चमकी बुखार :-ईंसफेलाईटिस
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चमकी बुखार से बच्चो को बचाने के लिऐ बच्चो को
1- धूप से दुर रखे।
2-अधिक से अधिक पानी का सेवन कराऐ।
3-हलका साधारण खाना खीलाऐ ,बच्चो को जंक फुड से दूर रखें।
4-खाली पेट लिची ना खीलाएं।
5-रात को खाने के बाद थोड़ा मिठा ज़रूर खिलाऐ।
6-घर के आसपास पानी जमा न होने दे ।किटनाशक दवाओ का छिड़काव करें।
7-रात को सोते समय मछर दानी का ईसतेमाल करें ।
8- पुरे बदन का कपड़ा पेहनाएं।
9सड़े गले फल का सेवन ना कराऐ ।ताज़ा फल ही खीलाऐ।
10- बच्चो के शरीर मे पानी की कमी ना होने दें।
बच्चो को पानी अधिक से अधिक पीलायेे ।
इसके लक्षण :-
बच्चो को –
1-अचानक तेज बुखार आना।
2-हाथ पेर मे अकड़न आना/टाईट होजाना ।
3-बेहोश होजाना।
4-बच्चो के शरीर का चमकना/शरिर का कांपना ।
5-शरीर पे चकत्ता निकलना ।
6-गुलकोज़ का शरीर मे कम होजाना ।
7-शुगर कम होजाना। ईत्यादि
ईंसफोलाईटिस/ चमकी बुखार ?
यह बिमारी 10 साल तक के बच्चो को अधिक अटेक कररहा है । आप अपने बच्चो का पूरा ध्यान रखे ,
कोई भी लक्षण नज़र आइऐ ,तो शिघ्र हस्पताल पहुचे / डाक्टर से संप्रक करे।
अपने बिहार, देश के अन्य राज्यों में जागरुकता फैलाने में आप सहयोग करें और अधिक से अधिक शेयर करे । और नन्हे नवजातो की जान बचाने मे एक छोटी सी पहल करे ।
अपने ऐक ऐक नम्बर पर, गुरुप मे अपने परिवार ,रिशतेदारों और मित्रों को भेजे ।यह जागरूकता सबको पहुंचा दिया जाय।