नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम को लगातार जीत दिला रहे कप्तान विराट कोहली के विजय रथ को ऑस्ट्रेलिया ने पुणे में रोक दिया था। अब बेंगलुरु में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में विराट पर एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव बढ़ गया है। क्रिकेट फैंस ये देखने को बेताब हैं कि बेंगलुरु जिसे विराट का घरेलू मैदान भी कहा जाता है क्या वो वहां अपने बल्ले के साथ-साथ अपनी कप्तानी का जलवा दिखा पाएंगे।
बल्लेबाज के तौर पर विराट पर ऐसे बढ़ गया दबाव
पुणे टेस्ट मैच में विराट ने दोनों पारियों में कुल 13 रन बनाए थे। भारतीय सरजमीं पर टेस्ट मैच में विराट का ये सबसे खराब प्रदर्शन था। पुणे टेस्ट मैच के पहले विराट क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में जमकर रन बना रहे थे। उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में एकदम से फेल हो जाना क्रिकेट फैंस को मायूस कर गया। अब दूसरे टेस्ट मैच में विराट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार बेंगलुरु में टेस्ट मैच खेलेंगे। विराट वर्ष 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां टेस्ट मैच खेल चुके हैं मगर उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। यानी एक तरह से विराट के लिए बेंगलुरु टेस्ट एक कड़ी परीक्षा है। अगर विराट बेंगलुरु में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो टीम को साफ तौर पर उसका फायदा होगा।
आइपीएल में दिखा चुके हैं जलवा, अब टेस्ट की बारी
बेंगलुरु को विराट का घरेलू मैदान कहा जाता है। वो आइपीएल में इस टीम के लिए कप्तानी करते हैं और उनकी अगुआई में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर ने इस मैदान पर कई जीत हासिल की है। अब बारी है टेस्ट मैच की। वैसे तो विराट इस मैदान पर भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैच में कप्तानी कर चुके हैं मगर वर्ष 2015 में द. अफ्रीका के खिलाफ वो मैच ड्रॉ हो गया था। विराट की अगुआई में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार बेंगलुरु में टेस्ट मैच खेलने उतरेगी और अब सबको विराट से यही उम्मीद है कि वो अपनी कप्तानी का जलवा दिखाएं और भारतीय टीम को दूसरे टेस्ट में जीत दिलाएं।