सोनिया ने एक बयान में कहा, ‘भारत ने अंतरिक्ष और वैज्ञानिक उपलब्धियों के क्षेत्र में विश्व का मार्गदर्शन किया है और हमारे वैज्ञानिकों के इस कदम से एक बार फिर हमारा देश गौरवान्वित हुआ है.’
उन्होंने कहा, ‘इसरो के सभी वैज्ञानिकों और सहायक कर्मियों की अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान कार्यक्रमों में भागीदारी है और इससे एक बार फिर हमारे पूर्वजों के दृष्टिकोण का सम्मान हुआ है, जिन्होंने देश के लिए वैज्ञानिक आधार का निर्माण किया.’
उन्होंने कहा, ‘इस उपलब्धि से हमारे मेहनती वैज्ञानिकों का मान बढ़ा है.’
भारतीय रॉकेट, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने बुधवार सुबह 104 उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. इसमें देश के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह काटरेसैट-2 श्रृंखला भी है.
अन्य उपग्रहों में 101 नैनो उपग्रह हैं, जिनमें से इजरायल, कजाकिस्तान, नीदरलैंड्स, स्विट्जरलैंड व संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक-एक और अमेरिका के 96 तथा भारत के दो नैनो उपग्रह शामिल हैं.