हरिद्वार। कांग्रेस के हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हरीश रावत ने कहा है कि 2017 का चुनाव उत्तराखण्ड के भाग्य का फैसला करेगा और चारधाम की यात्रा के साथ ही हरिद्वार के कुम्भ क्षेत्र का स्थायी विकास उनकी प्राथमिकता होगी। केन्द्र सरकार ने नोटबंदी कर एक करोड़ लोगों को बेरोजगार कर दिया है लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही 2020 तक प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलेगी अन्यथा शिक्षित बेरोजगारों को ढ़ाई हजार रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता मिलेगा तथा तीन साल के अन्दर उत्तराखण्ड राज्य को गरीबी से मुक्त राज्य बना दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनपद के सबसे अविकसित क्षेत्र का उन्होंने चयन किया है जबकि सांसद के रुप में उन्होंने जो विकास हरिद्वार जनपद में किया था उससे बेहतर कार्य अगले कार्यकाल में होगा। मुख्यमंत्री के रुप में अपनी उपलबियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि वालावाली हो या खादर का क्षेत्र लालढांग हो या सोलानी के पुलों के साथ ही हरिद्वार में हिल बाईपास मार्ग का निर्माण कर शहर की जनता को जाम की स्थिति से निजात दिलायी। दिल्ली वाले बाबा की खिंचाई करते हुए उन्होंने कहा कि न तो 15-15 लाख रुपये किसी के खाते आये और न ही अच्छे दिन। महंगाई इतनी बढ़ी कि अरहर की दाल दो सौ रुपये तक पहुंच गयी। अपनी भावी योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरे देश से सस्ता खाद्यान्न और बिजली उत्तराखण्ड में मिल रहा है जबकि आगामी कार्यकाल में गेंहू 2 रुपये किलो मिलेगा। महिला सशक्तिकरण तथा पेंशन योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जुमलेबाजी से सावाान हो जायें तभी नया राज्य निर्माण का सपना साकार होगा क्योंकि जिसके पास मुख्यमंत्री का भी कोई चेहरा नहीं उससे कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। उन्होंने एक और मौका देने का अनुरोा करते हुए कहा कि किसान, दस्तकार, पुरोहित, पादरी, मौलाना सभी के लिए कल्याणकारी योजनायें लागू की जायेंगी और उत्तराखण्ड देश का सबसे ानी राज्य होने का गौरव प्रान्त करेगा।