उत्तरकाशी ,(पहाड़ों की गूंज)कल रविवार रात जिला मुख्यालय के समीप ग्राम मांडों में भयानक जलप्रलय से तीन ग्रामीणों की मृत्यु हो गई।निराकोट गांव के ऊपर पहाड़ी पर अत्यधिक बारिश से बादल फटने के कारण तीन ग्राम सभाओं मांडो, सिरौर तथा कंकराड़ी में रविवार रात्रि करीब ९बजे बाढ़ जैसे हालात बन गए ,चूंकि लोग जगे हुए थे इसलिए लोगों ने घरों से भागकर सुरक्षित स्थानों में जान बचाने हेतु आश्रय लिया और पूरी रात जागकर बिताई। मांडो गांव के भट्ट परिवार की दो बहुएं तथा एक नातिन घर से भागते वक्त हादसे के शिकार हो गए।शासन एवम प्रशासन के तुरंत हरकत में आने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रमेश चाहन को सूचना मिलते ही उनके द्वारा प्रभारी मंत्री महोदय को अवगत कराया गया ,प्रभारी मंत्री एवम माननीय मुखमंत्री महोदय ने जिला अधिकारी को अविलंब लोगों की यथासंभव सहायता के निर्देश दिए गए।जिस कारण जिला अधिकारी महोदय रात्रि से ही बचाव कार्य में जुट गए तथा एसडीआरएफ की सहायता से तीनों शवों को निकाल पाए।पोस्टमार्टम के बाद शवों को अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौंपा जाएगा।आज सुबह से ही मार्ग निर्माण बिजली पानी बहाली के लिए कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।आप सभी निवेदन है कि आपदा की इस घड़ी में राजनीति के बजाय लोगों की मदद करे प्रशासन का सहयोग करे,और अपने सुझाव दे,और स्वयं भी सतर्क रहे।यह ध्यान रखने की अवश्यकता है कि विगत के कुछ वर्षो में उत्तराखंड प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं बढ़ी है,इसलिए भविष्य में नदी नालों तथा पहाड़ी के नीचे मकान बनाने से बचे वरना जान माल की क्षति की संभावना है और हम सरकार से आग्रह भी करेंगे कि मौसम विज्ञानियों से यह पता लगाने की कोशिश करे कि आखिर बादल फटने की घटनाएं अब क्यों बढ़ रही है?अनेक राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि गण प्रभावितों के हाल जानने पहुंच रहे है,सभी से निवेदन प्रभावितों की हर संभव सहायता पहुंचाने में सरकार का सहयोग करे।जिलाधिकारी मयूर दीक्षित अभी अपनी टीम के साथ क्षति का आंकलन करने मौके पर मौजूद है।विजयपाल मखलोगा
भाजपा मीडिया प्रभारी उत्तरकाशी ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना की है।जनता का कहना है कि टिहरी बांध एंव मनेरी उतर काशी अन्य झीलों के कारण ऊपर पनगोलों का प्रकोप कुछ सालों से ज्यादा होने लगा है।