देहरादून: भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान भी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू को भी इस मुद्दे पर मीडिया के तमाम सवालों का सामना करना पड़ा। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि भुवन चंद्र खंडूरी को स्वास्थ्य कारणों से रक्षा समिति के अध्यक्ष पद से हटाया गया था। जाजू ने कहा कि उत्तराखंड के नेताओं को पहली बार केन्द्र में अहम जिम्मेदारियां मिली हैं। सभी नेताओं को केन्द्र सरकार ने कुछ न कुछ जिम्मेदारी सौंपी। अजय टम्टा को केन्द्र में राज्य मंत्री भी बनाया गया। इस लिये कांग्रेस के सभी आरोप निराधार हैं।
कांग्रेस करती है जनता को बरगलाने का काम
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने दावा किया है कि इसबार भी पार्टी उत्तराखंड की सभी सीटों पर परचम लहराएगी। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ जनता को बरगलाने का काम कर रही है। उनका ये भी कहना है कि इसबार चुनाव में राष्ट्रवाद का मुद्दा अहम रहेगा। सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव में अपनी-अपनी जीत के लिए कोशिशों में जुटे हुए हैं। भाजपा भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। देहरादून स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिन राज्यों में भाजपा ने सभी सीटें जीती थी, उनमें उत्तराखंड भी आता है। जिसका मत प्रतिशत गुजरात से भी ज्यादा था।
उनका कहना है कि प्रदेश में सभी सीटों पर इस बार भी भाजपा ही विजयी होगी और देश में मोदी सरकार बनेगी। उन्होंने कहा पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार ज्यादा मत हासिल करना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इस बार के मुख्य चुनावी मुद्दे केंद्रीय योजनाओं से मिलने वाले लाभ होंगे। लेकिन राष्ट्रवाद का मुद्दा इस चुनाव में मुख्य मुद्दा रहेगा। इस दौरान श्याम जाजू ने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कांग्रेस ने तीन राज्यों में पहले जो घोषणा की थी, उसपर वो आजतक खरी नहीं उतर पाई है। कांग्रेस सिर्फ बोल ही सकती है, कर कुछ नहीं सकती। यही वजह है कि जनता का कांग्रेस से भरोसा उठ चुका है।
परन्तु इस पहली बात को जनता के मन से नही हटा पारहे की मनोहर पर्रिकर को बीमारी के बाद भी गोवा के मुख्यमंत्री बनाए रखने के समय उनके स्वास्थ्य के लिए बीजेपी ने चिंता नहीं की ओर इतनी अधिक भयंकर रूप से बीमारी के बाबजूद उनके प्रति दया नहीं की उनसे तो खण्डूरी जी का स्वास्थ्य लाख गुना अच्छा था ।जनता का मानना है कि राफेल सौदे में हेराफेरी न होने देने के लिए उनकी ईमानदारी का गला घोंटकर हटाया गया है। राष्ट्रबाद तेजी से फ़ैलाने की वजह क्या है।यह राफेल को दबाना का अस्त्र देखा जाने लगता है।
दूसरा प्रशन गले से नही उत्तर रहा है कि 2014 से सरकार ने कई कार्य किया है उसके नाम चुनाव में प्रचार करने में क्यों बीजेपी झिजक रही है ।सैनिकों को आगे लेकर ,राष्ट्र बाद का नारा देकर जन भावना को केंद्रित कर अपनी चुनौती को काम याव करते हुए विकास के मुद्दों को छोड़ दिया इसका जबाव समझाने के लिए जनता को बीजेपी नेताओं को देना होगा