रांची दो दिन के अंदर बार्डर-गावस्कर ट्राफी के लिये भारत और आस्ट्रेलिया के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट के जरिये टेस्ट पदार्पण करने जा रहा है, लेकिन शहर का सबसे लोकप्रिय बेटा दिल्ली में घरेलू वनडे में अपनी टीम की अगुवाई करने में व्यस्त होगा।
रांची टेस्ट की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं और निश्चित रूप से धोनी की कमी खलेगी जिसका अंदाजा टिकट काउंटर के खाली होने से लगाया जा सकता है। धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी ने पीटीआई से कहा, ‘यह सब धोनी की वजह से ही है कि हम यहां पहले टेस्ट की मेजबानी कर रहे हैं।
झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के सचिव देबाशीष चक्र वर्ती ने 40,000 क्षमता के स्टेडियम के बारे में कहा, ‘धोनी रांची से एकमात्र आइकन हैं। निश्चित रूप से इस ऐतिहासिक मौके पर दर्शकों को उसकी कमी खलेगी। लेकिन हम स्टैंड भरने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें कम से 30,000 लोगों के प्रत्येक दिन आने की उम्मीद है।’