देहरादून, हमारे घरेलू नुस्खों से हम अपने जीवन को बचाने के लिए शरीर की रक्षा करते आये हैं ।उन नुख्सों को हमारा समाज महामारी के समय में समाज की सुरक्षा के लिए साजा कर मानवता का फर्ज अदा करता आया है। दांतों को गर्म भोजन खान पान से हिलने लगते हैं तो भोजन करने के बाद फिटकरी की डली को पानी में 6,7 बार घुमा कर उसका कुला बुजुर्गों को करते आये हैं।उसके सेबन से दांत जबड़े पर मजबूत बने रहते थे।आज हम उस नुख्से के प्रयोग से अपने दांतों को बैक्टीरिया से बचाने के लिए मंजन के रूप में प्रयोग करते हैं। यह नुस्खा हमें अपने जीवन में आजकल दैनिक प्रयोग करने की आवश्यकता है।इस महा मारी मे समाज के लिए घरेलू नुस्खे का
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि फिटकरी के पानी का सेवन करने से कोरोना वाइरस(Covid-19) से बचा जा सकता है व इससे संक्रमित व्यक्ति भी स्वस्थ हो सकता है। वीडियो में एक व्यक्ति कहता दिखा दे रहा है कि ‘परिवारों की भी रक्षा हो सकती है, क्या करना है आपको, कुछ नहीं करना है आपको बस बाजार से एक चीज लाना है जो महंगी भी नहीं है इतनी कि आप ला न सको और वह चीज है फिटकरी, आप अपने-अपने घर में फिटकरी को रखिए और ये फिटकरी, क्या करना है आपको।
आपको करना है जब भी आप भोजन करें भोजन करने के बाद आधा गिलास पानी लेकर के उसमें फिटकरी के डेले को लेकर के 7 से 8 बार उस फिटकरी के डेले को पानी में घुमा लीजिए और उस पानी से कुल्ला कीजिए, तो आप देखेंगे कि आपको दुनिया के सभी कंपनियों के पेस्ट भी फेल हैं, सभी प्रकार के मंजन भी फेल हैं। यदि आप फिटकरी के कुल्ले को करते हैं गरारा करते हैं तो आप देखें कि आपके गले में अगर फिटकरी का रस पहुंच गया है फिटकरी का पानी लग गया है दांतों में मसूड़ों में गले पर स्पर्श हो चुका है तो उस गले में कोरोना वायरस प्रवेश नहीं कर सकता है।’
जानिए कोरोना से बचाव में फिटकरी के इस्तेमाल की सच्चाई
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक ‘तथ्य जांच इकाई’ गठित की है जिसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने इसकी पूरी पड़ताल अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर की है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा कि ‘एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि फिटकरी के पानी का सेवन करने से Covid19 से बचा जा सकता है व इससे संक्रमित व्यक्ति भी स्वस्थ हो सकता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने कहा कि यह दावा फर्जी है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सही इलाज के लिए विश्वसनीय डॉक्टर से सलाह जरूर लें।