कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए भारत की तरफ से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को नियुक्त किया गया। जाधव की रिहाई के पक्ष में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में दलीलें दी। यह मसला ट्विटर पर भी चर्चा में है और #KulBhushanJadhav के साथ अपने विचार रखे जा रहे हैं। ट्विटर पर कूलभूषण जाधव के साथ साथ हरीश साल्वे का नाम भी ट्रेंड करता रहा। लोग हरीश साल्वे की फीस को लेकर तरह-तरह के ट्वीट करते रहे। कुछ ने कहा कि इस काम के लिए भारत ने उन्हें करोड़ों की फीस दी है. विदेशमंत्री सुषमा स्वराज को भी मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने बताया कि साल्वे ने इस काम के लिए कितनी फीस ली।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर साफ किया कि हरीश साल्वे ने दरअसल इस मामले में नाम मात्र की फीस ली है। सुषमा ने बताया कि हरीश साल्वे ने इस केस के लिए सिर्फ एक रुपये फीस ली है।’ इसके बाद हरीश साल्वे की तारीफ में कुछ ट्वीट हुए और कहा गया कि यह जानने के बाद साल्वे के लिए सम्मान और बढ़ गया है।