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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया है

Pahado Ki Goonj

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में दिवंगतों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों के स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है।
स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। घायलों को नज़दीकी चिकित्सा केंद्र पर उपचार हेतु भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री ने ज़िलाधिकारी रूद्रप्रयाग को इस घटना की जाँच के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया गया है।आगे पढ़ें

मानसून को लेकर विभागों के बीच हो आपसी समन्वयः रूहेला*

*यूएसडीएमए में राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने ली अफसरों संग बैठक*

*यूएसडीएमए की नई बिल्डिंग में मानसून के दृष्टिगत नोडल अधिकारी तैनात*

देहरादून। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के आईटी पार्क स्थित नवीन भवन में कंट्रोल रूम (राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र) में आगामी मानसून सीजन के दृष्टिगत विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों की तैनाती हो गई है।

शनिवार को राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने यूएसडीएमए और विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ आगामी मानसून सीजन को लेकर बैठक ली। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से विभागीय स्तर पर मानसून को लेकर तैयारियों के संबंध में जानकारी ली तथा जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि आपदा से कम से कम जानमाल का नुकसान हो, इसी को ध्यान में रखते हुए सभी रेखीय विभागों को आपसी समन्वय तथा सामंजस्य बनाते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कितनी त्वरित गति से राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यूएसडीएमए की नई बिल्डिंग में विश्वस्तरीय मानकों के आधार पर आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है और अब मानसून भी जल्द दस्तक देने वाला है। ऐसे में यूएसडीएमए के नए भवन से संचालित होने वाला कंट्रोल रूम आपदा प्रबंधन, न्यूनीकरण तथा राहत और बचाव कार्यों को संचालित करने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि यह कंट्रोल रूम 24ग7 कार्य करते हुए आपदा सुरक्षित उत्तराखंड के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में अहम योगदान देगा।

इस मौके पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन), श्री आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (ऑपरेशंस) श्री राज कुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, संयुक्त सचिव प्रदीप कुमार जोशी, अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला, राहुल जुगरान, यूएसडीएमए के विशेषज्ञ देवीदत्त डालाकोटी, मनीष भगत, डॉ. पूजा राणा, रोहित कुमार, हेमंत बिष्ट, जेसिका टेरोन के साथ ही विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री जल्द करेंगे नए भवन का उद्घाटन
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नवीन भवन का उद्घाटन करेंगे। राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने उद्घाटन से संबंधित जरूरी तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया और यूएसडीएमए के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

जिलों में जाकर परखेंगे मानसून की तैयारीः रूहेला
देहरादून। राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष श्री विनय रूहेला ने बताया कि मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है, ऐसे में वे स्वयं विभिन्न जिलों में जाकर आपदा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न कार्यों का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष के आपदा प्रबंधन संबंधित कार्यों की स्थिति क्या है और कौन-कौन से कार्य होने शेष हैं तथा कार्यों के संपादन में आ रही समस्याओं को समाधान भी किया जाएगा।आगे पढ़ें
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नेशनल वर्कशॉप ऑन थैरेपीयूटिक एप्लीकेशन ऑफ योग

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में निरामया योगम रिसर्च फाउंडेशन अवधूत मंडल हरिद्वार,उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेजऔर सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशनने संयुक्त रूप से 10th नेशनल वर्कशॉप ऑन थैरेपीयूटिक एप्लीकेशन ऑफ योग का आयोजन किया गयाजिसमें 100 छात्र छात्राओं ने भाग लिया इस अवसर पर मुख्य अतिथिप्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठीकुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादूनने कहा यौगिक जीवन शैली में आने को ऐसी पद्धतियां शामिल है जिनका उपयोग आज हम विभिन्न रोगों और समस्याओं की समाधान के लिएकर रहे हैं योग जीवन शैली में शामिल आसन प्राणायाम ज्ञान यज्ञ प्रनिक हीलिंग एक्यूप्रेशर आज आधुनिक समय में विभिन्न थेरेपी के रूप में उपयोग किया जा रहा है प्राणिक हीलिंग के द्वारा सूक्ष्म चक्र के नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा रहा है तो पंचकर्म थेरेपी के महत्व को बताते हुए कहा कि इसके द्वारा सभी शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।आज शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य को लेकर लोग चिंतित है ऐसी स्थिति में प्रनिक हीलिंग एवं पंचकर्म का ज्ञान सभी के लिए जरूरी है।

विशिष्ट अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी संतोषlआनंद ने कहा कि हजारों वर्षों की विद्या योग और आयुर्वेद अब विश्व पटल पर स्थापित हो चुका हैl
हमें इसे अपनी दैनिक जीवन में स्थापित करना हैऔर योग और आयुर्वेद से स्वास्थ्य को बनाए रखना है।

योगाचार्य डॉ उर्मिला पांडे कार्यक्रम की मुख्य संयोजक एवं निरामया योगम की डायरेक्टर ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया।

डॉ पांडे ने कहा कि प्राणी हीलिंग एवं प्राणी मेडिटेशन वह आध्यात्मिक विद्या है जिसके द्वारा हमारे सूक्ष्म शरीर के चक्र जो हमारे शक्ति के केंद्र हैं ,के नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जाता हैl हम सभी का आभामंडल है (औरा) जो विभिन्न चक्र की स्वच्छता को दर्शाता है ।
रोग होने की दशा में यह काम हो जाता है क्योंकि बीमारियों में हमारा सूक्ष्म शरीर पहले प्रभावित होता है।हम प्राणिक थेरेपी के द्वारा स्कैनिंग करके इसे पहले से जान लेते हैं तो रोगों को रोका जा सकता है।प्राणिक हीलिंग के माध्यम से चक्र पर प्राणिक ऊर्जा को स्थापित किया जाता है।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अक्षय गौर ने और धन्यवाद ज्ञापन डायरेक्टर डॉक्टर डीके त्यागी ने किया।इस अवसर पर डॉ विशाल शर्मा, डॉ विजय ,डॉ राधा ,डॉ मीनाक्षी ,डॉ प्रतिभा ,डॉक्टर दीपा आदि उपस्थित रहे।
[15/06, 6:56 pm] Ravi Bijarniya: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को एम्स, ऋषिकेश में उपचार हेतु भर्ती रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना के घायलों का हाल-चाल जाना।
मुख्यमंत्री ने घायलों के उपचार के संबंध में एम्स के चिकित्सकों से भी जानकारी प्राप्त की तथा घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना के जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।अगेपढ़े

: *बस हादसा: सीएम की अफसरों को दो टूक, दायित्व निर्वहन में शिथिलता पर होगी कड़ी कार्रवाई*

*मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज हुई दुर्घटना की जांच के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी पौड़ी के नेतृत्व में लीड एजेंसी रवाना*

*दुर्घटना की पृथक से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है मजिस्ट्रियल जांच*

जनपद रुद्रप्रयाग में शनिवार को हुई बस दुर्घटना व हाल के दिनों में चारधाम यात्रा मार्ग पर हुई अन्य बस दुर्घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अफसरों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी विभाग के अधिकारी द्वारा दायित्व निर्वहन में शिथिलता पाई गई तो सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज हुई दुर्घटना की जांच के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी पौड़ी के नेतृत्व में लीड एजेंसी को रवाना किया गया है। दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच पृथक से की जा रही है।
जनपद रूद्रप्रयाग के रैतोली में हुई बस दुर्घटना में 09
व्यक्तियों की मृत्यु एवं 13 व्यक्तियों के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है। यह वाहन
हरियाणा राज्य में माह जनवरी, 2024 में ही पंजीकृत हुआ था। उक्त वाहन के सभी प्रपत्र वैध
पाये गये तथा वाहन की निर्धारित सीट क्षमता 20 है। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मृतक व घायलों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त
करते हुए तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करने और पीड़ितों को मदद पहुँचाने के निर्देश दिये
गये, जिसके अनुपालन में पुलिस विभाग, परिवहन, जिला प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमों
द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया गया। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि जिला प्रशासन द्वारा दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों को दुर्घटना राहत निधि से राहत की
धनराशि भी तत्काल उपलब्ध करा दी जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस दुर्घटना की
जांच हेतु संभागीय परिवहन अधिकारी, पौडी के नेतृत्व में लीड एजेन्सी को भी रवाना कर दिया
गया है। दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच पृथक से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।

*बी0आर0ओ0 को प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही के निर्देश*

इससे पूर्व दिनांक 11-06-2024 को जनपद उत्तरकाशी के गंगनानी के समीप एक बस
दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। परिवहन विभाग द्वारा श्री शैलेश तिवारी, संभागीय परिवहन अधिकारी
(प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून के नेतृत्व में लीड एजेन्सी के अधिकारियों को दुर्घटना स्थल के निरीक्षण एवं दुर्घटना के कारणों की जांच हेतु भेजा गया था। जिला प्रशासन स्तर पर भी घटना की जांच हेतु उप जिलाधिकारी, भटवाड़ी की अध्यक्षता में जांच समिति बनायी गयी, जिनके द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2023 में घटित सड़क दुर्घटना के उपरान्त भी
बी0आर0ओ0 से मार्ग की दशा में सुधार के निर्देश दिये गये थे। बी0आर0ओ0 द्वारा यह बताया
गया कि ऑल वैदर रोड के कार्य के समय इस स्थान का भी सुधार किया जाएगा। परिवहन
विभाग स्तर से गये निरीक्षण दल द्वारा प्रस्तुत आख्या के अनुसार वाहन के सभी प्रपत्र वैध पाये गये। इस स्थान पर सड़क बहुत संकरी है, इसके अतिरिक्त तीव्र ढलान के साथ-साथ अंधा
मोड़ भी है। निरीक्षण दल की आख्या के आधार पर बी0आर0ओ0 को प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं।

*मुख्यमंत्री ने कहा, कड़ाई से हो तमाम मानकों की जांच*

एक सप्ताह के भीतर चारधाम यात्रा मार्ग पर दो बसों की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री द्वारा चिन्ता व्यक्त करते हुए परिवहन एवं पुलिस विभाग के सभी प्रवर्तन अधिकारियों को वाहनों की यांत्रिक दशा की जांच कड़ाई से करने, लाईसेन्स जारी करने से पूर्व चालकों का कडाई से
परीक्षण करने, ग्रीन कार्ड निर्गत करने में सावधानी बरतने, ओवर स्पीडिंग/ओवर लोडिंग एवं
नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों के विरूद्ध कठोर प्रवर्तन की कार्यवाही करने के
निर्देश दिये गये है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री द्वारा सड़क रख-रखाव करने वाली संस्था- लोक निर्माण विभाग, बी0आर0ओ0,एन0एच0ए0आई0 आदि को निर्देश दिये गये कि सड़कों की दशा में सुधार के सम्बन्ध में कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर सम्पन्न की जाए और दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु जो भी कदम आवश्यक है, सभी पर कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री
द्वारा सभी अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि किसी विभाग के अधिकारी द्वारा अपने
दायित्व निर्वहन करने में शिथिलता पाई गयी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की
जाएगी।
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग में हुई वाहन दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने गम्भीर रूप से घायलों को 40-40 हजार तथा सामान्य घायलों को 10-10 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिये हैं।

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