अद्भुत नजारा देखना है तो चले आइए निलांग वैली

Pahado Ki Goonj

प्रकृति की नेमत: अद्भुत नजारा देखना है तो चले आइए निलांग वैली, कहलाती है देवभूमि का ‘लद्दाख’

मदन पैन्यूली उत्तरकाशी: आधुनिकता के दौर में लोगों की नींद तेजी से उड़ रही है. ऐसे में यदि आप शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर प्रकृति की गोद में कुछ शांत लम्हें बिताने चाहते हैं तो देवभूमि उत्तराखंड की वादियां से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती. वैसे तो उत्तराखंड में कई टूरिस्ट स्पॉट हैं, लेकिन निलांग वैली वो स्थान है जिसे ‘उत्तराखंड का लद्दाख’ भी कहा जाता है ।
खूबसूरत नजारों से भरपूर
उत्तरकाशी जिले में स्थित 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बसी यह वैली पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. नेलांग नदी सुंदर होने के साथ-साथ एक समय में भारत-चीन का व्यापारिक रास्ता हुआ करता था. यहां आपके लद्दाख जैसी खूबसूरती, वुडेन ब्रिज और कई खूबसूरत नजारे देखने को मिल सकते हैं. इसकी खूबियों के कारण इ, वैली को ‘उत्तराखंड का लद्दाख’ भी कहा जाता है. अक्टूबर के माह में गंगोत्री नेशनल पार्क की यह वैली दूर-दूर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
यहां पहुंचे पर्यटक अपनी सारी परेशानीयों को भूल कर प्रकृति की सुंदर वादियों का लुफ्त उठाते नजर आते हैं. इस पूरे क्षेत्र में वनस्पति नहीं हैं, इसीलिए इसे पहाड़ का रेगिस्तान भी कहा जा सकता है. ऊपर आसमां को छूते पथरीले पहाड़, तो नीचे कल- कल बहती जाड़ गंगा तो बीच में दक्षिणी पठार जैसे मैदान देख पर्यटक प्रफुल्लित हो जाते हैं.
प्रकृति के आनंद के साथ 12 माह कठोर सर्दी में देश की सीमा की सुरक्षा कर रहे आईटीबीपी के जवानों की दिनचर्य को देखकर आनन्दमय जीवन का आभास प्रतीत होता है।
1962 में भारत- चीन युद्ध के बाद नेलांग वैली को घूमने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था. उसके बाद वर्ष 2015 में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से गुजारिश कर पर्यटकों के लिए नेलांग वैली खोल दी थी. जिससे जनपद के पर्यटन को एक नया आयाम मिला. नेलांग वैली जाते हुए गड़तांग गली में पेशावर के पठानों की पहाड़ पर बनाई गई सीढ़ियां पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं.यहां सीडीयों से गुजरने के समय मनुष्यों में रोमांच के सोच के साथ साथ जीवन जीने के लिए कठिन रास्तों को पार करने केलिये कर्म करते रहना भी सिखाता है।यहां25 लाख यात्री,पर्यटक
अबतक पहुंचे
अब संवारने की कवायद शुरू हो रही है ।वहीं पर्यटकों ने नेलांग घाटी को लेकर अपने विचार साझा किए. यात्रियों ने बताया कि उन्हें वहां की वादियां बेहद पसंद आया वे जिसका जिक्र शब्दों में नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा की नेलांग की वैली में आकर वे खुद को प्रकृति से जुड़ा देख रहे हैं, जो अपने-आप में ही एक शानदार अनुभव है. पर्यटकों ने कहा कि जिंदगी में एक बार निलांग वैली जरूर आना चाहिए।

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