उत्तराखंड में स्वतंत्रता दिवस समारोह की खबरें

Pahado Ki Goonj

 देहरादून,पहाडोंकीगूँज समाचार,मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि बरसात के बाद रिवर ट्रेनिंग की व्यवस्था करायी जाए। इससे निर्माण करने वाली संस्थाओं को निर्माण सामग्री उपलब्ध होने के साथ ही राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होगी, इससे नदियों का जल स्तर भी बढ़ेगा। उन्होंने इस सम्बन्ध में समयबद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि रोड़ कटिंग से पूरी माइनिंग रॉयल्टी प्राप्त हो। उसके लिए जिलाधिकारी जॉइंट वेरिफिकेशन की भी व्यवस्था करायें। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश जिलाधिकारियों को ऑलवेदर रोड़ की समीक्षा के दौरान दिये।

देहरादून, पहाडोंकीगूँज, समाचार,मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस लाईन देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। उन्होंने कोरोना वारियर्स को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने गैरसैंण के लिए 12 घोषणाएं की। जिसमें सी.एच.सी गैरसैंण में 50 बेडेड सब डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल की स्थापना की जायेगी। हाॅस्पिटल में टेली मेडिसन की सुविधा प्रदान की जायेगी। भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में मिनी सचिवालय की स्थापना की जायेगी। भराड़ीसैंण क्षेत्र में पम्पिंग पेयजल लाईन का निर्माण कराया जायेगा। भराड़ीसैंण-गैरसैंण में साइनेजेज लगाये जायेंगे। भराड़ीसैंण-गैरसैंण क्षेत्र में जियो ओएफसी, नेटवर्किंग का विस्तारीकरण कार्य कराया जायेगा। लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन, गैरसैंण में 08 कमरों के निर्माण की स्वीकृति दी जायेगी। गैरसैंण ब्लाॅक में कृषि विकास हेतु कोल्ड स्टोरेज एवं फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जायेगी। बेनीताल का एस्ट्रो विलेज के रूप में विकास किया जायेगा। भराड़ीसैंण में ईको ट्रेल/ईको पार्क की स्थापना की जायेगी। जीआईसी भराड़ीसैंण में 02 अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण किया जायेगा। राजकीय आईटीआई गैरसैंण का भवन निर्माण एवं उपकरणों हेतु धनराशि स्वीकृत की जायेगी।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने आजादी की 73 वीं वर्षगांठ पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने देश के लिये अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले, सभी स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों और सैन्य व अर्धसैन्य बल के शहीद जवानों और अमर शहीदों और आंदोलनकारियों नमन किया। उन्होंने कहा कि इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर परिस्थितियां बहुत अलग हैं। पूरा देश, प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ रहा है।  प्रधानमंत्री  ने देश हित में सही समय पर साहसिक फैसले लिए, जिससे यह महामारी नियंत्रित अवस्था में है।अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए  प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रूपए का पैकेज दिया है। इसमें मजदूरोें, गरीबों, किसानों, व्यापारियों, उद्यमियों सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा गया है।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेशवासियों की भावना का सम्मान करते हुए राज्य सरकार ने गैरसैंण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है। इसकी विधिवत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अब गैरसैण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना बनाई जा रही है। पिछले वर्ष 36 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए। इसलिए भविष्य की आवश्यकताओं, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया है। उत्तराखण्ड में सभी के सहयोग से कोविड-19 से लड़ाई लड़ी जा रही है। परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले रहे हैं। सर्विलांस, सेम्पलिंग, टेस्टिंग पर फोकस किया जा रहा है। राज्य में पर्याप्त संख्या में कोविड अस्पताल, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, आक्सीजन सपोर्ट बेड और वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। आज राज्य के सभी जनपदों में आई0सी0यू0, वेंटिलेटर और आॅक्सीजन सपोर्ट सिस्टम की व्यवस्था है। देहरादून, श्रीनगर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रुद्रपुर के बाद अब हरिद्वार और पिथौरागढ़ में भी मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। पिछले लगभग तीन साल में पर्वतीय क्षेत्रों में डाक्टरों की संख्या पहले से लगभग ढाई गुनी की जा चुकी है। टेलीमेडिसीन और टेलीरेडियोलोजी भी लाभदायक साबित हो रही हैं। ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों का हैल्थ एंड वैलनैस सेंटर के रूप अपग्रेडेशन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना में राज्य के सभी परिवारों को 5 लाख रूपए वार्षिक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा देने वाला उत्तराखण्ड, देश का पहला राज्य है। अभी तक लगभग 40 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, और लगभग 1 लाख 82 हजार मरीजों को योजना में निशुल्क उपचार मिला है। जिस पर लगभग 162 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके हैं। राज्य के सरकारी कार्मिकों और पेंशनरों को भी इसके अंतर्गत शामिल किया गया है। अटल आयुष्मान योजना में नेशनल पोर्टेबिलिटी की सुविधा देते हुए देशभर के 22 हजार से अधिक अस्पताल इसमें सूचीबद्ध हैं। प्रदेश में लगभग चार लाख प्रवासी भाई बहनों को विभिन्न माध्यमों से उत्तराखण्ड में सकुशल वापस लाया गया हे। हमें इनके रोजगार की भी चिंता है। इनकी स्किल मैपिंग करते हुए होप पोर्टल पर इनका पंजीकरण किया गया है।युवाओं और प्रदेश में लौटे प्रवासियों के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। एमएसएमई के तहत इसमें ऋण और अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसमें लगभग 150 प्रकार के काम शामिल किए गए हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य के लगभग 62 लाख व्यक्तियों को प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल और प्रति परिवार 1 किलो दाल निशुल्क वितरित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की परिस्थितियों में उद्योगों को अनेक प्रकार से राहत दी गई हैं। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना और पं.दीनदयाल उपाध्याय होम-स्टे योजना में ऋण लेने वालों को अप्रेल से जून माह तक ब्याज पर छूट दी गई।  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से केन्द्र की लगभग एक लाख करोड़ रूपए की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। बहुत सी योजनाओं पर तेजी से काम भी चल रहा है। इनमें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, चारधाम सड़क परियोजना़, केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण, भारतमाला परियाजना, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, नमामि गंगे, देहरादून स्मार्ट सिटी आदि प्रमुख हैं। सड़क, रेल व एयर कनेक्टीवीटी में काफी विस्तार हुआ है। एयर कनेक्टीवीटी पर विशेष जोर दिया गया है। राज्य में 27 हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। राज्य में उच्च स्तरीय संस्थाओं की स्थापना की है। इनमें देहरादून में देश का पहला ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, डोईवाला में सीपेट, कोस्ट गार्ड भर्ती सेंटर, नेशनल लाॅ यूनिवर्सिंटी, अल्मोड़ा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेचुरल फाईबर शामिल हैं। भारत सरकार ने भारत नेट फेज -2 परियोजना के लिए 2 हजार करोड़ रूपए की स्वीकृति दी है। ‘‘हर घर को नल से जल’’ योजना में प्रदेश के 15 लाख से अधिक परिवारों को स्वच्छ जल दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। तीन वर्षों में ये लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 1 रूपए पर पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। नमामि गंगे में 15 प्राथमिकता के शहरों में नए एस.टी.पी. निर्माण किए गए हैं। हरिद्वार में देश का पहला हाईब्रिड एन्यूटी माॅडल पर आधारित 14 एमएलडी क्षमता का एसटीपी स्थापित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार में विकास का मूलमंत्र, सुशासन है। उत्तराखण्ड को भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने का हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। ई-केबिनेट, ई-आॅफिस, सीएम डैश बोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाईन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्यसंस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है।टिहरी गढ़वाल में डोबरा चांठी पुल सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण है। 14 साल के लम्बे इंतजार के बाद टिहरी को प्रतापनगर से सीधे जोड़ने के लिए डोबराचांठी पुल बनकर तैयार हो गया है। पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों में उत्तराखण्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखण्ड अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर मिले पुरस्कार इस बात की पुष्टि करते हैं। नीति आयोग द्वारा जारी ‘‘भारत नवाचार सूचकांक 2019’’ में पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखण्ड सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में शामिल है। राज्य को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट घोषित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड को सात पुरस्कार मिले हैं। ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ अभियान में ऊधमसिंह नगर जिले को देश के सर्वश्रेष्ठ 10 जिलों में चुना गया। उत्तराखंड को खाद्यान्न उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दूसरी बार कृषि कर्मण प्रशंसा पुरस्कार दिया गया। जैविक इंडिया अवार्ड 2018 के साथ ही मनरेगा में देशभर में सर्वाधिक 16 राष्ट्रीय पुरस्कार राज्य को मिले। मातृत्व मृत्यु दर में सर्वाधिक कमी के लिए उत्तराखण्ड को भारत सरकार से पुरस्कृत किया गया है।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार ने राज्य में निवेश लाने के लिए पूरी गम्भीरता से काम किया। हमने राज्य में शांति व कानून व्यवस्था, प्रभावी सिंगल विंडो, इन्वेटर्स फे्रंडली सिस्टम और दक्ष मानव संसाधन के प्रति हमने निवेशकों को भरोसा दिलाया है। उद्यमियों, औद्योगिक संस्थाओं द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल करते हुए निवेश के अनुकूल नीतियों में संशोधन किया गया और नई नीतियों का निर्माण किया। इसी का परिणाम है कि इन्वेस्टर्स समिट के बाद पहले चरण में 24 हजार करोड़ रूपए से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए पर्यटन, आयुष व वेलनेस, आईटी, सौर ऊर्जा सहित सर्विस सेक्टर पर विशेष फोकस किया गया है। पर्वतीय राज्य की अवधारणा से बने उत्तराखण्ड में पहली बार रिवर्स पलायन पर सुनियोजित तरीके से काम शुरू किया है। एमएसएमई के केंद्र में पर्वतीय क्षेत्रों को रखा गया है। ग्रामीण विकास और पलायन आयोग का गठन किया गया। आयोग ने जिलावार अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट दी जिसके अनुसार योजनाएं बनाई जा रही है। सीमांत तहसीलों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की है। सभी न्याय पंचायतों में क्लस्टर आधारित एप्रोच पर ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं। 96 ग्रोथ सेंटरों को मंजूरी भी दी जा चुकी है। बहुत से ग्रोथ सेंटर शुरू भी हो चुके हैं। इससे ग्रामीण आर्थिकी मजबूत हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को तीन लाख रूपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है। होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
13 डिस्ट्रिक्ट-13 न्यू डेस्टीनेशन से नए पर्यटन केंद्रों का विकास हो रहा है। पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन बनाया जा रहा है। राजकीय स्कूलों में एनसीईआरटी का सिलेबस लागू करने के साथ ही क्वालिटी एजुकेशन के लिए स्मार्ट क्लासेज भी शुरू की गई हैं। प्रदेश की नदियों, झीलों, तालाबों और जलस्त्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक जनअभियान शुरू किया गया है। देहरादून में सूर्यधार झील बनकर लगभग तैयार है। सौंग बांध से ग्रेविटी बेस्ड जलापूर्ति होगी। गैरसैण, कोलीढे़क, गगास, थरकोट, ल्वाली आदि झीलों पर काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आंगनबाड़ी सहायिका, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश के लोक कलाकारों का मानदेय दोगुना किया गया। वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगजन पेंशन की राशि को 1000 रूपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 1200 रूपए प्रतिमाह किया गया। ग्राम प्रहरियों का मानदेय रूपए 2000 हजार प्रतिमाह किया गया।पुलिस विभाग के कार्मिकों की पुलिस कार्यवाही के दौरान वीरगति प्राप्त होने पर अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 15 लाख रूपए किया गया। होमगार्ड स्वयं सेवकों का ड्यूटी भत्ता 600 रूपए प्रतिमाह किया गया। दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया। दुर्घटना राहत राशि को मृत्यु पर 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख, गम्भीर घायल होने पर 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार और साधारण घायल होने पर 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रूपए किया है। 1975 में आपातकाल के दौरान जेल जाकर लोकतंत्र की रक्षा में अहम योगदान देने वाले गए 62 लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान स्वरूप पेंशन दी जा रही है। शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जा रही है। विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत सैनिकों को अनुमन्य राशि में कई गुना बढ़ोतरी की है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष  प्रेमचन्द अग्रवाल, मेयर  सुनील उनियाल गामा, विधायक  खजानदास,  विनोद चमोली, मुख्य सचिव  ओम प्रकाश, डीजीपी  अनिल कुमार रतूड़ी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इससे पूर्व मुख्यमंत्री आवास में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय एकता की सपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने बलवीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष  वंशीधर भगत, सांसद  तीरथ सिंह रावत, विधायक  हरवंश कपूर आदि उपस्थित थे।

चमोली, पहाडोंकीगूँज समाचार,मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) विधानसभा परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा। यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल विधानसभा उपाध्यक्ष  रघुवीर सिंह चौहान सहित क्षेत्रीय विधायक  सुरेंद्र सिंह नेगी थराली विधायक श्रीमती मुन्नी देवी शाह व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 76 करोड़, 67 लाख, 65 हजार की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकापर्ण करते हुए जनपदवासियों को बडी सौगात भी दी।

 उल्लेखनीय है कि विधानसभा बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 4 मार्च, 2020 को सदन में बजट पेश करने के तुरंत बाद गैरसैंण (भराडीसैंण) को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण पहुॅचकर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप ही राज्य में विकास कार्यो को आगे बढाने के लिए उनकी सरकार संकलपबद्व है।

स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण विधानसभा परिसर में 6071.82 लाख की विकास योजनाओं का शिलान्यास तथा 1595.83 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में बुंगीधार-मेहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 51 मे डामरीकरण व सुधारीकरण लागत 60 लाख, गैरसैंण में पुनगांव-विषौणा मोटर मार्ग सुधारीकरण व डामरीकरण लागत 312.93 लाख, गोपेश्वर में ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण लागत 223.31 लाख, पोखरी के विनायकधार में स्व0  नरेन्द्र सिंह भण्डारी की मूर्ति स्थापना एवं पार्क विकास निर्माण कार्य लागत 14.30लाख, भराडीसैंण में हैलीपैड निर्माण लागत 216.76 लाख, राइका थिरपाक में भौतिक, रसायन व जीवविज्ञान प्रयोगशाला निर्माण लागत 82.02 लाख, हाईस्कूल पुडियाणी में रमसा के तहत विविध कार्य लागत 74.14 लाख, गैरसैंण में अक्षयबाडा पेयजल योजना लागत 83.53 लाख, सारिगंगाव ग्राम समूल पेयजल योजना लागत 94.79 लाख, टंगणी तल्ली से टंगणी मल्ली तक मोटर मार्ग लागत 260.46, कुहेड मैठाणा से रोपा चलधर मोटर मार्ग निर्माण लागत 441.58लाख, कुहेड-मैठाणा पलेठी-सरतोली-मथरपाल-नैथोली मोटर मार्ग लागत 989.23 लाख, मारवाडी-थेंग मोटर मार्ग लागत 813.08 लाख, मारवाडी-पुलना मोटर मार्ग 673.50 लाख, बूंगीधार-मैहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 12 से कोलानी मोटर मार्ग लागत 296.69 लाख, रोहिडा-पज्याणा मोटर मार्ग लागत 353.09 लाख, गौचर-ढमढमा मोटर मार्ग लागत 806.04 लाख, नन्द्रप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के किमी 11 से मंगरोली मोटर मार्ग 182.44 लाख तथा घाट-थराली मोटर मार्ग के किमी 10 से स्यारी मोटर मार्ग लागत 108.23 लाख शामिल है।

जिन योजनाओं को लोकापर्ण किया गया उनमें जिलासू-उत्तरौं मोटर मार्ग डामरीकरण कार्य लागत 185.06 लाख, गैरसैंण में क्रीडा स्थल का विस्तारीकरण तथा विकास कार्य लागत 65.81 लाख, कर्णप्रयाग में बाला से सिरकोट मोटर मार्ग नवनिर्माण लागत 65.81 लाख, आदिब्रदी-नौटी से काॅसुवा होते हुए चांदपुर गढी तक नवनिर्माण कार्य लागत 250.64 लाख, चेपडो गधेरे में लौह सेतु का निर्माण लागत 214.89 लाख, राइका कुराड में कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 50.46 लाख, राउमावि कण्डवाल में कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 55.25 लाख, राउमावि सणकोट मे प्रयोगशाला, कम्प्यूटर, पुस्तकालय एवं आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 74.94 लाख, गैरोली-मल्ली ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 154.77 लाख, हेलंग-ल्यारी-उगर्म मोटर मार्ग स्टेज2 लागत 225.35 लाख तथा गीबर से पैब मोटर मार्ग शामिल है।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज लिए भराडीसैंण में से बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।  दिनांक 15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के 74 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उपाध्यक्ष 20 सूत्री कार्यक्रम एवं क्रियान्वयन समिति  नरेश बंसल जी (कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त)द्वारा प्रातः 9:00 बजे कार्यालय में 20 सूत्री कार्यक्रम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के उपरांत माननीय उपाध्यक्ष जी द्वारा दिए गए लघु भाषण में उन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया गया जिन्होंने देश की आजादी में अपना सर्वस्व बलिदान कर हमें आजादी दिलाई। उन्होंने उन वीर शहीदों ,जवानों को भी नमन किया व श्रद्धांजलि दी जिन्होने देश के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है तथा वो प्रहरी बन सीमाओं की रक्षा करते हैं तो हम सुरक्षित है,आजादी की सांस लेते है।मंत्री जी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सैन्य और अर्धसैन्य बल के शहीद जवानों और उत्तराखंड राज्य निर्माण के शहीद आंदोलनकारियों को इस अवसर पर श्रद्धांजलि दी। 74वी वर्षगांठ के अवसर पर  उपाध्यक्ष  ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में भारत विकसित देश बनने की ओर तेजी से अग्रसर है, कोरोना काल से हम यह सीख ले रहे हैं कि आत्मनिर्भर बन हम कहीं ज्यादा मजबूत और सुरक्षित हो सकते हैं।अब भारत के खिलाफ कोई विस्तारवादी नीती या साज़िश नही चलेगी।विश्व पटल पर नए भारत की पहचान मजबूत भारत की है जो गलत करता नही गलत सहता नही ,हमारे पड़ोसी जीतना जल्दी यह समझ ले उनके लिए अच्छा है।उनहोंने कहा डबल इंजन् की सरकार ने बहुत कुछ उतराखण्ड के लिए किया है ,कर्णप्रयाग रेल लाइन हो या आल वैदर रोड,नमामि गंगे,देहरादून स्मार्ट सिटी, केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण, भारतमाला परियोजना आदी करोडों की योजनाओं को केन्द्र ने दिया है ,बहुत सी पुर्ण होने को है ।उपाध्यक्ष ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी के “गंदगी भारत छोड़ो ” अभियान मे सभी प्रदेश वासीयों से सहभागिता की अपील की है व सभी को प्रदेश व देश को गंदगी मुक्त करने का संकल्प लेने को कहा।
मंत्री ने आगे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत को सरकार की ,ईमानदारी, विश्वास तथा भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करने के लिए बधाई दी उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई ऐतिहासिक निर्णय त्रिवेंद्र सरकार ले चुकी है जिनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कल्याण, समाज कल्याण तथा किसान कल्याण एवं रिवर्स पलायन स्वरोजगार तथा अन्य महत्वपूर्ण निर्णय सम्मिलित है,कोरोना संकट से भी सरकार प्रभावी ढंग से लड़ रही है तथा सारे ज़रूरी इंतजाम कर लिए गए है तथा भविष्य में सरकार के और उत्कृष्ट एवं प्रभावशाली कार्य करने के लिए शुभकामनाएं भी दीं तथा मुख्य मंत्री द्वारा सम्मानित कोरोना वारीयरस को साधुवाद दिया व हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी ।
स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में उपनिदेशक श्रीमती गीतांजलि शर्मा गोयल, शोध अधिकारी  जे सी चंदोला तथा अपर सांख्यिकी अधिकारी श्रीमती किरन तथा अन्य कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
 उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड ने सादगीपूर्वक मनाया स्वतंत्रता दिवस।

* पौड़ी गढ़वाल कमिश्नरी में झंडारोहण करते हुए गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने चारधाम यात्रा को प्रदेश की आर्थिकी का प्रमुख आधार बताया।
* केनाल रोड देहरादून कार्यालय में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ने किया झंडारोहण।
* अधिकारों के साथ कर्तब्य पालन का संदेश देता है स्वतंत्रता दिवस। अच्छा नागरिक बनना एवं बेहतर कार्यसंस्कृति प्राथमिकता- बी.डी.सिंह

* श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम सहित, नृसिंह मंदिर जोशीमठ एवं श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ कार्यालय, प्रचार-जनसंपर्क कार्यालय ऋषिकेश, उत्तराखंड फार्मेसी-विद्यापीठ गुप्तकाशी,संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ, विद्यापीठ गुप्तकाशी, मंडल, देवप्रयाग, कमेड़ा संस्कृत विद्यालय सहित देवस्थानम बोर्ड के सभी विश्राम गृहों/ धर्मशालाओं में झंडारोहण किया गया।

* सभी अधिकारी कर्मचारी झंडारोहण कार्यक्रम में उपस्थित रहे। शोसियल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा गया।

देहरादून/ ऋषिकेश/ श्री बदरीनाथ/ श्री केदारनाथ/ श्री गंगोत्री/ श्री यमुनोत्री धाम: 15 अगस्त। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की ओर से 74वां स्वतंत्रता दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर शहीदों को याद किया गया।धामों तथा सभी कार्यालयों, उप कार्यालयों,संस्कृत महाविद्यालयों, विश्राम गृहों- धर्मशालाओं में झंडारोहण हुआ। इस दौरान बेहतर कार्यसंस्कृति पर जोर रहा। शोसियल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा गया। मंदिरों में कोरोना महामारी से मुक्ति हेतु प्रार्थना की गयी।
गढ़वाल कमिश्नरी पौड़ी में झंडारोहण करते हुए गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।
बताया कि मंडल के सभी विभागों में स्वतंत्रता दिवस सादगी से मनाया जा रहा है। उन्होंने चार धाम यात्रा को आस्था विश्वास के साथ ही प्रदेश की आर्थिकी का प्रमुख आधार बताया।
देवस्थानम् बोर्ड केनाल रोड स्थित कार्यालय में अपर मुख्य कार्यकारीअधिकारी बी.डी.सिंह
ने ठीक 9 बजे प्रात: झंडारोहण किया। उन्होंने कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।
कहा कि अधिकार एवं कर्तब्य सहित बेहतर कार्यसंस्कृति प्राथमिकता होनी चाहिए। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, वैयक्तिक सहायक प्रमोद नौटियाल, पोर्टल प्रभारी संजय चमोली,अवर अभियंता मधुसूदन सुयाल, फीचर लेखिका कृति भट्ट, अनीता बर्तवाल, बल्लभ सेमवाल, वीरेंद्र विष्ट, विनोद नौटियाल,कुलदीप नेगी, सविता रावत, रीना पंवार, पिंकी आदि शामिल हुए।
श्री बदरीनाथ धाम में अपर धर्माधिकारी सत्यप्रसाद चमोला ने झंडारोहण किया इस अवसर पर अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट एवं दीपक नौटियाल, कमेटी सहायक संजय भट्ट, प्रबंधक अजय सती, प्रबंधक दीपक सयाना, गजपाल झिंक्वाण,दफेदार कृपाल सनवाल, राजदीप सनवाल, नरेंद्र बिष्ट, विकास सनवाल, राहुल मैखुरी, कृष्ण कुमार आदि मौजूद रहे।
जोशीमठ में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने झंडारोहण किया। इस अवसर पर मंदिर अभियंता विपिन तिवारी वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, लेखाकार भूपेंद्र रावत, प्रबंधक राजेन्द्र सेमवाल,नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण, प्रबंधक भूपेंद्र राणा, वरिष्ठ सहायक विराज बिष्ट, पुजारी सुशील डिमरी, विजया ध्यानी, सोनी नैनवाल आदि उपस्थित रहे।
श्री केदारनाथ धाम में प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान ने झंडारोहण किया। इस अवसर पर प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी, मृत्यंजय हीरेमठ आदि मौजूद रहे।
श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी ने झंडारोहण किया तथा स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, कोषाध्यक्ष
आर.सी.तिवारी, पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी यशोधर मैठाणी वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, दफेदार विदेश शैव,प्रमोद केशिव, विशेश्वर शैवआदि मौजूद रहे। इसके अलावा श्री गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम में धाम में तीर्थ पुरोहितों सहित स्थानीय पुलिस- प्रशासन द्वारा झंडारोहण किया गया।
ऋषिकेश स्थित प्रचार एवं जनसंपर्क कार्यालय में विशेष कार्याधिकारी जन संपर्क ए.एस.नेगी ने झंडारोहण किया तथा स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रबंधक रमेश नेगी, प्रबंधक विशाल पंवार, अमित राणा,मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़, अनीता तिवारी, घनश्याम जोशी,शोभा देवी,मुन्नी देवी,पार्वती देवी, राम चंद्र बिष्ट,मनोज रावत,मनीष पालीवाल, राजू गोडियाल, मोहित आदि मौजूद रहे।
उत्तराखंड फार्मेसी विद्यापीठ में प्रधानाचार्य डा.हर्ष वर्धन बेंजवाल ने झंडारोहण किया इस अवसर पर डा.ब्रिजेश रावत सहित शिक्षक- कर्मचारी मौजूद रहे। संस्कृत महाविद्यालय गुप्तकाशी,जोशीमठ, मंडल, देवप्रयाग, कमेड़ा में प्रधानाचार्यों ने झंडारोहण किया। इसके अलावा देवस्थानम् बोर्ड के सभी विश्राम गृहों-धर्मशालाओं, मंदिर समिति कार्यालयों में झंडारोहण कार्यक्रम संपन्न हुए। इस अवसर पर कोरोना महामारी से बचाव हेतु मास्क पहने गये तथा शोसियल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा गया।

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