पिथौरागढ़, । प्रदेश में कोरोना डियूटी के दौरान हुई चार आशाओ की मौत पर सरकार ने मात्र संवेदना तक व्यक्त नहीं किया. इस बेरुखी पर आज सरकार को घेरते हुए पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ मौर्चा खोल दिया है. आज जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने घर पर दो घंटे धरना प्रदर्शन किया. सरकार के खिलाफ एकल नारेबाजी की. कहा कि आशाओ की सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा की गारंटी की जाय,अन्यथा आंदोलन को उग्र रूप दिया जायेगा.
कोरोना की डियूटी के दौरान टिहरी गढ़वाल में दो तथा उधमसिंहनगर में दो आशाओ की मौत हो गई थी. इनकी मौत पर सरकार ने एक शब्द संवेदना के व्यक्त नहीं किए. इस बात से नाराज उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के बैनर तले आज जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने हाथ में स्लोगन बैनर लेकर दो घंटे धरना दिया. मर्तोलिया ने कहा कि आज इस धरने के माध्यम से तीन सूत्रीय मांगों को उठा रहे है.
कहा कि पहले सरकार कैबिनेट की ओर से संवेदना व्यक्त करे. आज तक संवेदना के लिए एक शब्द भी नहीं बोला गया है, इसकी हम निंदा करते है. मर्तोलिया ने कहा कि मृत आशाओ के परिजनो को दस लाख मुआवजा तथा एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
कहा कि सरकार को आशाओ के योगदान को स्वीकार करते हुए तत्काल इन मांगो पर विचार करना चाहिए. जून माह में भी पंचायत प्रतिनिधियो ने धरना प्रदर्शन किया था.