कोटद्वार झंंडा चौक में टीन शेडो से किये हुए अतिक्रमण से क्यों आंखे मूंदे बैठा है नगर निगम
आखिर कौन है नगर निगम में बैठा विभीषण, जिसकी शह पर चल रहा ये खेल, जब अतिक्रमण की बात चलती हैं तो कोटद्वार यहाँ सबसे ऊपर है और हो भी क्यों न, रोज अखबारों की सुर्खियां बनता अतिक्रमण, धरने प्रदर्शन अब आम बात हो चुकी है गोखले मार्ग, गंगा दत्त जोशी मार्ग, पटेल मार्ग, बद्रीनाथ मार्ग, देवी रोड़, पूरी तरह अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुकी है, ओर प्रशासन भी हतास है मगर हम झंडा चौक को पूरी तरह भूल जाते है झण्डा चौक ओर गोखले मार्ग व राष्ट्रीय मार्ग को जोड़ने वाले मार्ग पर टीन शेड किया हुआ अतिक्रमण आम जन की सोच से दूर है लेकिन नगर निगम को पूरा पता है और इन्हें हटाने के नाम पर सिर्फ नोटिस जारी करता है मग़र कभी इन्हें हटाने का प्रयास नही करता , आखिर क्या वजह है गोखले मार्ग ओर राष्ट्रीय मार्ग को जोड़ता इस मार्ग पर कभी नीम का पेड़ हुआ करता था आज इन दुकान दारो ने टीन शेड से निर्माण कर दिया है पूरे मार्ग पर फर्नीचर व कई दुकानें सजी है तो वही कोटद्वार का दिल कहे जाने झंडा चोक में तो नगर निगम कुछ ज्यादा ही मेहरबान है जलेबी , मिठाई, व राशन की दुकानों ने भी टीन शेड से स्थाई अतिक्रमण किया हुआ है मजाल है कि नगर निगम इस तरफ देख भी ले क्योंकि यहां के अतिक्रमण हटने से झंडा चौक भी लालबत्ती चोक की तरह चौड़ा हो जाएगा, आखिर नगर निगम की जेसीबी इन टिन सेडो में क्यों मेहरबान है जो कि सिर्फ नोटिस देकर इतिश्री करना, नगर निगम की नीयत पर संदेह व्यक्त करता है। सभार