नई दिल्ली। मंत्री राजीव प्रताप रूडी के गुरुवार रात अपने पद से इस्तीफा देने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनायें प्रबल दिख रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को चीन की यात्रा पर रवाना होने से पहले मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल से पूर्व इस बात के कयास भी लगाये जा रहे हैं कि कुछ और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि अभी तक जिन मंत्रियों का इस्तीफा प्रधानमंत्री को मिल गया है उनमें उमा भारती, महेंद्र नाथ पांडेय, संजीव बाल्यान, कलराज मिश्र, फग्गन सिंह कुलस्ते तथा रूडी का नाम प्रमुख है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार सुबह अपने आवास पर कुछ वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी।
सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार शनिवार शाम पांच बजे आयोजित किया जायेगा। मोदी जदयू और अन्नाद्रमुक समेत नये चेहरों को अपने मंत्रिमंडल में जगह देने की तैयारी कर रहे हैं तथा ऐसे में और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। रूडी के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्हें भाजपा में संगठनात्मक काम दिया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि 75 वर्षीय कलराज मिश्रा को राज्यपाल बनाया जाना तय है।
इससे पहले गुरुवार को दिन में केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की जगह उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया जिससे मंत्रिपरिषद में एक और जगह बनेगी। यह फेरबदल मोदी के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये चीन रवाना होने से पहले हो सकता है। जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कथित तौर पर स्वास्थ्य आधार पर इस्तीफे की पेशकश की है। अन्नाद्रमुक अगर मोदी सरकार में शामिल होती है तो पार्टी के थांबी दुरई और के. वेणुगोपाल कैबिनेट में पार्टी के संभावित चेहरे के तौर पर देखे जा रहे हैं। जदयू के भी कम से कम दो सदस्यों के शामिल होने की उम्मीद है। सरकार में कई पद रिक्त हैं क्योंकि अरुण जेटली और हर्ष वर्धन जैसे कुछ वरिष्ठ मंत्री अतिरक्त मंत्रालय संभाल रहे हैं।