दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा की तरफ से मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट के जरिये अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “जो जैसा करता है उसे वैसा भुगतना पड़ता है। मुझ पर 2010 से ही जो लोग निराधार आरोप लगा रहे थे, आज उन्हीं पर आरोप लग रहे हैं। वह भी अंदर के लोगों के द्वारा, जो कह रहे हैं कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं. मैंने कई सालों में कई झूठे आरोपों का सामना किया है। ज्यादातर आरोप लोगों का ध्यान खींचने और राष्ट्रीय मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लगाये जाते हैं।”
वाड्रा ने कहा कि उनकी छवि को धूमिल करने के लिए उनके खिलाफ राजनैतिक और मीडिया अभियान चलाये गये। उन्होंने कहा, “मैं ईमानदारी से केजरीवाल को शुभकामनाएं देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह इस मामले में बेदाग होकर निकलेंगे ताकि जिन लोगों ने उन पर भरोसा किया है उनका विश्वास नहीं टूटे।” उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में मीडिया ट्रायल के कारण परिवार विशेषकर बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जो बहुत पीड़ादायक होता है। केजरीवाल ने वाड्रा पर वर्ष 2012 में कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ ने वाड्रा को 65 करोड़ रुपये का कर्ज बिना कुछ गिरवी के दिया है।