उत्तरकाशी गंगा नदी घाटी में इकोसेंसटिव जोन, निरीह लोगों के ऊपर एक थोपा हुआ कानून के साथ पढें अन्य चोंकाने वाली खबरें,उत्तरकाशी में हादसा का ज्याजा लेने पहुँचे उत्तरकाशी डीएम ,जायजा लेने पहुँचे ,विधायक गोपाल जल्द ही शहर को तीन मंजिला बस अड्डा निर्माण किया जायेगा

Pahado Ki Goonj

उत्तरकाशी गंगा नदी घाटी में इकोसेंसटिव जोन, निरीह लोगों के ऊपर एक थोपा  कानून(मदन पैन्यूली) 

उत्तरकाशी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तरकाशी जिले का भटवाड़ी ब्लॉक कैसे प्रगति का पथ तय करेगा। जब यहां 2010 से केंद्र सरकार ने इकोसेंस्टिव जोन अर्थात पर्यावरण अति संवेदनशील छेत्र। जहाँ कोई कंस्ट्रक्शन, निर्माण, चुगान, पर्यटन गतिविधिया नहीं कर सकते हैं। सीधी लेंग्वेज में कहें तो, यहाँ की हवाओं पर नई दिल्ही, यूपी, हरियाणा, का कब्ज़ा रहे। वो ठंडी हवाएं खाते रहे। उत्तरकाशी के लोग एसी के बेंटिलेटर की गर्म हवा खाते रहे। और उसका शोर, गंडगडाहाट सुनते रहे। नई दिल्ली ,उत्तराखण्ड को इसकी कीमत चुकाने पर ग्रीन बोनस भी नहीं देता है।

पीएम मनमोहन सिंह, और पर्यावरण मंत्री श्री जयराम रमेश ने
उत्तरकाशी में भागरथी घाटी को 2010 में इकोसेस्टिव जोन घोषित कर दिया था। यह खराब और काला कानून था।इसका एरिया पहले 140 मीटर गंगोत्री से धरासू तक था। अब 100 किलोमीटर है। लेकिन ये भी क्यों है? क्या पूरे विकास खण्ड भटवाड़ी में कंस्ट्रक्शन नहीं होगा? महाराष्ट्र , हिमाचल प्रदेश में कुछ जगह में यह कानून लागू है लेकिन उसमें समय समय पर ढील दी गई है। यहां नहीं।ऐसा क्यों?

हिमाचल में अभयारण्य चायल, पोंग डैम, दरनगु घाटी, बाडली, महा राष्ट्र में वेस्टर्न घाट इकोसेस्टिव जोन छेत्र में शिथिलता प्रदान की जाती है। जिस वजह से, गांव वालों पर फर्क नहीं पड़ता।

उत्तराखण्ड में वैसे कहीं भी इकोसेस्टिव जोन की जरुरत नहीं है।
क्योंकि,हमारे पास 60% जंगल है। और नदियों का उद्गमस्थल यहीं है।धारे हैं पनियारें हैं। यह कानून पहले तो नहीं होता। फिर अकेला उत्तरकाशी क्यों सहेगा? 13 जिले हैं 100 किलोमीटर का भार 10 -10 किलोमीटर सभी सहते। लेकिन जयराम जी कौन समझाते ? समझाया विजय बहुगुणा जी और हरीश रावत जी ने।नहीं समझे तो पीएम मनमोहन सिंह जी से शिकायत की। पीएम बहुत विस्वास करते थे जयराम रमेश पर। उन्होंने बहुगुणा, रावत की कही बात बता दी। फिर जयराम ने देहरादून में बीजेपी कार्यकाल में कहा कि, मुझे हटाने के लिए बड़े बड़े नेता पीएम से मिले। बहुगुणा और रावत अपने स्टेट के लिए लड़े। लड़ना भी चाहिये। मुख्यमंत्री के यही असली काम होते हैं। नई दिल्ली में अपने स्टेट के लिए जोखिम लेना। तार्कित और बड़े और दूरगामी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री से मिलना, भिड़ना। वह लोग इस मुद्दे पर, याद किये जायेंगे।

उत्तरकाशी पर इकोसेस्टिव जोन की मार का असर इतना था कि, उत्तराखण्ड में बीजेपी की निशंक सरकार जनता के साथ खड़ी हो गई। 24 मार्च 10 को उत्तराखण्ड विधानसभा में संसदीय मंत्री प्रकाश पंत इसके विरोध में संकल्प प्रस्ताव लाये। हालांकि उस वक्त उत्तरकाशी के बीजेपी एमएलए गोपाल रावत कहते हैं यह उनके प्रयास से आया।10 दिन पहले मैने सवाल किया आपका नाम भी संकल्प प्रस्ताव में आ सकता था। उन्होंने कहा संसदीय कार्य मंत्री लाते हैं। खैर, प्रस्ताव में है कि -इकोसेस्टिव जोन में पर्यवारण वैज्ञानिक के सुझाव की कमी झलकती है। छेत्र में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए यह विधानसभा केंद्र सरकार से तत्काल रोक की मांग करती है।संकल्प आना बहुत बड़ी बात थीं। हालांकि इससे भी केंद्र सरकार पर फर्क नहीं पड़ा।

अगस्त 2011 में उत्तरकाशी के स्थानीय नागरिक लोकेंद्र बिष्ट जन हित याचिका लगाने हाईकोर्ट नैनीताल चले गए। याचिका स्वीकर हो गई। आशा की किरण जगी। हाईकोर्ट ने केंद्र को छेत्र में सुनवाई करने के लिए नोटिस दिए। लेकिन,कोई सुनवाई नहीं हुई। हाइकोर्ट ने यह मामला एनजीटी को ट्रांसफर कर दिया।फिर एनजीटी में उत्तरकाशी का कोई व्यक्ति लड़ने नहीं गया। फिर एनजीटी ,एनजीटी है। एनजीटी का रवैया किसे नहीं पता।
जब सड़क नहीं थी। तब उत्तरकाशी के लोग रायपुर होते पैदल जाते थे।और आते थे।एनजीटी उसी दशा में उत्तरकाशी को देख रहा है। अपनेआप मेट्रो, हवाई जहाज, अच्छी सड़को पर चलेंगे। हमें अच्छी सड़को पर चलना, नशीब नहीं होने देंगे। जारी वरिष्ठ पत्रकार शीश पाल गुसांई फ़ेसबुक वॉल से
 Madan Painuly: मां भद्रकाली की उत्सव डोली के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का विधिवत समापन 

बड़कोट,नगर पालिका बड़कोट के रतूडी स्ट्ेट सभा सभागार में आयोजित श्रीमद् भागवत दिव्य कथा ज्ञान पुराण का आज सीद्वपीठ मोल्डा गांव से पहुची माॅ भद्रकाली की उत्सव डोली के सानिध्य में विधिवत समापन हो गया । शंकराचार्य ज्योतिषपीठ बद्रीकाश्रम व्यास पीठ से अलंकृत प्रसिद्व भागवताचार्य शिव प्रसाद ममगांई ने कहा कि भागवत कथा प्रवचन ,धार्मिक अनुष्ठान होते हैं तो उसमें शामिल होकर पुण्य लाभ की प्राप्ती होती है, श्रीमद्भागवत कथा अमर कथा है , जिसका श्रवण भगवान शिव ने मां पार्वती को कराया और श्रवण करते ही मां पर्वती अमरत्व को प्राप्त हुई । श्रीमद्भागवत कथा को पंचम वेद कहा गया है जो कथा का श्रवण करता है उसकी सभी मनोकामनायें पूर्ण हो जाती है इतना ही नही श्रीमद्भागवत कथा पूराण के श्रवण से ही मनुष्य को संासारिक दुखों से मुक्ति मिल जाती है। उन्होने बताया कि सबसे पहले देव ऋषि नारद ने हरिद्वार गंगा के तट पर भागवत कथा का आयोजन भक्ति ज्ञान वैराग्य के निमित किय । इस यज्ञ में भगवान नारायण प्रकट हुए थे और सभी को आर्शीवाद दिया ,जहां भी भागवत कथा होती है वहां भगवान नारायण श्रीकृष्ण का वास होता है। उन्होने कहा यमुना तट बड़कोट में भागवत होना जनकल्याणकारी है इस लिए सभी को भावगत ज्ञान के साथ गंगा और यमुना का संरक्षण करते हुए साफ सुथरा रखना होगा । उन्होने कहा कि भागवत में मित्र पं्रेम , गुरू प्रेम , माता पिता प्रेम और देव प्रेम का संकलन मानव जीवन का कल्याण का धोतक है। श्री आचार्य ममगांई ने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता का दुष्परिणाम हमारा आहार व्यवहार बिगाड़ता जा रहा है ,आहार सुधरे ,व्यवहार सुधरे अंतर के व्यवहार से ईश्वर की प्राप्ती और बाहर से व्यवहार से सुख प्राप्ति का आभास कराता है। इससे पूर्व भागवत के अन्तिम दिन सीद्वपीठ मोल्डा गांव से मां भद्रकाली की उत्सव डोली पहुंची जिसके दर्शन को कथा पाण्डाल में श्रद्वालुओं का जमावड़ा लग गया । व्यास पीठ से जहंा कथा वाचक आचार्य एंव ब्राहमण गणांे के अलावा माॅ भद्रकाली की उत्सव डोली ने रतुड़ी परिवार सहित क्षेत्र में सुख समृद्वि लौटने का आर्शीवाद दिया साथ ही मानव मन को शांन्ति मिलने की शुभकामनाएं दी। इतना ही नही सात दिनों तक चली श्रीमद्भागवत कथा के अन्तिम दिन विशाल भण्डारा आयोजित हुआ जिसमें सभी ने भागवत प्रसाद प्राप्त किया। इस मौके पर आयोजक समाजसेवी विशालमणी रतुड़ी , श्रीमती सुन्दरा देवी, विद्या सागर , दीक्षा देवी, भगवती रतुड़ी, एश्वर्या, उन्तति , नैतिक , , वैभवी , मुरारी लाल रतुड़ी , ओम प्रकाश , आशाराम ,शैलेन्द्र रतुड़ी , हर्षपति , प्रभात ,ममता , आचार्य मुन्शीराम बेलवाल, हरिकृष्ण उनियाल, रमेश नौटियाल, सुमित थपलियाल , सन्दीप बहुगुणा, सुधीर भट्ट , सौरभ , सचिन उपाध्याय, अशोक शर्मा ,गोपाल फरस्वाण, व्यापार मण्डल अध्यक्ष राजाराम जगुड़ी, आर.एस.एस के जिला कार्यवाह रामप्रसाद विजल्वाण, आनन्द राणा, देवी प्रसाद बहुगुणा, नवीन , बुद्वीराम बहुगुणा, महेश्वर प्रसाद, कृष्णानन्द , सूर्य प्रकाश, अनिल , कैलाश , शिवशरण डबराल, बाचस्पति , नरोत्तम रतुड़ी , गणेश , उपेन्द्र असवाल, थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल सहित सैकड़ों श्रद्वालु मौजूद थे।   
Madan Painuly:uttarkashi —-
उत्तरकाशी में हादसा का ज्याजा लेने पहुँचे उत्तरकाशी डीएम ,

-गंगोरी उत्तरकाशी में स्कुटी और बाईक की जबरदस्त भिड़ंत जिसमे शिमरन पुत्री किशोर कुमार हाल गंगोरी उम्र 15 की मौके पर मौत
जिसमे 3 गम्भीर घायल
1 -नितिन s/0ललित मोहन मीनान ,
2 –साहिल पुत्र किशोर कुमार
3 राजेश नॉटियाल स्व जोती प्रसाद नॉटियाल चिनाखोली,
4 –गम्भीर घायल मानवेन्द्र/ मातानाम राजेस्वरी आगरा के रहने वाले थे ,
[6/27, 8:55 PM] Madan Painuly: उत्तरकाशी
 गंगोत्री विधायक गोपाल सिह रावत ने आज गढवाल मण्डल विकास निगम में आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि उत्तरकाशी शहर को सुन्दर उत्तरकाशी बनाने में जनमानस के सुझाव को भी प्राथमिकता दी जायेगी। कहा कि शहर का विकास एक मास्टर प्लान के रूप में हो जहां पार्किग से लेकर सर्म्पूण व्यवस्थाऐं एक व्यवस्थित रूप से संचालित हो। उन्होने कहा कि आजाद मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित किया जायेगा। जहां कमरों के भीतर टीवी एवं मोबाईल में समय व्यतीत करने वाले बच्चों को खुले मैदान में खेलने को मौका मिल सकें। उन्होने कहा कि विश्वनाथ चौक को सुव्यसवस्थित बनाने एवं अस्पताल में वाहनों की आवाजाही को सुगम सुव्यवस्थित बनाने के लिए कार्य किये जायेगें। साथ ही एसीएमओ आवास परिसर एवं लोनिवि गैराज परिसर में तीन करोड की लागत से पार्किग एवं म्यूजियम व तीसरे तल पर एसीएमओ के आवासीय परिसर बनाये होगें। उन्होने कहा कि जीओ ग्रेड के पीछे व्यवस्थित रूप से सब्जी मण्डी संचालित किया जायेगा। यह क्षेत्र परिसर कोई बफर जोन के अन्तर्गत नही है कार्य निर्माण के दौरा इस क्षेत्र को मानव रहित रखा गया था। उन्होने कहा कि समय समय पर गंगोत्री विधान सभा क्षेत्र में विशेषज्ञों द्वारा स्पेशल स्वास्थ्य कैम्प संचालित किया जा रहा है। जबकि दुर्गम क्षेत्रों में मोबाइल टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविर का संचालन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि बस अड्डा निर्माण के लिए राज्य सरकारी से 6 करोड की धनराशि तथा आपदा से 4 करोड की धनराशि की व्यवस्था की गई है। जल्द ही शहर को तीन मंजिला बस अड्डा निर्माण किया जायेगा। जोशियाडा झील में मेरीन ड्राईव के लिए तीन करोड के प्रस्ताव भेजे गये है। उन्होने कहा तेखला में विगत वर्षों से कूडे को लेकर आ रही समस्या का निदान निकाल लिया गया है। प्रशासन की मदद से जोशियाडा जल विद्युत निगम के बैराज से नीचे उनकी भूमि पर कूडा डम्पींग निस्तारण के लिए भूमि चयनीत की गई। जिसमें कार्य शरू की जा रही है। उन्होने कहा कि उनके सवा वर्श के कार्य काल में उनके विधान सभा क्षेत्र में कई महत्व पूर्ण कार्य किये गये है। पर्यटन को बढावा देने के लिए उन्होने हर्षिल को इनर लाईन से मुक्त किया है। जबकि गर्तागली को विकसित करने के लिए 25 लाख की धनराशि दिये गये। वहीं सिंगल विन्डो का शुभारंभ कर जनपद में आने वाले पर्यटकों को इन क्षेत्र में जाने के लिए एक ही स्थान पर अनुमति पत्र मिलेगा। उन्होने कहा कि पर्यटन को दृष्टिगत रखते हुए धार्मिक स्थल, मन्दिर आदि को विकसित करने एवं उस क्षेत्र में कार्य करने हेतु जिला स्तरीय अधिकारी के साथ बैठक कर पर्यटन को बढावा दिया जायेगा। जिससे स्थानीय लोगों के स्वरोजगार के साथ आत्म निर्भर बन सकेगें। उन्होने कहा कि सीला, जौडाउ, स्याबा, कामर, सांलग, भगेली, सेकू, नौगांव आदि दूरस्थ गांवों में सड़क पहुंचाने कार्य उनके द्वारा की गई है जिनमें कुछ सडक को सैधान्तिक स्वीकृति, व कुछ के निर्माण कार्य की स्वीकृति मिल चुकी है। कहा कि उनके विधान सभा क्षेत्र में कोई भी गांव सडक विहीन नही रहेगा। उन्होने अनेक गांवों के नाम लेते हुए कहा कि सरकार में आते हुए उन्होने उन पर कार्य कर लोगों के घरों तक सडक पहुचाने का कार्य किया है। जोशियाडा धौन्तरी मोटर मार्ग को डबल लाईन की स्वीकृति दिलाई है। जबकि तिलोथ में एमडीएस स्कूल के सामने स्कूल के दौरान जाम की स्थिति बनी रहने के चलते सडक के चौडीकरण हेतु 1 करोड 55 लाख तथा जोशियाडा में मोटर मार्ग के लिए 1करोड 22लाख धनराशि स्वीकृति किया है जल्द ही निर्माण कार्य शुरू की जायेगी। जोशियाडा झील परिसर को मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जा रहा है। रिवरफ्रन्ट पार्क कल आम जन मान को समर्पित करने के बाद वर्तमान समय में 50 लाख के लागत से जलविद्युत निगम के सहयोग से कार्य किये जायेगें। कहा कि परिसर में जनपद के नर-विजूला के पौराणविक शैली को भी दर्शाये जायेगे। जोशियाडा पुल के निर्माण के लिए तीन स्थल को चयन किया गया है। जल्द की पुल के निर्माण कार्य किये जायेगें। उन्होने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में बडेथी तक किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। जबकि उससे ऊपर वाले क्षेत्र में ईको सेस्टिव के चलते विकास कार्य की गति धीमी से चल रही है। कहा कि लोहारी नाग पाला जल विद्युत परियोजना के शुभारंभ को लेकर केन्द्र व राज्य सरकारी गम्भीर है। विगत दिनों मा0 मुख्यमंत्री ने उक्त के सम्बन्ध में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री से वार्ता की है। विधायक श्री रावत ने अपने विधान सभा क्षेत्र में की गई विकास कार्यो की उपलब्धि भी गिनवाई साथ ही राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी भी दी।
 इस अवसर पर दुग्ध संघ अध्यक्ष सुरेन्द्र नौटियाल, भाजपा उपाध्यक्ष विजय संतरी, महामंत्री हरीश डंगवाल, मीडिया प्रभारी विजय मखलोगा, देवराज राणा, जयवीर चौहान, नागेन्द्र चौहान, किशोर भट्ट, महावीर नेगी व बालशेखर नौटियाल

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