देहरादून, (पहाडोंकीगूँज)उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ ( अनगिनत इंटरनेशनल, नेशनल और स्टेट अवार्ड से सम्मानित ) विरेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड क्रांति दल के निर्विरोध चुने गए केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी जी का माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया और ढेर सारी बधाई और शुभकामनायें दी और कहा की दल 2022 के विधानसभा चुनाव मे आपके नेतृत्व मे अधिक से अधिक विधायकों को जीत दिलाकर विधानसभा मे पहुचायेंगे जिसके लिए हम सभी एक जुटता का परिचय देंगे और चुनाव से पूर्व 13 जिलों के 70 विधानसभा मे भर्मण कर प्रतेक कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ाएंगे कियुकी इस वक़्त उत्तराखंड की एक करोड़ 35 लाख जनता बदलाव चाहती है जिस प्रकार इन 20 सालो मे दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने उत्तराखंड को लुटा है जिसके कारण आज उत्तराखंड मे 70,000 करोड़ का कर्ज हो गया और जबकि सौ हजार करोड़ के घोटाले हुवे है।
आज आम इंसान के पास मूल सुविधा नही है बेरोजगारी चरम पर है, चिकित्सा है नही, शिक्षा है नही, बिजली पानी की व्यवस्था नही है भू अध्यादेश लागु नही है आम जनमानस त्रस्त है और 70 विधायक मस्त है यू के डी के साथ बड़े बड़े डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट, ज्ञानी आदि लोग जुड़ रहे है
विरेन्द्र सिंह रावत ने सभी यू के डी शिर्ष के मानुभाव से मंत्रणा की और स्वयं विचार किया की उत्तराखंड के 13 जिलों मे से 4 जिलों का तो विकास हो रखा है लेकिन पहाड़ के 9 मुख्य जिलों का आज तक विकास नही हुवा रावत ने निर्णय लिया की अपनी जन्मस्थली( कुलासु गांव ) पौड़ी गढ़वाल की विधानसभा चोबटाखाल से से यू के डी उमीदवार का दायत्व मिला है दल के दिशा निर्देश के अनुसार 26 तारीख से प्रचार प्रसार करने पहुंच चुके है साथ मे यू के डी केंद्रीय संघठन मंत्री समीर मुंडेपी जी अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे है और 31 जुलाई 2021 तक पुरे चोबटाखाल के गांव गांव तक हर घर की समस्या का समाधान करेंगे और घर घर तक यू के डी को पहुचायेंगे और बताएँगे की जिसने राज्य बनाया वो 2022 मे अपने पहाड़ियों को सवारेगा
रावत ने कहा आज 20 साल मे बीजेपी और कांग्रेस ने हम मूल पहाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ किया अब वक़्त है की छेत्रिय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल को सहयोग करे
फिर देखिए हर कोई खुद मालिक बनेगा इसलिए सभी हमें सहयोग करे और 2022 मे विरेन्द्र सिंह रावत को विजय बनाकर विधानसभा मे भेजे जिससे आपकी मूल सुविधा मिले
हर पहाड़ी मालिक बने