बडकोट (मदनपैन्यूली)
यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बड़कोट के निकट पौलगांव के पास बन रही मोटर सुरंग निर्माण में कम्पनी द्वारा की जा रही मानकों की अनदेखी को लेकर विवाद उठने लगे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने मानकों के विरूद्ध हो रहे सुरंग निर्माण कार्यों को लेकर जिलाधिकारी सहित एनजीटी को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है। वहीं जल्दी ही उचित कार्यवाही न होने पर ग्रामीणों ने आन्दोलन करने और सुरंग के मुहाने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़कोट के निकट पौलगांव से सिलक्यारा तक करीब साढ़े चार किलोमीटर मोटर सुरंग निर्माण का कार्य चल रहा है। सुरंग निर्माण का कार्य सिल्क्यारा से बड़कोट की ओर तथा बड़कोट से सिल्क्यारा की ओर कटिंग का कार्य किया जा रहा है। ग्राम प्रधान सहित पौलगांव के ग्रामीणों ने सुरंग निर्माण कार्य में लगी गजा कंपनी द्वारा मानकों के विपरीत किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर जिलाधिकारी उत्तरकाशी, आयुक्त एनजीटी नई दिल्ली, पीएमओ कार्यालय दिल्ली, मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड, मुख्य वन संरक्षक उत्तराखण्ड को पत्र लिखा है। ग्रामीणों ने भारी नाराजगी व्यक्त की है। ग्रामीणों एवं पौल गांव के ग्राम प्रधान सुभाष जगुड़ी ने पत्र में आरोप लगाया है कि सुरंग निर्माण में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लि. के तहत कार्यदायी पेटी ठेकेदार गजा कम्पनी द्वारा कभी दिन में तो कभी रात को ब्लास्टिंग की जा रही है। जिससे वन्य जीव जन्तुओं सहित ग्रामीणों की भूमि और मकानों को खतरा पैदा हो गया है। ब्लास्टिंग की आवाज से ग्रामीण रातभर सो नहीं पा रहे हैं। पौलगांव क्षेत्र में पेयजल स्रोत भी नष्ट हो रहे हैं। जिससे पौलगांव सहित नगर पालिका बड़कोट को आने वाली पेयजल सफलाई पर भी संकट के बादल मडराने लगे हैं। सिंचाई की नहरें भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। जिससे किसानों के सामने खेती की रोपाई व सिंचाई करने की समस्या भी बनी हुई है। जिससे किसानों के सामने रोजीरोटी की समस्या खड़ी हो गयी है। उन्होंने बताया कि सुरंग निर्माण में लगी पेटी कम्पनी एनजीटी के मानकों के विपरित निर्माण कार्य करने से पर्यावरण को भारी क्षति पहुंचायी जा रही है।ग्राम प्रधान ने कहा कि सुरंग निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से पेटी कंपनी द्वारा दिन में 12 घंटे कार्य कराया जा रहा है। इससे मजदूरों का शोषण किया जा रहा है तथा श्रम कानून का भी खुला उल्लंघन किया जा रहा है। कम्पनी द्वारा 70 प्रतिशत स्थानीय मजदूरों को रोजगार दिये जाने की पहल को दर किनारा करते हुए बाहरी लोगों को रोजगार पर रखा हुआ है जो स्थानीय लोगों की अनदेखी है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित आयुक्त एनजीटी से कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है और कार्यवाही न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है और सुरंग के सामने धरने पर बैठने को मजबूत होना पड़ेगा। पत्र में ग्राम प्रधान सुभाष जगुड़ी, नीरज, जितेन्द्र सिंह, कपिल, मनोज, गोविन्द राम, रोबिन सिंह, मनोज जगुड़ी, रामअवतार, सुरेश लाल, सुनील, यशपाल, हरदयाल, राकेश, गोपाल प्रसाद, हेमन्त, खिलानन्द, आलोक, पूरण, गंगा सिंह, दामोदर प्रसाद, महिमानन्द और बसन्त सहित दर्जनों लोग शामिल थे।