दिनांक 5 फरवरी, 2025। सचिवालय मीडिया सेंटर (देहरादून)।
*ड्रग फ्री उत्तराखंड के लिए मधु मक्खी पर अधिकारिक रोक: सचिव*
*समाज कल्याण विभाग को राज्य स्तर पर एमबीबीएस विभाग का नाम दिया गया और पुलिस एवं फार्म हाउस विभाग को निर्देश दिए गए और कार्रवाई के निर्देश दिए गए*
*नाशा लिबरेटरी एट्रिब्यूशन की नियमित मॉनिटरिंग और एनालिटिक्स एंड मेडिकल कॉलेजों को मानक के शास्त्रीय मानसिक छात्रों की गैजेट्स और समान इलेक्ट्रीशियन मिनिमम सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया गया*
सचिवालय में सचिव गृह शैलेश बगौली की अध्यक्षता में सचिवालय में शराब तस्करों की रोकथाम के संबंध में संबंधित संबंधों और अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में उत्तराखंड को नशामुक्ति बनाने तथा नशे के व्यवसाय से जुड़े हुए रेस्तरां पर टोकियो के बीच संबंधों पर विस्तृत चर्चा की गई।
सचिव ने समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के लिए इस संबंध में दिशा-निर्देश आवश्यक है।
सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि प्रदेश में सभी पुराने एवं नये नशामुक्ति कार्यालयों को राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएमएचए) द्वारा निर्धारित समय सीमा के तहत संचालित किया जाए – सीमा के अंदर अनिवार्य पंजीकरण की कार्रवाई पूरी की जाए। साथ ही जिन दस्तावेजों को निर्धारित समय पर पूर्णता के साथ रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया है, तो उल्लेखित दस्तावेजों को बंद कर दिया गया है।
उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश में सभी पुराने एवं नये नशा मुक्ति आरोपों की जांच की जाये, सभी जिलों में नशामुक्ति समितियों का गठन किया जाये और नियमित रूप से नशा मुक्ति आयोगों का निरीक्षण किया जाये।
राज्य के समस्त जिला नामांकित एवं मेडिकल कॉलेज में छात्रों की प्रयोगशालाएँ।
उन्होंने सभी निजी नशा मुक्ति रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण अधिनियम में निर्दिष्ट समय-सीमा के अनुसार नियमित परीक्षण और रजिस्टर की जांच करने के भी निर्देश दिए।
सचिव ने राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण का ढांचागत ढांचा और राज्य मानसिक स्वास्थ्य नीति को यथाशीघ्र तैयार करने के संबंध में संबंधित डिविजन अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कल्याण समाज के सचिव नीरज खैरवाल, विशेष गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल, अपर सचिव प्रकाश चंद्र आर्य व अपूर्वा पांडे, सोसायट मठ नवनीत सिंह, संयुक्त निदेशक एसएमएचए सुमित देव, उप सचिव जस अध्यापिका कौर, डॉ. इफ़ेक्ट कुमार आदि उपस्थित थे।
आगे पढ़ें
दिनांक 5 फरवरी, 2025।
दो दिव्य उत्तराखंड यात्रा पर आये संयुक्त सचिव पिपरा एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रिमण्डल गुरु के सचिव पुर्तगाल उत्तराखंड शासन एवं संबंधित अधिकारियों के साथ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के संबंध में सचिवालय में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की समीक्षा के दौरान संयुक्त सचिव जल शक्ति मंत्रालय क्षेत्र की ओर से कहा गया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत शौचालय आच्छादन और ठोस मंडल का प्रबंधन ग्राम स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
साथ में ही कहा गया है कि किसी भी तरह की स्वच्छता से संबंधित मात्राएं पहले से बनी हुई हैं, उनकी ठीक तरह से जांच और संचालन सुनिश्चित किया जाए।
इसके लिए ग्राम स्तर पर स्वामित्व शुल्क भी लिया जाए और सभी पंचायतें अपना स्वतंत्रता प्लान भी तय करें।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण से जुड़े उत्तराखंड के अधिकारियों ने संयुक्त सचिव जल शक्ति मंत्रालय को इस बात से अवगत कराया कि प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण – 2) को विभाजित काल और अन्य लक्ष्यों से पूर्ण नहीं किया जा सका, साथ ही स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण – 2) की अवधि 1 वर्ष के लिए (2025 – 26 तक) की गई है। डॉक्युमेंट अवधि के बाद स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण – 3 को 2026- 27 से अलग किया जाएगा।
इस दौरान बैठक में सचिव सचिव शैलेश बगोली, निदेशक स्वजल किशोर पंत, संयुक्त निदेशक विवेक राज हिमाली जोशी, इकाई समन्वयक स्वजल सुनील तिवारी व अनुज कुणाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
आगेपढ़ें
बिल्डिंग कोड का पाठ से हो पालन – मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी*
*सरकारी निर्माण परियोजनाओं को बिल्डिंग कोड के नियमित निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण निर्देश*
*वननाग्नि को लेकर अभी से एस्टीच होगे फायर वाचर्स-सी.आर.*
*वननाग्नि को लेकर 13 फरवरी को 7 जिलों के 17 स्थानों पर माॅक अप्लाई*
*वननाग्नि की स्वामित्व को समाप्त करने के लिए लेकर समय से पहले पूरी तरह से सभी पार्टियाँ, साथियों के साथ ही जनजागरूकता और सामुदायिक इन्वाॅलवमेंट को बनाए रखने का अभियान सरकारी स्वामित्व-ससर्टम राधा रतूड़ी*
राज्य में ग्रीष्मकाल के दौरान वनाग्नि की घटनाओं पर रोक को लेकर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आपदा प्रबंधन विभाग को फायर वाचर्स को प्रशिक्षण कर वनाग्नि अनुमान से पहले ही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वनागनी नियंत्रण में शास्त्रीय शैली को बढ़ाने के लिए अभी से प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने चीड़ के जहर (पिरूल) के नमक के तहत विभिन्न प्रावधानों को अभी से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं ताकि पिरूल के कारण वनाग्नि की घटनाओं पर पूर्ण नियंत्रण हो सके। उन्होंने वनाग्नि की इन कहानियों के दृष्टिगत आपदा मित्रों को सुझाव देने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग, रेखायेल असोके और संबंधित वनाग्नि नियंत्रण पर राज्य सांख्यिकी माैक अभ्यास का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राज्य वैज्ञानिक माैक प्रैक्टिस के तहत 11 फरवरी को टेबल टैप डिविजन एवं 13 फरवरी को माैक प्रैक्टिस का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही सबसे पहले श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य में भूकम्प श्रोता से संबंधित सभी सरकारी निर्माण घरों के निर्माण नियमों (बिल्डिंग कोड्स) को मजबूत करने और उनके सुझावों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने बिल्डिंग कोड की सारांश समीक्षा और अद्यतन करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने धीन सचिवालय में भूकम्प सिलिकॉन और प्लास्टिक परमाणु डिजाइन मानक से लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने सरकारी निर्माण परियोजनाओं को इस संबंध में नियमित निरीक्षण एवं सम्पादन से बढ़ावा देने के निर्देश दिये हैं। श्रीमती रतूड़ी ने ईदब्ल्यू बिजनेसमैन (भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली) को प्रभावी ढंग से लागू करने के भी निर्देश दिए हैं।
आज सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतुड़ी ने आपदा प्रबंधन विभाग, राज्य एवं संग्रहालय संग्रहालय और राज्य के सभी जिला संग्रहालयों के साथ वनाग्नि और भूकम्प से संबंधित मोक दीक्षांत समारोह की समीक्षा की।
सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने वनाग्नि को लेकर का आयोजन किया, जिसमें जाने वाले माॅक प्रशिक्षण के दौरान एवं जिला स्तरीय आईआई मर्करी तंत्र के राज्य पर प्रभावशाली सहयोगी के साथ ही सभी स्टेक होल्डर्स के मध्य प्रभावकारी सहयोग एवं साझी, एसआईएल को आशीर्वाद एवं अनुमोदन में शामिल किया गया तथा माॅक अभ्यास के दौरान मॅक प्रैक्टिस के आधार पर भविष्य के लिए समन्वित व्यवहारिक कंपनी तैयार करने की छूट दी गई है। माॅक प्रैक्टिस के लिए मुख्य सचिव के निर्देशन में आश्रम, आश्रम, चंपावत, आश्रम, हिमालय, उत्तरकाशी और 17 स्थानों पर स्थान निर्धारित किया गया है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मिडिल स्कूल के अंतर्गत आपदा मित्र, युवा मंगल दल, महिला मंगल दल, भारत स्काउट एंड गाइड, रेड क्रूज़, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस कैडेट्स, स्थानीय रेजिडेंट, पीआरडी युवा, फायर वाचर्स, पंचायत आश्रम, नेहरू युवा केंद्र, छात्र, आशा कार्यकर्ता, कार्यकर्ताओं को शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव श्री विनोद कुमार सुमन, श्री विनय शंकर पांडे सहित सभी के सचिव, अपर सचिव और वर्चुअल माध्यम से समग्र रूप से उपस्थित रहे।
आगे पढ़ें
धारा 166,167 के तहत 750 आरक्षित भूमि पर कब्ज़ा शुरू हुआ।
28 फरवरी तक सभी जमीनों पर प्रशासन का परचम।
300 भव्य भूमि ऑलरेडी कर ली में निहित हैं
कोर्ट का काम फास्ट ट्रेक: टीचर का रहा
166, 167 की कार्यवाही सिर्फ टिप्पणी तक सीमित नहीं,
प्रशासन जनसंपत्ति का अभिरक्षक: शिक्षक है
5 फरवरी 2025,
DM सबीन बंसल ने देर शाम ऋषिपर्णा साक्ष्यों में धारा 166, 167 के वादों की समीक्षा की। कहा कि राज्य सरकार के प्रस्तावित प्रोविजन के तहत जमीन खरीद फरोख्त पर नियमों के उल्लंघन से जुड़े प्रावधानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
पौराणिक कथाओं में निर्देश दिए गए हैं कि तालों में तत्वों का शीघ्रतापूर्वक पालन करने के तरीकों से। उन्होंने तरल पदार्थ के मामले में अदालत के राजस्वों के लिए निर्देशित किया।
रिकॉर्ड्स ने ठोस शब्दों में निर्देशित किया कि वादों के स्टूडियो में दिखाए गए माह अंत तक प्रभावशाली कार्य करते हुए धारा 166, 167, 154, 157 के वादों को सामिल करेंगे।
शिक्षक: धारा 166,167 के तहत 750 आरक्षित भूमि पर कब्ज़ा शुरू हुआ।
28 फरवरी तक सभी जमीनों पर प्रशासन का परचम।
300 बेसलैंड ऑलरेडी कर ली में फास्ट ट्रेक में निहित कोर्ट
कार्य शामिल हैं: मास्टर
*166, 167 की खंडित कर वादों की विस्तृत रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह प्रस्तुत करें।
बैठक में अपरंपरागत प्रशासन जयभारत सिंह, उपप्रमुख कालसी गौरी प्रभात, कर्मचारी सदर कुमकुम जोशी, विकासनगर विनोद कुमार, चकराता योगि महोजा, डोईवाला अपर्णा ढौंडियाल, रिशीव स्मृति परमार एवं समस्त तसीलदार उपस्थित थे।
आगे पढ़ें
कमिश्नरी दिनांक 05 फरवरी 2025 कमिश्नर गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप कार्यालय रिवाइज में वर्ष 2025 की चारधाम यात्रा के संबंध में बैठक आयोजित की गई। जबकि सचिव लो.नि.वि. पंकज पांडे ने वर्चुअल के माध्यम से बैठक में प्रतिभागिता की।
कमिश्नर ने चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित, सशक्त बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं कीं और रूट की सड़कों को चक चाउ बंधन करने, पैदल मार्ग का सुधारीकरण, स्वास्थ्य सुविधा बेहतर सुविधा, हेली सेवा और अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए अभी से यात्रा करने के निर्देश दिए हैं।
चारधाम यात्रा 2025 की इस प्रथम यात्रा की बैठक में यात्रा वर्ष की राँची के नतीजों की समीक्षा आगामी श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम और श्री हेमकुंत साहिब यात्रा के सम्मिलन के विषय में हुई।
गढ़वाल कमिश्नर ने कहा कि 04 मई 2025 से श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं और साथ ही 26 फरवरी 2025 को शिवरात्रि के दिन गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट खुलने वाले हैं। चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा संबंधी धामो होने एवं यात्रा यात्रा में अब स्थापित समबन्धी के लिए सभी आवश्यक सामान यथा-प्रवास, चिकित्सा, परिवहन, भोजन, पुलिस, सफाई व्यवस्था। विद्युत व्यवस्था, प्रमुख व्यवस्था व्यवस्था, हेलीसर्विस व्यवस्था, आपदा कन्ट्रोल कक्ष को 24 घंटे खुले रहने की अंतिम व्यवस्था के लिए, जिलो के जिला मंदिरों और विभागों के अधिकारियों को अभी से बातचीत करने के लिए निर्देशित किया गया है, साथ ही गंगोत्री, यमुनोत्री, श्री मंदिर धाम, श्री बद्रीनाथ, धाम श्री हेमकुंड साहिब से आए प्रबंधक, तीर्थ पुरोहित समाज से आए विभिन्न मंदिर समितियां के अध्यक्ष एवं सचिव और सचिव और सचिव के पद के लिए। काउंटरों की संख्या की आधार एवं हरिद्वार के अतिरिक्त अन्य उपयुक्त स्थानों पर सुधार किया गया है। जिसके लिए पर्यटन विभाग को यात्रियों के पंजीकरण की सुविधा व्यवस्था बनाने के लिए अतिशीघ्र शासन स्तर से निर्णय लेकर उसे अतिशीघ्र प्रशासन करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में आईजी गढ़वाल राजीव आर्किटेक्चर, ग्रेड स्केल साविन बैसाखी, ग्रेड स्केल डीए। आशिष चौहान, नॉमिनेशनल हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह, नॉमिनल नॉमिनेशनल मंझधार, नॉमिनेशन नॉर्थकाशी डा. मेहरबान सिंह बिश्ता, मेमोरियल रुद्रप्रयाग डा. सौरभ गहरवार, मेमोरियल शोरूम डा. संदीप तिवारी, वरिष्ठ पुलिस कमिश्नर पोर्टफोलियो अजय सिंह, एसपी उत्तरकाशी रायल डोभाल, एसपी रुद्र प्रयागराज अक्षय प्रदाहला कुंडे, वरिष्ठ पुलिस कमिश्नर इक्विटी परमार आदि मौजूद रहे।