देहरादून स्थित राजभवन में राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने तनुष क्रिकेट अकादमी, देहरादून में क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखण्ड द्वारा राज्य आन्दोलकारी स्व0 श्रीमती हंसा धनई की स्मृति में राज्य स्तरीय टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। विजेता टीम को बधाई एवं सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ देते हुये राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि जिन खेलों को पहले पुरूष खिलाड़ियों के लिये ही माना जाता था उन खेलों में भी महिलाओं ने अपनी योग्यता सिद्ध की है। एकता बिष्ट, मिताली राज, झूलन गोस्वामी, शिखा पाण्डे, मानसी जोशी जैसी खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सिद्ध किया है कि वे पुरूष क्रिकेट खिलाड़ियों से किसी भी स्तर पर कम नही है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि बेटियों की प्रगति में अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। अभिभावकों के सहयोग एवं मार्गदर्शन से ही बेटियों को प्रगति के समान अवसर मिल सकते है।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोई भी खेल खेले उसमें हार-जीत से अधिक खेल भावना और टीम भावना से खेलना ही महत्वपूर्ण है। पूर्ण विश्वास है कि क्रिकेट एसोसियेशन आॅफ उत्तराखण्ड, राज्य के हर शहर, हर गाँव से प्रतिभाओं को निखारने का काम करती रहेगी। आशा है कि एक दिन इन्हीं शहरों, इन्हीं गाँवों से भावी पीढ़ी के सचिन तेँदुलकर, महेन्द्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत, मनीष पाण्डेय, एकता बिष्ट जैसी निपुण प्रतिभाएं निकल कर आयेगी। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि युवाओं को समाज की प्रगति एवं जरूरतमंदो की सहायता के लिये कार्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कमी नही है तथा यहां के युवा अत्यन्त परिश्रमी तथा लगनशील है।
इस अवसर पर क्रिकेट एसोसिएशन आॅफ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि राज्य के युवाओं ने विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही क्रिकेट में भी उत्तराखण्ड सम्मान बढ़ाया है।
कार्यक्रम में राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने विजेता ‘‘टीम रेड‘‘ को तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट, क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखण्ड के सचिव महिम वर्मा, अन्य पदाधिकारी तथा दर्शक उपस्थित थे।