इंदौर । कई देशों की तर्ज पर भारत में भी क्रिकेट में सट्टेबाजी को कानूनी वैधता देने पर विचार किया जा रहा है। विधि आयोग ने सभी राज्य क्रिकेट संघों को देश में सट्टेबाजी को कानूनी रूप से वैध करने के लिए बाकायदा पत्र लिखकर सुझाव मांगे हैं।
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सचिव मिलिंद कनमड़ीकर ने कहा कि हमें कुछ दिन पहले विधि आयोग का पत्र मिला है। इसमें सभी राज्य संघों से क्रिकेट में सट्टेबाजी को वैध करने के बारे में सलाह मांगी गई है।
इस पत्र पर भारतीय विधि आयोग के सचिव संजय सिंह के हस्ताक्षर हैं। उसमें बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने सट्टेबाजी को कानूनी रूप देने के लिए विधि आयोग को संभावनाएं तलाशने के लिए कहा है। इसी के मद्देनजर आयोग क्रिकेट से जु़ड़े सभी पक्षों से सुझाव मांग रहा है। सभी राज्य संघों से जल्द सुझाव देने के लिए कहा है ताकि आयोग अपनी रिपोर्ट तैयार कर सके।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया भर में खेलों में सट्टेबाजी का 400 बिलियन डॉलर (लगभग 25580 अरब रुपये) का कारोबार है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अमेरिका सहित कई देशों में सट्टेबाजी वैध है। भारत में घुड़दौड़ पर सट्टेबाजी वैध है, लेकिन अन्य खेलों में दांव लगाना कानूनी तौर पर वैध नहीं है। अखिल भारतीय गेमिंग महासंघ (एआइजीएफ) भी ऑनलाइन सट्टेबाजी को वैध करने को लेकर लेकर सरकार से मांग कर चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक भारतीय खेलों में तीन लाख करोड़ रुपये का सट्टेबाजी का बाजार है।