-साथ वॉल पेंटिंग और कलाकारों द्वारा बनाए गए चित्रों की सफाई ना होने पर आक्रोश जाहिर किया।
संस्कृति मंत्री श्री महाराज ने औचक निरीक्षण के दौरान महानिदेशक संस्कृति रणवीर सिंह चौहान को निर्देशित करते हुए कहा कि उत्तराखंड के कलाकार और समकालीन चित्रकला को विशेष पहचान दिलाने के लिए इस आर्ट गैलरी का निर्माण किया गया है इसलिए यहां पर स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ-साथ कलाकारों द्वारा बनाई गई वॉल पेंटिंग और चित्रों की नियमित साफ-सफाई होनी चाहिए। उन्होंने आर्ट गैलरी में रखें केदारनाथ हेली सेवा के मॉडल और ढोल के माडलों आदि पर नमी के चलते जंक लगने को गंभीरता से लेते हुए इसके रखरखाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि सुप्रसिद्ध चित्रकार स्व. सुरेंद्र पाल जोशी की परिकल्पना पर आधारित इस आर्ट गैलरी का उद्देश्य उत्तराखंड के चित्रकारों को उनकी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए मंच देना है। इसलिए इसका संरक्षण बेहद जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि पहाड़ की गाथा फिल्म और पहाड़ी शैली में बने घर के मॉडलों आदि की नियमित देखरेख होनी चाहिए।
उन्होंने संस्कृति महानिदेशक को निर्देश दिए कि इस आर्ट गैलरी के रखरखाव के लिए अलग से बजट का निर्धारण कर अनुभवी आर्टिस्टों को शामिल करते हुए शीघ्र ही एक कमेटी का भी गठन किया जाए और आर्ट गैलरी के प्रचार प्रसार के लिए एक वेबसाइट भी बनाई जाए ताकि लोग इसे देखने के लिए यहां आ सकें।
आर्ट गैलरी के निरीक्षण के दौरान संस्कृति मंत्री के साथ-साथ संस्कृति महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान और चित्रकार स्व. सुरेंद्र पाल जोशी की पत्नी संगीता जोशी भी मौजूद थीं।
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देहरादून दिनांक 21 मार्च 2023, राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश स्तर पर 23 मार्च 2023 को ‘ जन सेवा’ कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
जनपद अवस्थित रेंजर्स ग्रांउण्ड में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेशवासियों को सम्बोधित करेंगे।
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने जनपद में प्रस्तावित ‘जन सेवा’ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु एनआईसी सभागार कलेक्टेªट में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर, कार्यक्रम स्थल पर बहुउद्देशीय शिविर लगाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को कार्यक्रम स्थल पर सूचना विभाग के साथ समन्वय करते हुए विभागों के स्टाॅल लगवाकर जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि कार्यक्रम स्थल पर स्टाॅल लगाकर निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, जांच, दवाई वितरण आदि से जनमानस को लाभान्वित करना सुनिश्चित करगें। कृषि, पशु चिकित्सा, समाज कल्याण, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, उद्यान आदि रेखीय विभागों के अधिकारियों को अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं से जनमानस को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि 24 मार्च से 30 मार्च 2023 तक विधानसभावार विकासखण्ड स्तर पर बहुउद्देशीय शिविर लगाने हेतु अधिकारियों को नामित करें। जिलाधिकारी ने रेंजर्स ग्राउण्ड में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में सम्बन्धित अधिकारियों को विभिन्न व्यवस्थाएं बनाने के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर सफाई इत्यादि समुचित व्यवस्थाओं को दुरस्त बनाये रखने के दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम मनुज गोयल, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून नितिशमणी त्रिपाटी, मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ0 एस के बरनवाल, अपर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम जगदीश लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ संजय जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं बाल विकास अधिकारी मोहित चैधरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ विद्याधर कापड़ी सहित सम्बन्धित विभागांें के अधिकारी उपस्थित रहे।
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देहरादून दिनांक 21 मार्च 2023, जिला विकास अधिकारी देहरादून सुशील मोहन डोभाल ने अवगत कराया है कि जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग भारत सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इस महत्वकांक्षी कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को जल संयोजन से लाभान्वित करवाया जाना है, वर्तमान में चयनित ग्रामों में कार्य प्रगति पर है व कुछ ग्रामों में कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 22 मार्च 2023 तक जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों में विश्व जल दिवस मनाया जाना प्रस्तावित है।
विश्व जल दिवस के अवसर पर ग्रामों में 22 मार्च 2023 को प्रत्येक ग्राम पंचायत के मुख्य गांव में खुली बैठक आयोजित की जायेगी। बैठक में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के साथ-साथ जल जीवन मिशन की क्रियान्वयन एजेंसी (उत्तराखण्ड जल संस्थान एवं उत्तराखण्ड पेयजल निगम) के प्रतिनिधि की उपस्थिति अनिवार्य होगी एवं बैठक का आयोजन कार्यान्वयन सहायता एजेन्सी के माध्यम से करवाया जायेगा। इस बैठक में सम्बन्धित गांव के लगभग 80 प्रतिशत परिवारों द्वारा प्रतिभाग किया जाना आवश्यक होगा।
खुली बैठक में ग्राम कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की जायेगी तथा वर्तमान में किये जा रहे पेयजल एवं उससे सम्बन्धित कार्यों पर विचार-विमर्श एवं उसमें सुधार के आवश्यक बिन्दुओं पर विचार तथा वर्तमान में क्रियान्वित किये जा रहे ग्राम कार्य योजना में यदि किसी प्रकार के बदलाव की आवश्यकता हो तो उस पर विचार-विमर्श कर रणनीति तैयार की जायेगी। फील्ड परीक्षण किट द्वारा जल गुणवत्ता का परीक्षण, ग्राम की 05 महिलाओं को प्रशिक्षण एवं जे०जे०एम० पोर्टल पर पंजीकरण कराना। साथ ही फील्ड परीक्षण किट से ग्राम के आँगनवाडी केन्द्रों, स्कूलों व 03 घरों के पानी के नमूनों का परीक्षण कर रिपोर्ट आई०एम०आई०एस० पोर्टल
पर अपलोड की जायेगी। 15वें वित्त, मनरेगा व स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) कार्यक्रम के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में प्रस्तावित कार्यों हेतु प्रस्तावित कन्वर्जेन्स मद में धन की उपलब्धता के सम्बन्ध में ग्राम वासियों को अवगत कराया जायेगा और कार्यों को शीघ्र सम्पादित कराने पर विचार विमर्श किया जायेगा। पेयजल योजनाओं के अन्तः ग्राम जलापूर्ति अवसंरचना की 5 प्रतिशत धनराशि सामुदायिक अंशदान स्वरूप जमा कराने की जानकारी प्रदान की जायेगी तथा सामुदायिक अंशदान जमा करने की रणनीति पर चर्चा की जायेगी। इसके साथ-साथ पेयजल योजना के पूर्ण होने के पश्चात उसके संचालन एवं रखरखाव के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था कराने के बारे में जानकारी प्रदान की