समस्त उत्तराखंड प्रदेश में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के प्रणेता,महान राज्य आंदोलनकारी,उत्तराखण्ड के गांधी इंद्रमणि बडोनी जी को उनकी पुण्यतिथि (18अगस्त 1999) पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित कर शत-शत नमन किया गया।
देहरादून,टिहरी गढ़वाल के अखोडी गांव में 1925 में जन्मे स्व बडोनी जी उत्तराखंड आंदोलन के मुख्य नेता थे,1994 का पौड़ी आंदोलन में अनशन रहा हो अथवा मसूरी,और खटीमा काण्ड सभी आंदोलनों में बडोनी जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है,इन्ही के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशों में उत्तराखंड राज्य आंदोलन की मांग पूरे देश मे उठी,इन्ही की बदौलत हमे उत्तराखंड राज्य मिल पाया।
अखोड़ी गांव के प्रधान से लेकर,जखोली ब्लाक प्रमुख और तीन बार अविभजित उत्तरप्रदेश में देवप्रयाग से विधायक रहे। वर्ष1978 में प्रदेश
के मुख्मंत्री स्व बना रासी दास सरकार में उत्तराखंड पर्वतीय विकास परिषद के उपाध्यक्ष रहते हुए सम्पादक के संयोजकत्व में जू हाई स्कूल कोटाल गावँ के स्टाफ के वेतन व मान्यता दिलाने के लिए वीर भड़ शिरोमणि माधो सिंह भंडारी की भाव नाटिका का मंचन से धन इकठा जनता के सहयोग से किया ।अपार जन समूह में उनको उत्तराखंड के गांधी के नाम से अलंकृत किया गया।स्व बडोनी कलामंच के महान कलाकार भी थे,इन्ही की बदौलत विश्व प्रसिद्ध खतलिंग,पवाँली कांठा, शहस्त्रताल,विश्व नाथ जगदेई शिला, जैसे पर्यटन जगहों को दुनिया में नई पहचान मिली।
उत्तराखंड के गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर पत्र परिवार की ओर से श्रद्धा सुमनअर्पित।
जय भारत, जय उत्तराखंड।चंद्रशेखर पैन्यूली