देहरादून:मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में चारधाम सड़क परियोजना (आल वेदर रोड) की संबंधित जिलाधिकारियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी चमोली को स्पष्ट निर्देश दिये कि छोटे-छोटे मुद्दों पर सड़क परियोजना का कार्य न रूकने दे, इसका ध्यान रखा जाये। मुख्य सचिव ने कार्यदायी संस्थाओं सीमा सड़क संगठन तथा नेशनल हाइवे अथाॅरिटी आॅफ इंडिया को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने हरिद्वार नगीना मोटर मार्ग के निर्माण हेतु मशीनों से आरबीएम उठाने के लिए नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए भी वन विभाग को निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने बीआरओ को जोशीमठ-माणा तथा जोशीमठ-मलारी (बार्डर रोड) मोटर मार्ग में तेजी लाने के निर्देश भी दिये।
मुख्य सचिव ने चारधाम हेतु स्वीकृत सात पैकेजों यथा ऋषिकेश-रूद्रप्रयाग 140 किमी., रूद्रप्रयाग-माणा 160 किमी, ऋषिकेश-धरासू 144 किमी., धरासू-गंगोत्री 124 किमी., धरासू-यमुनोत्री 95 किमी., रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड 76 किमी., टनकपुर-पिथौरागढ़ 150 किमी. की पैकेजवार सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्य सचिव द्वारा सडक खुदान से निकलने वाले मलबे को सुनियोजित ढ़ंग से नियमानुसार निस्तारण करने पर निगरानी रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने परियोजना का कार्य कर रही एजेन्सियों एनएच लो.नि.वि., सीमा सड़क संगठन, एनएचआई डीसीएल एवं सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा संचालित किये जा रहे स्वीकृत 37 परियोजना कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश सम्बन्धित नोडल अधिकारियों को दिये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने निर्देश दिये कि प्रतिकर का भुगतान सीधे लाभार्थी के खाते में जमा हो।
बैठक में तकनीकि सलाहकार लोनिवि आर.पी. भटट, मुख्य अभियंता रा.मा.हरि ओम शर्मा, अनुसचिव डी.के. पुनेठाा, जल संस्थान, पाॅवर काॅरपोरेशन सहित सम्बन्धित विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।