ऋषिकेश। प्रदेश में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जिससे एक बार फिर शासन-प्रशासन में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, महिलाएं शराबियों से इस कदर परेशान हैं कि उन्होंने शराबियों से निजात पाने का तरीका भी खुद ब खुद ढूंढ लिया है। प्रदेश भर में महिलाएं शराब के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। तीर्थनगरी ऋषिकेश में तो महिलाएं चैराहे से लेकर पूरे गांव का भ्रमण करती है। इस दौरान महिलाएं शराबियों को नसीहत दे रही हैं कि अगर गांव में शराब पीता कोई दिखाई दिया तो उसकी खैर नहीं। जी हां हम बात कर रहे हैं रानी पोखरी थाने के भोगपुर बागी गांव की। महिलाएं शराबियों को सबक सिखाने के लिए खुद ही कमान संभाल ली है। इस कार्य में गांव के युवा और बुजुर्ग भी उनका सहयोग कर रहे हैं। जिनका मकसद युवाओं और बुजुर्गों को नशे से बचाना है। इन महिलाओं का समूह अब खट-खट के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। क्षेत्र में, भोगपुर बाजार क्षेत्र में आए दिन शराबियों के आतंक रहता था। जिससे महिलाओं को काफी परेशानी होती थी। लेकिन जब से खट-खट गैंग ने कमान संभाली है तब से शराबी बाजार में दिखाई नहीं दे रहे हैं। महिलाओं ने कहा कि दुकानदार चोरी छुपे से शराब परोसते थे वे भी अब जल्दी दुकान, रेस्टोरेंट और ढाबा बंदकर घर चले जाते हैं। वहीं, महिलाएं रोजाना बाजार में लाठी-डंडों के साथ बाजार में गश्त करती हैं। महिलाओं ने शराब परोसने वाले रेस्टोरेंटों को सख्त हिदायत दी है। भोगपुर, बागी इलाके की यह महिलाओं का यह दल देहरादून जिले में ऐसा करने वाला पहला दल है, जिसकी सब तारीफ कर रहे हैं। उत्तराखण्ड से अवैध तरीके से शराब से छुटकारा पाने की यह बड़ी मुहिम मानी जा रही है। यहां शराब पीने वालों की तादात कम हुई है और हर जगह महिलाओं के इस प्रयास की सराहना हो रही है।