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शंकर भगवान की आराधना के साथ साथ मुख्य खबरें पढियेगा

Pahado Ki Goonj
प्रार्थना ?केदारनाथ जी के दर्शन 
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ज्यादा से ज्यादा शेयर कर पुण्य प्राप्त कीजयेगा
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय| नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय| मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय| श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥
अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्। अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।।
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मौसम के लिहाज से भारी गुजरने वाले अगले 72 घंटे
देहरादून। उत्तराखंड में अगले 72 घंटे मौसम के लिहाज से भारी गुजरने वाले हैं। क्योंकि उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विज्ञान केंद्र ने जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से 23 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
     उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड के 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें उत्तरकाशी , चमोली , रुद्रप्रयाग , बागेश्वर , पिथौरागढ़ में भारी से भारी बारिश हो सकती है।  गत 19 जुलाई की रात पिथौरागढ़ में हुई भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों में 20 जुलाई से 24 जुलाई तक खूब बारिश होगी। लेकिन उत्तराखंड के 5 जिलों में 21 जुलाई से 23 जुलाई तक भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा जिलों के लिए अगले 72 घंटों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के रेड अलर्ट को देखते हुए शासन-प्रशासन ने सभी जिलाधिकारियों को हाई-अलर्ट पर रखा है। अब तक मौसम विज्ञान केंद्र के रेड अलर्ट को देखते हुए पांचों जिलों में एसडीआरएफ, जिला प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन की टीम भी अलर्ट पर हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य सरकार की तमाम सुरक्षा एजेंसियों को आगाह करते हुए लिखा है कि भारी से भारी बारिश की संभावना के चलते लैंड स्लाइड , रॉक फॉल्स , रोड ब्लॉक  और नदियों में बाढ़ जैसी स्थिति आ सकती है। जिसके लिए अहतियातन जरूरी कदम उठाए जाएं।
आगेपढेंसीएमओ के खिलाफ चिकित्सक का ‘स्वास्थ्यग्रह’
विरोध के तौर पर अपना एप्रिन उल्टा पहना है और आला भी पीठ की तरफ लटकाया
देहरादून। राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल में सीनियर फिजिशियन के पद पर तैनात डॉक्टर एनएस बिष्ट ने सीएमओ डॉक्टर बीसी रमोला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डॉक्टर बिष्ट ने अस्पताल परिसर में ही अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू कर दिया है, जिसे उन्होंने स्वस्थ्याग्रह का नाम दिया है। मौन विरोध कर रहे डॉक्टर बिष्ट ने विरोध के तौर पर अपना एप्रिन उल्टा पहना है और आला भी पीठ की तरफ लटकाया।
 उनका कहना है कि सीएमओ डॉक्टर बीसी रमोला उनका मार्च से उत्पीड़न कर रहे हैं जिसकी शिकायत उन्होंने अधिकारियों से भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। डॉक्टर बिष्ट का आरोप है कि कोविड फिजिशियन के रूप में डड्ढूटी करने के बावजूद उनसे भरी मीटिंग में गलत तरीके से व्यवहार किया गया। यहां तक कि उनकी एसीआर भी खराब करने की भी धमकी दी गई। डॉक्टर बिष्ट का कहना है कि सीएमएस डॉक्टर रमोला की मनमानी बढ़ती जा रही है इसलिए वह धरना दे रहे हैं। मंगलवार सुबह डॉक्टर बिष्ट और उनकी असिस्टेंट फिजीशियन राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल पहुंचे। जहां पर डॉक्टर बिष्ट ने विरोध स्वरूप अपना एप्रिन उल्टा पहन और आला भी पीठ की तरफ लटका कर स्वस्थ्याग्रह शुरू कर दिया। डॉक्टर बिष्ट ने लिखित में आरोप लगाए हैं कि वर्तमान सीएमओ एवं जिला अस्पताल के तत्कालीन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बीसी रमोला लगातार मार्च से उनका उत्पीड़न करते आ रहे है सार्वजनिक रूप से उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। डॉक्टर बिष्ट ने अस्पताल की महिला स्वास्थ्यकर्मियों के यौन उत्पीड़न के आरोप के बावजूद प्रमोट कर उन्हें सीएमओ बनाए जाने पर भी ऐतराज जताया और कहा कि इसी वजह से डॉक्टर रमोला की मनमानी बढ़ती जा रही है। इसके अलावा भी अन्य कई आरोप लगाए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर रमोला ने कहा कि वह अभी गांधी शताब्दी अस्पताल से तीन नेत्र रोगियों का ऑपरेशन कर लौटे हैं। कोरोना काल में वह अपने काम में जी-जान से जुटे हुए हैं। इसमें अगर किसी को बुरा लगता है तो वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
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सड़कों की बदहाली को लेकर कांग्रेसियों ने लोनिवि के मुख्य अभियंता को सौंपा ज्ञापन
देहरादून। राज्य के अनेक जनपदों उत्तरकाशी पौड़ी की सड़कों, राजधानी देहरादून की सड़कों के विषय में तथा एनएच में प्रेमनगर में पुश्ता ढहने से हुए नुकसान के प्रभावितों को मुआवजा देने के संबंध में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल एनएच के मुख्य अभियंता व पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष हरि ओम शर्मा से मिला।
   गढ़वाल के उत्तरकाशी की बड़कोट से यमुनोत्री तक की सड़क का खस्ता हाल, पुरोला की मियागड़ कुनारा मार्ग व कुनारा खरासा मार्ग के निर्माण, ऋषिकेश से देवप्रयाग तक आल वेदर रोड के काम में तेजी लाने, देहरादून हरिद्वार के बीच एनएच पर चल रहे कार्य की कछुवा गति को तेज करने, ऋषिकेश बद्रीनाथ मार्ग में चल रहे कार्य में तेजी लाने, राजधानी देहरादून के अधिकांश ध्वस्त पड़े राष्ट्रीय राज मार्गों राज्य राज मार्गों व आंतरिक मार्गों के बारे में वार्ता कर मांग पत्र प्रेषित किया।
 धस्माना ने मुख्य अभियंता से प्रेमनगर में राष्ट्रीय राज मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार की लापरवाही के कारण पुश्ता कटान में हुए लोगों के नुकसान के बारे में अवगत करवाते हुए प्रभावित लोगों के मुआवजे की मांग की। धस्माना ने प्रेमनगर के मुख्य बाजार की सड़कों व आंतरिक सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग भी की। धस्माना ने कैंट विधानसभा क्षेत्र की गोविंदगढ़, इंजीनियरिंग एनक्लेव, साईं लोक, वसंतविहार से चाय बागान वाली सड़क के निर्माण की मांग भी की।
  मुख्य अभियंता हरी ओम शर्मा ने धस्माना को सभी विषयों पर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि बारिशों के बाद राष्ट्रीय राज मार्गों , राज्य राज मार्गों पर तेजी से काम होगा। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर में पुश्ता निर्माण में प्रभावित लोगों को मुआवजा शीघ्र दिया जाएगा व प्रेमनगर, गोविंदगढ़, साईं लोक समेत उल्लेिखत सभी सड़कों का काम भी वर्षा खत्म होते ही शुरू किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता सुमित ऽन्ना, ललित भद्री, अक्की कुरैशी, अनुज दत्त शर्मा आदि सम्मलित रहे।
आगेपढेंलालजी टंडन के निधन पर उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शोकाकुल
देहरादून। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल मौर्य ने अपने संदेश में कहा है कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन का समाचार पाकर अत्यंत दुख हुआ। स्व. टंडन एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि , कुशल प्रशासक और संवेदनशील समाजसेवी थे। उनके निधन से राष्ट्र और समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची है। प्रभु उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करें।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के लालजी टंडन जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। कहा है कि स्वर्गीय लालजी टंडन का पूरा जीवन जनसेवा को समर्पित रहा। वे राजनीति के एक स्तम्भ थे। वे कुशल प्रशासक और राजनेता थे। उन्होंने भाजपा को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करे।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा कि लालजी टंडन के निधन के चलते देश ने एक लोकप्रिय नेता, योग्य प्रशासक और प्रखर समाजसेवी को खोया है। लालजी टंडन को समाज की सेवा के उनके अथक प्रयासों के लिए एवं उत्तर प्रदेश की एक कद्दावर शख्सियत के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का लखनऊ के एक निजी अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। तबियत खराब होने के बाद उन्हें 11 जून को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस की दिक्कत, पेशाब में परेशानी और बुखार था । चिकित्सकों ने उनका सी.टी गाइडेड प्रोसीजर किया था लेकिन उनके पेट में रक्तस्राव हो गया। साथ ही फेफड़े, किडनी और लीवर में दिक्कत बढ़ने पर वेंटीलेटर पर रखा गया लेकिन चिकित्सकों के अथक प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। मंगलवार सुबह उन्होंने 5.35 पर अंतिम सांस ली। उनकी मृत्यु की जानकारी उनके ज्येष्ठ पुत्र और प्रदेश सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल ने ट्वीट कर दी ।
आगेपढेंहरिद्वार की सीमाएं खुली तो लौटी रौनक, श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर किया पूजा पाठ
देहरादून। तीन दिन बाद हरिद्वार जिले की सीमाएं खुलीं तो गंगा घाटों पर कुछ रौनक दिखाई दी। बता दें कि शनिवार और रविवार को लॉकडाउन व सोमवार को सोमवती अमवस्या के चलते हरिद्वार की सीमाएं सील गई थीं। 
मंगलवार को हर की पैड़ी पर गंगा में डुबकी लगाकर पूजा पाठ किया। वहीं लोग अस्थि विसर्जन के लिए भी पहुंचे।
प्रशासन की वेबसाइट पर पंजीकरण कराने पर अब एक दिन में सिर्फ 1500 लोगों को ही आने की इजाजत मिलेगी। इसके बाद जिलाधिकारी विशेष परिस्थितियों में केवल पचास लोगों को अनुमति जारी कर सकेंगे।
 कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने शनिवार और रविवार को लॉकडाउन घोषित किया था। हरिद्वार जिला प्रशासन ने शिवरात्रि और सोइसी के मद्देनजर 18 जुलाई की शाम से सीमाएं सील कर दी गई थी। पुलिस-प्रशासन की सख्ती के चलते काफी वाहनों को बॉर्डर से वापस कर दिया था। डीएम सी. रविशंकर ने बताया कि मंगलवार सुबह से सीमाएं खोल दी गई। इस हफ्ते साप्ताहिक बंदी नहीं होगी।

 मुनस्यारी में हुए जानमाल की हानि पर कांग्रेस ने जताई चिंता
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने जनपद पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र में आपदा के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर दुःख व्यक्त करते हुए आपदा में मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
पिथौरागढ़ में घटी आपदा की घटना पर बयान जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि घटना के उपरान्त जिला अधिकारी पिथौरागढ़ को मुख्यमंत्री की फटकार ने साबित कर दिया है कि प्रदेश का अधिकारी वर्ग निरंकुश एवं निश्क्रिय हो चुका है। विजय सारस्वत ने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी आम जनता की जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाह हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिथौरागढ़ में घटित आपदा की घटना में भारी जानमाल का नुकसान हुआ है तथा इस घटना को रोकने के लिए राज्य का आपदा प्रबन्धन विभाग पूरी तरह विफल रहा। उन्होंने कहा कि यदि राज्य का आपदा प्रबन्धन पहले से सचेत रहता तो इस घटना को रोका जा सकता था। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावजूद राज्य का आपदा प्रबन्धन सोया हुआ है, राज्य के जिला स्तरीय अधिकारियों का आलम यह है कि जिलाधिकारी सहित कोई भी अधिकारी फोन तक उठाने को राजी नहीं हैं।
विजय सारस्वत ने कहा कि प्रदेश के अधिकारी जनता के सेवक हैं परन्तु वे शासक बनकर काम कर रहे हैं जो कि गम्भीर चिन्ता का विशय है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी को फटकार लगानी पड रही है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जिला स्तरीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाह बने हैं 

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उत्तराखंड में जल्द हो सकता है कैबिनेट विस्तार
देहरादून। उत्तराखंड त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल को साढ़े 3 साल हो गये है।ं लेकिन अभी तक राज्य सरकार खाली पड़े मंत्रिमंडल के पदों को नहीं भर पायी है। दो पद तो सरकार के गठन के समय से ही खाली चल रहे हैं। इसके साथ ही वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद एक और पद खाली हो गया था। ऐसे में समय-समय पर मंत्रिमंडल के पदों को भरने का मामला सामने आता रहा है। इसी क्रम में अब सीएम ने एक बार फिर खाली पदों को जल्द ही भरने की बात कही है। गौरतलब है कि साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार की शुरुआत से ही दो मंत्री पद खाली चल रहे हैं। इसके साथ ही साल 2019 में वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद त्रिवेंद्र कैबिनेट में एक और पद खाली हो गया था। हालांकि मंत्री पद रिक्त होने की वजह से मुख्यमंत्री 30 से अधिक विभागों को संभाल रहे हैं। इसके साथ ही तब के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के विभागों की जिम्मेदारी भी प्रदेश के मुखिया के पास ही हैं। यही नहीं लंबे समय से खाली पड़े मंत्रिमंडल के पदों को भरने को लेकर समय-समय पर अफवाहें भी उड़ती रही हैं कि जल्द ही मंत्रिमंडल के खाली पड़े तीनों पदों को भर लिया जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के बयान से लगता है कि अब जल्द ही मंत्रिमंडल के खाली पड़े पदों को भर लिया जाएगा।  हो जाएगा।
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 कांग्रेस ने मुनस्यारी आपदा में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताई
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जनपद पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र के ग्राम टांगा एवं गैला गांव में प्राकृतिक आपदा से हुए भारी जानमाल के नुकसान पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। प्रीतम सिंह ने आपदा में मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रत्येक वर्ष बरसात में होने वाली इन घटनाओं को उत्तराखण्ड राज्य के लिए अभिशाप बताते हुए कहा कि पहाड़ों में होने वाले ऐसे हृदय विदारक हादसों को रोकने के उपाय होने चाहिए तथा जो गांव अति संवेदनशील हैं उनका उचित स्थान पर समय रहते विस्थापन किया जाना चाहिए। प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखकर पिथौरागढ़ के आपदा पीड़ितों को शीघ्र राहत पहुंचाने के उपाय किये जाने तथा मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रूपये तथा प्रभावित परिवारों को 5-5 लाख रूपये का मुआबजा दिये जाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लिखे पत्र में प्रीतम सिंह ने कहा कि दिनांक 20 जुलाई 2020 को हुई भारी बरसात से राज्य के कई जनपदों में जानमाल की भारी क्षति हुई है। जनपद पिथौरागढ़ की तहसील मुनस्यारी क्षेत्र के टांगा एवं गैला गांव में अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटनाओं के कारण पहाडी धंसने से भारी जन हानि हुई है। इस दुर्घटना में 5 लोगों की असमय मौत हो चुकी है तथा 9 लोग लापता बताये जा रहे हैं। भारी बरसात के कारण पूरे मुनस्यारी क्षेत्र का मुख्यालय से सम्पर्क टूट चुका है जिससे पीडितों तक राहत भी नहीं पहुंच पा रही है। राज्यभर में लगातार हो रही भारी बारिस एवं अतिवृष्टि से कई अन्य क्षेत्रों में भी भारी नुकसान के समाचार मिले हैं। मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावजूद राज्य के आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा दैवीय आपदा संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के कोई प्रबन्ध नहीं किये गये हैं। पिथौरागढ़ की घटना के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के मन में दहशत का माहौल व्याप्त है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप आने वाले दिनों में होने वाली भारी बरसात में प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की जानमाल की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु समय रहते राज्य के आपदा प्रबन्धन विभाग को समुचित कदम उठाने के साथ ही संवेदनशील क्षेत्र के लोगों के उचित विस्थापन की व्यवस्था की जानी चाहिए।
 प्रीतम सिंह ने सरकार से मांग की कि पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र में दैवीय आपदा में मारे गये प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रूपये तथा प्रभावित परिवारों को 5-5 लाख रूपये का शीघ्र मुआबजा दिया जाय तथा प्रभावित क्षेत्र के लोगों की जानमाल की सुरक्षा करने तथा उनके समुचित विस्थापन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
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मुख्यमंत्री ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से बोर्ड का गठन किया गया है। पिछले वर्ष 36 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए। आने वाले समय में इसमें बहुत वृद्धि होने की सम्भावना है। इसलिए इतनी बड़ी संख्या मे आने वाले यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। माननीय उच्च न्यायालय ने एक तरह से राज्य सरकार के निर्णय पर अपनी मुहर लगाई है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि तीर्थ पुरोहित और पण्डा समाज के लोगों के हक हकूक और हितों को सुरक्षित रखा गया है। जहां भी धर्म और संस्कृति का विषय होता है, वहां परम्पराओं का बहुत महत्व है। हमने चारधाम के संबंध में सभी परम्पराओं का बनाए रखा है। सैंकड़ों सालों से स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और पण्डा समाज ने चारधाम की पवित्र परम्पराओं का संरक्षण किया है। विपरीत परिस्थितियों के होने पर भी दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं देखा है कि बरसात में रास्ते बंद हो जाने पर किस प्रकार तीर्थ पुराहितों ने श्रद्धालुओं के रूकने, खाने आदि की व्यवस्था की है। इसी भावना के कारण उत्तराखण्ड को देवभूमि का मान मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीर्थ पुराहितों ने यहां की परम्पराओं का संरक्षण किया है और देवभूमि का मान बढ़ाया है, उनके हितों की रक्षा, सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लेकर किसी प्रकार का संशय नहीं होना चाहिए। राज्य गठन के बाद चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन सबसे बड़ा सुधारात्मक कदम है। माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय को किसी की जीत हार से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यह राजनीतिक विषय नहीं है। आने वाले समय में चारधाम देवस्थानम बोर्ड, चारधाम यात्रा के प्रबंधन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
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 सीएम ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण की जानकारी ली
देहरादून।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में रेल विकास निगम लि. के अधिकारियों से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। 125.20 किमी की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में 12 स्टेशन बनाये जा रहे हैं। जिसमें कुल 105.47 किमी में 17 टनल बनाई जा रही हैं। ऋषिकेश में रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 01 सुरंग का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 05 में निर्माण कार्य प्रगति पर है। तीन प्रमुख रेलवे ब्रिज पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। जिन 03 ब्रिज पर कार्य शुरू किया गया है उनमें चन्द्रभागा नदी पर 300 मीटर का ब्रिज, लछमोली में अलकनन्दा नदी पर 275 मीटर का ब्रिज एवं श्रीनगर में अलकनन्दा पर 450 मीटर का ब्रिज शामिल है। शेष पुलों का कार्य टनल निर्माण के साथ ही किया जायेगा। श्रीनगर, गौचर एवं सिवाई (कालेश्वर)में एप्रोच रोड ब्रिजेज का कार्य प्रगति पर है।
     मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रेलवे लाइन निर्माण कार्य में और तेजी लाई जाय। किसी भी समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जायेगा। कार्यों में गुणवत्ता, गति एवं पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि इस रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद उत्तराखण्ड की जनता एवं राज्य में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर एक गुलाब की वाटिका विकसित की जाय। जिसमें विभिन्न प्रजातियों के गुलाब हों।  इस अवसर पर रेल विकास निगम लि. द्वारा डोईवाला-उत्तरकाशी-बड़कोड़ रेलवे लाइन पर भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। बैठक में जानकारी दी गई की इस रेल लाइन का सर्वे किया जा चुका है। सर्वे का कार्य मार्च 2018 से किया जा रहा था। इस प्रोजेक्ट में कुल 24 हजार करोड़ रूपये की लागत का अनुमान है। उत्तरकाशी से डोईवाला तक कुल 10 स्टेशन के लिए सर्वे किया गया है। इस रेल लाइन के लिए 24 टनल एवं 19 ब्रिज के लिये सर्वे किया गया है। यह रेल लाइन लगभग 122 किमी की होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रेल लाइन उत्तराखण्ड में पर्यटन को बढ़ावा देने एवं कृषि बागवानी एवं स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी मददगार साबित होगी। इस अवसर पर रेल विकास निगम लि. के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु बडोनी, एडिशनल जनरल मैनेजर विजय डंगवाल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुरेन्द्र कुमार, विकास बहुगुणा आदि उपस्थित थे।
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सीएम से फिल्म निर्माता निर्देशक ने भेंट की
देहरादून।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में फिल्म निर्माता एवं निर्देशक विशाल भारद्वाज एवं श्रीमती रेखा भारद्वाज ने भेंट की। विशाल भारद्वाज ने कहा कि उत्तराखण्ड फिल्म निर्माण के लिए फिल्म निर्माताओं एवं अभिनेताओं को आकर्षित कर रहा है। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य एवं देवभूमि का स्वरूप लोगों को बहुत आकर्शित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य से फिल्म के क्षेत्र में लोगों को लाने के लिए फिल्म एजुकेशन की ओर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड में भी एफटीआई की तर्ज पर कोई इंस्टीट्यूट खोला जाय तो, यहां के युवाओं का भविष्य फिल्म के क्षेत्र में उज्ज्वल होगा। उन्होंने कहा कि लोगों का फिल्म जगत में कार्य करने के लिए रूझान बढ़े इसके लिए राज्य में किसी यूनिवर्सिटी में फिल्म प्रोडक्शन और फिल्मों से संबंधित सभी जानकारियों के लिए कक्षाएं शुरू की जाय तो इसके आने वाले समय में काफी सकारात्मक परिणाम होंगे। उन्होंने उत्तराखण्ड में फिल्म फेस्टिवल करने का भी अनुरोध किया।
     मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य में फिल्मकारों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए फिल्म पॉलिसी बनाई गई है। उन्होंने उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी श्री के.एस. चैहान को निर्देश दिये कि मसूरी फिल्म कॉन्क्लेव में आये सुझावों पर जल्द संशोधित पॉलिसी बनाकर प्रस्तुत की जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनिवर्सिटी में फिल्म के निर्माण एवं अन्य पहलुओं से संबंधित कक्षाओं का अच्छा सुझाव है। दून विश्वविद्यालय में इसके लिए इन्फ्रास्टक्चर विकसित करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ फैकल्टी की नियुक्ति के साथ ही गेस्ट फैकल्टी जो फिल्म जगत के अनुभवी लोग हैं, उनसे सहयोग लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोविड-19 की वजह से अभी राज्य में फिल्म फेस्टिवल कराना संभव नहीं होगा। कोविड का प्रभाव खत्म होने के बाद इस पर विचार किया जायेगा।
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 एसएक्सएल फेसलिफ्ट 2020 श्रृंखला लॉन्च की

देहरादून। पियाजियो इंडिया ने बाजार में दो नए उत्पाद लॉन्च किए। आईकोनिक वेस्पा वीएक्सएल, एसएक्सएल फेसलिफ्ट 2020 श्रृंखला एवं डिस्क ब्रेक और डिजिटल क्लस्टर के साथ स्पोर्टी नया अप्रिलिया स्टॉर्म। इनका उद्देश्य अपनी प्रीमियम विशेषताओं द्वारा समझदार ग्राहकों को राईडिंग का बेहतर अनुभव प्रदान करना है। कंपनी ने साल की शुरुआत में ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुई ऑटो एक्स्पो 2020 में इन नए उत्पादों का अनावरण किया था और हाल ही में 125 सीसी एवं 150 सीसी बीएस6 इंजनों के साथ वेस्पा वीएक्सएल, एसएक्सएल फेसलिफ्ट 2020 मॉडल्स की प्रि-बुकिंग शुरू कर दी। ग्राहक वेस्पा के ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऑनलाईन दिखाए गए मॉडल्स में से अपनी पसंद चुन सकते हैं तथा नया अप्रिलिया स्टॉर्म स्कूटर अप्रिलिया   से बुक कर कॉन्टैक्टलेस अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म से नया वेस्पा ऑनलाईन बुक करने पर 2000 रु. मूल्य के बेनेफिट्स तथा अप्रिलिया बुक करने पर 1000 रु. मूल्य के बेनेफिट्स मिलेंगे। ग्राहक नजदीकी वेस्पा या अप्रिलिया डीलरशिप पर भी जा सकते हैं।
वेस्पा वीएक्सएल और एसएक्सएल रेंज टेक्नॉलॉजी की दृष्टि से उन्नत मोनोकॉक फुल स्टील बॉडी, वाईब्रैंट हाई डेफिनिशन 3 कोट बॉडी कलर्स, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम या ट्विन पॉट कैलिपर डिस्क ब्रेक के साथ कंबाईंड ब्रेकिंग सिस्टम जैसी खूबियों के साथ बनी है। नई श्रृंखला बेहतरीन परफॉर्मेंस देने वाले क्लीन एमिशन 3 वॉल्व टेक्नॉलॉजी फ्यूल इंजेक्शन इंजन के साथ बीएस6 का अनुपालन करती है। परफॉर्मेंस एवं एफिशियंसी को ध्यान में रखते हुए इस नई लाईफ स्टाईल स्कूटर श्रृंखला में चैड़े टायरों के साथ पेटल डिजाईन अलॉय व्हील्स हैं, जो राईडर को आराम व सुविधा प्रदान करते हैं। साथ ही नई 2020 वेस्पा फेसलिफ्ट वीएक्सएल एवं एसएक्सएल श्रृंखला में क्रिस्टल इलुमिनेशन एलईडी हेडलाईट, सेंटर इंटीग्रेटेड डे टाईम रनिंग एक्स्ट्रा ब्राईट बीम लाईट, यूएसबी मोबाईल चार्जिंग पोर्ट और बूट लाईट है, जो इसकी सुविधा एवं स्टाईल को और ज्यादा उत्तम बना देती है।
दूसरी तरफ नए अप्रिलिया स्टॉर्म 125सीसी डिस्क ब्रेक एवं डिजिटल क्लस्टर मॉडल ने 220 मिमी, ट्विन पॉट कैलिपर फ्रंट डिस्क ब्रेक एवं डिजिटल क्लस्टर द्वारा राईडिंग के अनुभव को और ज्यादा बेहतर बना दिया है। क्रॉस ओवर बिल्ड के साथ यह विशेष स्कूटर हाई परफॉर्मेंस 3 वॉल्व टेक्नॉलॉजी एवं बीएस 6 का अनुपालन करने वाले फ्यूल इंजेक्शन इंजन और चैड़े क्रॉस पैटर्न टायरों के साथ 12 इंच के ब्लैक अलॉय व्हील्स द्वारा अप्रिलिया की रेसिंग की शक्ति प्रस्तुत करता है।

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पुलिस की युवक के साथ अभद्रता का वीडियो वायरल
धनौल्टी। टिहरी के धनौल्टी में सोमवार शाम को एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में पुलिस का सिपाही एक युवक को थप्पड़ मारता और गाली देते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो में अन्य पुलिस कर्मी भी दिखाई दे रहे हैं। सोशल मिडिया पर ये वीडियो सोमवार देर रात वायरल हुआ। इसके बाद एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया। बता दें कि टिहरी के थत्यूड़ थाने के अंतर्गत अलमस गांव में पुलिस की टीम गाड़ियों की रूटीन चेकिंग का कार्य कर रही थी। वहीं पुलिस के सिपाही ने एक युवक को गाली देते हुए थप्पड़ मार दिया। इसका वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर वायरल कर दिया। वीडियो में दिख रहा युवक भंस्वाड़ी गांव का निवासी बताया जा रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा है। लोगों का कहना है कि पुलिस के सिपाही को किसी को मारने का अधिकार नहीं होता। वहीं इस मामले में थानाध्यक्ष थत्यूड़ संजीत कुमार ने बताया कि अलमस गांव में गाड़ियों की रूटीन चेकिंग के दौरान एक युवक पुलिस के कर्मचारियों को परेशान कर रहा था। उन्होंने बताया कि युवक शराब के नशे में था।

 

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24 अगस्त से शुरू होंगी श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की परीक्षाएं।

टिहरी। उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की परीक्षाएं 24 अगस्त से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। परीक्षाएं ऑफलाइन या ऑनलाइन कराने का विकल्प विश्वविद्यालयों को दिया गया है।
वहीं, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या अधिक है। इसको देखते हुए अभी से तैयारियां की जा रही हैं। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी ने कहा कि 9 जुलाई को प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के साथ सरकार की बैठक हुई थी।
इसमें निर्णय लिया गया है कि परीक्षाएं 24 अगस्त से होनी हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाएं ऑनलाइन या ऑफलाइन होंगी इसकी पुष्टि अभी नहीं है। उन्होंने कहा श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या अधिक है। इसको देखते हुए अभी से तैयारियां की जा रही हैं। तैयारियां जल्द पूरी हो जाएंगी।

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होमगार्ड ने जहरीला पदार्थ खाकर की खुदकुशी
श्रीनगर। तहसील कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात एक होमगार्ड ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि बीते दिन होमगार्ड के खिलाफ नाबालिग के साथ छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज हुआ था। माना जा रहा है कि इसी के चलते होमगार्ड ने ये कदम उठाया होगा।

श्रीनगर तहसील कार्यालय में सुबह छह बजे होमगार्ड की ड्यूटी बदलती है। होमगार्ड रोज की तरह वहां उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर निकल गए। इस दौरान एक होमगार्ड की अचानक तबीयत खराब हो गई। आसपास के लोगों को उसके पास से सल्फास का खाली पैकेट भी मिला. सूचना मिलने पर तहसीलदार सुनील राज उसे अपने वाहन से मेडिकल कॉलेज ले गए.जहां उपचार के दौरान उसने मौत हो गई।

सुरक्षित महसूस करने पर ही खुलेंगे स्कूल
कोटद्वार। कोरोना महामारी के कारण राज्य में ही नहीं पूरे देश में स्कूल मार्च माह से बंद हैं। इसी को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब हमें लगेगा कि देश कोरोना महामारी से सुरक्षित है और स्कूल बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए तैयार हैं तब इस पर फैसला लिया जाएगा।
कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। जिसके बाद आम जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने गाइडलाइन तैयार की थी। इसमें अनलॉक-1 जारी किया गया था। इसमें कई व्यावसायिक कॉम्पलेक्स, सरकारी दफ्तर, प्राइवेट दफ्तर खोल दिए गए थे। फिर अनलॉक-2 आया, लेकिन स्कूलों को बंद ही रखने का निर्णय लिया गया था। चार महीने से बंद स्कूलों पर अब राज्य सरकार भी निर्णय लेने में कतरा रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ये बहुत बड़ा निर्णय है। जब हम अपने आप को कोरोना महामारी के संक्रमण से सुरक्षित महसूस करेंगे तो उसके बाद ही यह निर्णय लिया जाएगा। कोविड-19 के दौरान बंद स्कूलों को खोलने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों को खोलना बहुत बड़ा निर्णय है। जब लगेगा कि हम कोविड-19 से सुरक्षित हैं उसके बाद हम ये निर्णय लेंगे। उनका कहना है कि सरकार के इतना जागरूक करने के बाद भी राज्य की जनता सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बनाए हुए है। 

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कोरोना की चपेट में पुलिस महकमा, कई कर्मचारी संक्रमित
हल्द्वानी। कोरोना ने अब पुलिस महकमे पर भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जिले में 5 दारोगा, 6 कॉन्स्टेबल, एक हेड कॉन्स्टेबल और एक बारबर कोरोना की चपेट में हैं। एसएसपी सुनील कुमार मीणा का कहना है कि सभी का उपचार चल रहा है और इनके संपर्क में आए पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन किया गया है। इसके साथ ही सभी फील्ड स्टाफ और पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि पूरी तरह एहतियात बरतते हुए ड्यूटी पर तैनात रहें। एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया है कि सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क और फेस शील्ड लगाकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। जबकि लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि कोरोना महामारी में पुलिसकर्मी रात दिन अपनी ड्यूटी निभाते हुए जान को जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी में भी सभी पुलिसकर्मी अपना पूरा योगदान दे रहे हैं। सभी पुलिसकर्मी जल्द स्वस्थ होकर फिर से लोगों के बीच में सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे। गौरतलब है कि नैनीताल जिले के लालकुआं कोतवाली में 3 दारोगा पॉजिटिव आ चुके हैं। 

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