गैरसैण राजधानी बनने से आवश्यक नीतिगत परिवर्तन आएगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे : हरिकृष्ण किमोठी

Pahado Ki Goonj

 

गैरसैण राजधानी बनने से आवश्यक नीतिगत परिवर्तन आएगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। :   हरिकृष्ण किमोठी

देहरादून 15.10.2018 (गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान स्थल) गैरसैण राजधानी निर्माणअभियान के तत्वावधान में हिन्दी भवन (परेड ग्राउंड, देहरादून) में जारी धरना स्थल पर आज 29वाँ दिवस पर प्रवेश कर गया। आज धरना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रबुद्ध लोगों ने पहुंचकर आंदोलन को अपना समर्थन दिया। उत्तराखंड रक्षा अभियान के हरिकृष्ण किमोठी ने इस अवसर पर कहा कि गैरसैंण पर सरकार को बाध्य होकर निर्णय लेना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गैरसैंण जब भी राजधानी बनती है तो वह जन जन की राजधानी बनेगी और इससे आवश्यक नीतिगत परिवर्तन आएगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। आज धरना कार्यक्रम में पहुँचकर स्वामी दर्शन भारती ने कहा की गैरसैंण अकेले पाहाड़ो की ही नहीं अपितु प्रत्येक प्रदेश वासी की आवाज है। नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति (सहसपुर)से समर्थन देने आए अमर सिंह कश्यप ने कहा कि गैरसैंण के समर्थन में बहुत जल्द ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में ग्रामीणों को उतारा जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि धरना स्थल के नजदीक साफ सफाई की ठोस व्यवस्थाएं बनाई जाए।

गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान को समर्थन देने वालों में व धरना पर बैठने वालों में उत्तराखंड रक्षा अभियान के हरिकृष्ण किमोठी, स्वामी दर्शन भारती, स्वतंत्र पत्रकार एवम समाज सेवी संजय थपलियाल, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, मनोज ध्यानी (राज्य आंदोलनकारी), हर्ष मैंदोली, उत्तराखण्ड आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, मदन भंडारी, उपेन्द्र सिंह चौहान, पीसी थपलियाल, शूरवीर सिंह नेगी, इं0 आनन्द प्रकाश जुयाल, टीआर बलवंत, कृष्ण काँत कुनियाल, रविन्द्र प्रधान, चन्द्र प्रकाश बूडाकोटि, अमर सिंह कश्यप, मोहन सिंह बिष्ट,डॉ हरेंद्र सिंह नेगी,जय नारायण बहुगुणा, राकेश थपलियाल आदि बडी संख्या मे समर्थक उपस्थित रहे

Next Post

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी को तय की जायेगी- बी.डी.सिंह

 4 श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी 19 अक्टुबर को तय की जायेगी- बी.डी. सिंह चमोली ,रुद्रप्रयाग :विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट बन्द होने की तिथि घोषित करने केलिये मंदिर परिसर में दिन 11 बजे से आयोजित समारोह में रावल ईश्वरा प्रसाद नंबूदरी, […]

You May Like