पर्यावरण कार्यकर्ता लद्दाख से सोनम वांगचुक ने परमधर्मसंसद् पहुंच कर गाय और पर्यावरण बचाने के प्रयास पर किया शंकराचार्य का धन्यवाद। लद्दाख से सोनम वांगचुक पहुँचे परमधर्मसंसद् में।
लिया शंकराचार्य का आशीर्वाद।
गाय और पर्यावरण बचाने के प्रयास पर किया शंकराचार्य का धन्यवाद। आपको बता दें कि इन्होंने
पूर्ण राज्य और संविधान की छठी अनुसूची लागू करने की मांग को लेकर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख़ के जाने-माने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के अनशन को दो सप्ताह पूरे होने वाले हैं.
केंद्र सरकार से इस दिशा में बातचीत विफल रहने के बाद वांगचुक ने अपना अनशन छह मार्च को शुरू कर दिया था. इसके लिए उन्होंने लेह के नवांग दोरजे मेमोरियल पार्क को चुना है.
कंपकंपाती ठंड और शून्य से नीचे तापमान के बावजूद उनके प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.
बीती तीन फरवरी को भी लेह में छठी अनुसूची को लागू करने की मांग को लेकर कड़ाके की ठण्ड में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ था, जिसमें हज़ारों लोगों ने भाग लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की थी! तब
प्रदर्शन के अलावा लद्दाख़ बंद रहा था.तब अपेक्स बॉडी लेह (एबीएल) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायन्स (केडीए) ने बंद और प्रदर्शन की अपील की थी.