देहरादून, पहाडोंकीगूँज,राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) सोमवार को भूपतवाला, हरिद्वार में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान राज्यपाल ने देश एवं प्रदेश में सामाजिक कार्यों में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले कई लोगों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा की अग्रवाल समाज अपने परिश्रम और प्रतिभा के बल पर देश सेवा और राष्ट्र की समृद्धि में अतुलनीय योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र को बनाने में इकोनॉमी महत्वपूर्ण है, जिसमें अग्रवाल समाज बड़ी भूमिका निभा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि महाराज अग्रसेन जैसे महापुरूषों का जीवन चरित्र भारत के प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणा देने में समर्थ है। हमारी हर पीढ़ी को महाराज अग्रसेन के जीवन चरित्र को समझना होगा। वे एक महान दानवीर, राष्ट्रभक्त और सच्चे समाजवाद के प्रणेता हैं, ऐसे महापुरूष जिस समाज के पूर्वज और पथ प्रदर्शक हों, निश्चित ही वह समाज भी अपने पूर्वजों के मार्ग पर चलते हुए मानवता को उच्च शिखर तक ले जाने में समर्थ हो सकता है। उन्होंने कहा कि अपने पूर्वजों के पदचिह्नों पर चलते हुए एक महान प्रेरणादायी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए अग्रवाल समाज लोगों की भलाई के लिए निरंतर प्रयत्न कर रहा है। महाराजा अग्रसेन जी के मानवतावादी सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह संगठन निरंतर प्रयत्न कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा की संगठन की ओर से देश में अनेकों अग्रवाल
धर्मशालाएं, हॉस्पिटल, सेवा केंद्र चलाए जा रहे हैं, पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अनेक योजनाओं और गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है, बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए अनेक पुरस्कार और सम्मान प्रदान करने के साथ ही सामाजिक कुरीतियों, भेदभावों और बुराईयों के उन्मूलन के लिए कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा की बिना ईमानदारी के, चरित्र और राष्ट्र का निर्माण संभव नहीं है। भ्रष्टाचार एक दीमक की तरह है, इस पर हम सभी को मिलकर प्रहार करना होगा तभी हम एक मजबूत राष्ट्र और विश्वगुरु बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सेवा और कल्याण का भाव हमेशा रखना होगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि यह समाज हमेशा व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे समाज के हित व कल्याण की बात सोचता है। हमें यह प्रेरणा महाराज अग्रसेन के सिद्धान्तों से मिली है, जिन्होंने हमेशा समाज को जोड़ने का काम किया तथा वे पूरी मानवता के प्रवर्तक थे।
नरेश बंसल मा0 सांसद राज्यसभा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन में आज वीरता व समाज की सेवा का अनोखा संगम हुआ है। उन्होंने कहा कि समाज के हित में हमें निरन्तर कार्य करते रहना चाहिए तथा आप समाज की जो भी सेवा करें, उसके लिये मन में अहंकार बिल्कुल भी नहीं आना चाहिए।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने अग्रवाल समाज द्वारा देशभर में किये जा रहे विभिन्न जन-कल्याणकारी कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर रानीपुर विधायक आदेश चौहान, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत, सहित कई लोग और पदाधिकारीगण उपस्थित थे।आगेपढें
देहरादून/नरेन्द्रनगर टिहरी
राज्यपाल महाविद्यालय के रैंकर मुख्य आरक्षी नागरिक पुलिस प्रशिक्षण के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को पुलिस
प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में रैंकर मुख्य आरक्षी नागरिक पुलिस प्रशिक्षण के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न कैटगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैड्टस को सम्मानित किया। इस समारोह में 254 आरक्षी 04 माह के प्रशिक्षण के उपरान्त मुख्य आरक्षी में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रशिक्षण का तात्पर्य किसी विशेष उद्देश्य के प्राप्ति के लिए दी जाने वाली शिक्षा से है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण आपको अपनी सेवा के दौरान कार्य करने में सहायक और मागदर्शक होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को नागरिकों की सेवा व सुरक्षा के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए निपुणता, कार्यकुशलता और उच्च आदर्शों के साथ सेवा भावना से कार्य करने में प्रशिक्षण महत्वपूर्ण सहायक होता है।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस का कार्य अत्यन्त कठिन एवं चुनौती पूर्ण है। अनुशासन के दायरे में रहकर लगातार नागरिकों के अपेक्षाओं में खरा उतरना कठिन परिश्रम की मांग करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुलिस के सामने नई चुनौतियां हैं। इनमें साइबर क्राइम, महिला अपराध, यातायात प्रबंधन, नशा रोकना, मानव तस्करी जैसी बड़ी चुनौतियां हैं जिनमें हर हाल में निपटना ही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन के अवसर हैं जो पेशेवर पुलिसिंग की मांग करते हैं। इसके अलावा बाढ़, अतिवृष्टि, भूस्खलन, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियां भी हैं। सेवाकाल के दौरान पुलिस को इन सबसे निपटना और समाधान भी खोजना है।
राज्यपाल ने कहा कि इन चुनौतियों को आपके पाठ्यक्रम में शामिल कर प्रशिक्षण को परंपरागत पुलिसिंग के साथ ही नई चुनौतियों को सामना करने हेतु तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि पी.टी.सी को राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण संस्थान बनाने हेतु भी प्रयासरत हैं तथा इस संबंध में केन्द्र से सहयोग के लिए प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर डी.जी.पी अशोक कुमार ने उपस्थित मुख्य आरक्षियों के संबोधित करते हुए कहा कि उनका बेहद महत्वपूर्ण रोल होने वाला है। मुख्य आरक्षी बनकर प्रत्येक थानों में सभी का एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहेगी। डी.जी.पी ने कहा कि फरयादियों के शिकायतों को गंभीरता से सुनना और साइबर क्राइम जैसे अपराध से निपटने के लिए उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पूरन सिंह रावत, पुलिस उप महानिरीक्षक प्रशिक्षण बरीन्दरजीत सिंह, डी.आई.जी गढ़वाल के.एस.नगन्याल, निदेशक पी.टी.सी आशीष स्वरूप, जिलाधिकारी टिहरी सौरव गहरवार, वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक नवनीत भुल्लर सहित पी.टी.सी के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।आगेपढें
.
सोमवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) नरेन्द्रनगर टिहरी के भ्रमण पर रहे। ऋषिकेश-टिहरी राष्ट्रीय राजमार्ग में वापसी के दौरान राज्यपाल ने क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वाहन से उतरकर राजमार्ग को दुरूस्त करने में लगे कार्मिकों व मजदूरों का हालचाल जाना और उनका हौसला बढ़ाया।
गौरतलब है कि विगत रात्रि भारी बरसात के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध हो गया था जिसे जिला प्रशासन ने तत्काल सुचारू करवा दिया। इस पर राज्यपाल ने टिहरी जिला प्रशासन और मोटर मार्ग को खोलने में लगे सभी कार्मिकों व मजदूरों की प्रशंसा की। इस दौरान जिलाधिकारी टिहरी सौरव गहरवार, वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक नवनीत भुल्लर भी मौजूद रहे।आगेपढें
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने इंडियन क्रिश्चियन यूथ फेडरेशन द्वारा सेंट जोसेफ अकादमी में आयोजित मेधावी सम्मान कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
छठें इंडियन क्रिश्चियन यूथ फेडरेशन अवॉर्ड में उन्होंने 105 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। यह सम्मान 10वीं और 12वीं में 75 प्रतिशत और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं को दिया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि फेडरेशन द्वारा यह सम्मान कार्यक्रम प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है जो सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि इस तरह के पुरस्कार और प्रोत्साहन प्रतिभाओं को विकसित करने व उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं साथ ही नई राह दिखाने का भी कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि आज का नवयुवक ही भविष्य का नेतृत्व करेगा। फेडरेशन ने युवा मेधावियों को पुरस्कृत करने का जो कार्य किया है उससे उन्हें आगे बढ़ने की और अधिक प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति देश के असली ताकत हैं उन्हें समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाना बेहद जरूरी है वे अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से राष्ट्र व समाज में एक बदलाव की क्रांति ला सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि यह जरूरी है कि किसी भी क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले को हमेशा पुरस्कृत किया जाना चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि समाज को एक नई दिशा दिखाने में उनका महत्वपूर्ण रोल है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपना शत प्रतिशत योगदान देने का आह्वान छात्र-छात्राओं से किया।
इस कार्यक्रम में फेडरेशन के अध्यक्ष हेमंत गुरूंग, महासचिव सेमवल विलस्न, कोषाध्यक्ष कर्नल वाशिंगटन, डॉ.एस.फारूख सहित फेडरेशन के अन्य पदाधिकारी व मेधावी छात्र-छात्राएं एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।