श्री केदारनाथ जी के चरणों मे पहूँचने के समय मुख्य कपाट बन्द करने के बाद परिक्रमा रावल श्री श्री भीमाशंकर लिगं की अगवाई में जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मंलेश घिल्डियाल ,यस डी यम उखीमठ चौहान, मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, कार्याधिकारी केदारनाथ प्रतिष्ठान अनिल शर्मा कर्मचारि,श्रद्धालुओं द्वारा की जारही थी ।भगवान जी शीश नवाया उनके साथ परिक्रमा में सम्मिलित हो गए ।उतरी द्वार से हमे प्रवेश कराया ।अंदर के गर्भगृह के द्वार पर0दिखने के लिए गोल मोरी है उसके माध्यम से भगवान केदारनाथ के ।दर्शन कर भगवान जी के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम किया। इस बीच सबसे मुलाकात करते समय जिलाधिकार मंगलेश घिल्डियाल एवं अन्य अधिकारियों से हुई।मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बीड़ी सिंह श्री श्री रावल जी ,अनिल शर्मा कार्याधिकारी से भेंट हुई उनके इंटरव्यू लिए, पी०जी०न्यूज के लिये शुभकामनाएं ली।समयानुसार चलविग्रह डोली श्री श्री रावल जी के मार्ग दर्शन बाहर लाने के बाद बाये हाथ का दरवाज़ा बन्द नही हुआ तब बीडी सिंह कार्यधिकारी ने ढोल बजा कर भैरव को अबतरित कर भैरव शान्त होने पर दरवाजा बंद हो पाया ।यह बाबा का चमत्कार सब श्रद्धालुओं ने देखा इसके बारे में बचन सिह नेगी अध्यक्ष व्यपारमण्डल गुप्तकाशी का कहना है कि केदारनाथ के गर्भ गृह में चाँदी लगना केदारनाथ को पसन्द नही है जिसने चांदी लगवाई वह बीमार चल रहा है।यहाँ बाबा को बिभूति चाहिए।चांदी सोना बद्रीनाथ जी को श्रद्धांलू चढ़ाये। चित्र में भैरव को शांत करते हुये बी डी सिह
श्री केदारनाथ जी की चलविग्रह डोली बचनसिंह जी
Mon Oct 23 , 2017